आधिकारिक बुलेटिन -3 (11-Nov-2019)
जल शक्ति मंत्री ने दक्षिणी राज्यों में ‘जल जीवन मिशन’ की समीक्षा की
(Jal Shakti Minister Shekhawat reviews Jal Jeevan Mission in Southern States : Stresses Need for early steps)

Posted on November 11th, 2019 | Create PDF File

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केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री श्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने जल जीवन मिशन पर शीघ्र ही काम शुरू करने की आवश्यकता पर विशेष बल दिया है, क्योंकि मिशन के प्रथम छह माह इस मिशन की सफलता के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। श्री शेखावत ने हैदराबाद में जल जीवन मिशन की क्षेत्रीय समीक्षा के दौरान यह बात कही। क्षेत्रीय समीक्षा में अनेक राज्य जैसे कि आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, तेलंगाना और दो केन्द्र शासित प्रदेश जैसे कि पुडुचेरी और लक्षद्वीप शामिल थे।

 

समीक्षा के दौरान दक्षिणी राज्यों में जल संबंधी योजनाओं की तैयारी एवं प्रगति का आकलन किया गया और आगे की राह पर विचार-विमर्श किया गया। जल शक्ति मंत्रालय के पेयजल एवं स्वच्छता विभाग में सचिव श्री परमेश्वरन अय्यर ने उन कदमों पर प्रकाश डाला, जिन्हें इस कार्यक्रम के समुचित कार्यान्वयन के लिए उठाने की जरूरत है। उन्होंने घरों में नल कनेक्शनों को शामिल करने के लिए मौजूदा योजनाओं के पुनः संयोजन के साथ-साथ वित्तीय प्रबंधन की सुव्यवस्थित प्रणाली पर भी विशेष बल दिया और इसके साथ ही राज्यों को केन्द्र की ओर से धनराशि का सुगम प्रवाह सुनिश्चित करने के बारे में आश्वासन दिया। श्री अय्यर ने स्वच्छ भारत मिशन से जुड़े लाभों को बनाए रखने के लिए परिकल्पित कदमों के बारे में भी राज्यों को सलाह दी। राज्यों को अगले चरण में उठाए जाने वाले कदमों जैसे कि ‘ओडीएफ प्लस’ से अवगत कराया गया, ताकि स्वच्छता की गति को निरंतर बनाए रखा जा सके।

 

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 73वें स्वतंत्रता दिवस पर घोषित जल जीवन मिशन (जेजेएम) का लक्ष्य वर्ष 2024 तक ग्रामीण क्षेत्रों में कार्यात्मक घरेलू नल कनेक्शन (एफएचटीसी) मुहैया कराना है। इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए भारत सरकार और राज्य सरकारें साझेदारी में काम करेंगी। देश भर में लगभग 14.60 करोड़ ग्रामीण परिवारों को एफएचटीसी उपलब्ध कराए जाएंगी। इस मिशन के लिए अनंतिम लागत अनुमान 3.60 लाख करोड़ रुपये है।

 

इस मिशन के कार्यान्वयन की जिम्मेदारी संभालने वाला पेयजल एवं स्वच्छता विभाग इस घोषणा के बाद से ही क्षेत्र-वार हितधारक परामर्श कार्यशालाएं आयोजित करता रहा है। जल जीवन मिशन पर हितधारकों के साथ इस तरह की पांच क्षेत्रीय कार्यशालाएं पहले ही आयोजित की जा चुकी हैं।

 

आज के सत्र की अध्यक्षता केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री श्री गजेन्द्र शिंह शेखावत ने की। इस अवसर पर डॉ. पी. अनिल कुमार, जल संसाधन मंत्री, आंध्र प्रदेश; श्री के. एस. ईश्वरप्पा, आरडी, पीआर एवं युवा सेवा मंत्री, कर्नाटक; श्री दयाकर राव, आरडी, पीआर एवं एमबी मंत्री, तेलंगाना भी उपस्थित थे। इस कार्यशाला में इन राज्यों और जल क्षेत्र से जुड़े केन्द्रीय/राज्य संगठनों के 120 पदाधिकारियों ने भाग लिया। इस बैठक के दौरान जल जीवन मिशन के कार्यान्वयन की प्रस्तावित विधियों पर भी हितधारकों के साथ विस्तारपूर्वक विचार-विमर्श किया गया।

 

बैठक के बाद श्री शेखावत ने तेलंगाना में जल एवं स्वच्छता से जुड़े मुद्दों पर विचार-विमर्श करने के लिए इस राज्य के मुख्यमंत्री श्री के. चंद्रशेखर राव के साथ द्विपक्षीय बैठक भी की।