अर्थव्यवस्था समसामियिकी 1 (22-Aug-2019)^भारत, विश्व की कई समस्याओं को हल करने की क्षमता है ‘इंटरनेट आफ थिंग्स’ में^(Internet of Things has the potential to solve many problems of India and the world)
Posted on August 22nd, 2019
इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के सचिव अजय प्रकाश साहनी ने बृहस्पतिवार को कहा कि इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी) में प्रौद्योगिकी की दुनिया में क्रांति लाने की क्षमता है और यह भारत तथा विश्व की अनेक समस्याओं का समाधान कर सकता है।
उन्होंने दो दिवसीय आईओटी इंडिया कांग्रेस-2019 में यहां कहा, ‘‘आईओटी में भारत तथा दुनिया के लिये अपार संभावनाएं हैं। कुछ प्रौद्योगिकियां साथ मिलकर मुश्किलों का समाधान निकालने में इस तरह मदद कर सकती हैं, जैसा हमने कभी सोचा भी नहीं था।’’
उन्होंने कहा कि उभरती प्रौद्योगिकियों को समझने तथा सही तरीके से उनका इस्तेमाल करने की जरूरत है।
साहनी ने कहा, ‘‘हमें आईओटी, ब्लॉकचेन, थ्रीडी प्रिंटिंग आदि जैसी उभरती प्रौद्योगिकियों को निश्चित तौर पर समझना होगा और समस्याओं के निराकरण में उनका इस्तेमाल करना होगा। डेटा के प्रसार की दिशा में आईओटी की अग्रणी भूमिका होगी।’’
कर्नाटक के अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ ई.वी. रमण रेड्डी ने आईओटी को मुख्यधारा में लाने की दिशा में स्टार्टअप केंद्र के तौर पर बेंगलुरू के महत्व को रेखांकित किया।
रेड्डी ने कहा, ‘‘बेंगलुरू में स्थापित आईओटी स्टार्टअप दुनिया भर में नाम कमा रहे हैं। ये वैश्विक स्तर पर श्रेष्ठ प्रतिभाओं के साथ गठजोड़ बना रहे हैं और विभिन्न उद्यमों में आईओटी को अपनाये जाने में मदद की है। अब समय आ गया है कि आईओटी को मुख्यधारा में लाया जाये।’’
अर्थव्यवस्था समसामियिकी 1 (22-Aug-2019)भारत, विश्व की कई समस्याओं को हल करने की क्षमता है ‘इंटरनेट आफ थिंग्स’ में(Internet of Things has the potential to solve many problems of India and the world)
इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के सचिव अजय प्रकाश साहनी ने बृहस्पतिवार को कहा कि इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी) में प्रौद्योगिकी की दुनिया में क्रांति लाने की क्षमता है और यह भारत तथा विश्व की अनेक समस्याओं का समाधान कर सकता है।
उन्होंने दो दिवसीय आईओटी इंडिया कांग्रेस-2019 में यहां कहा, ‘‘आईओटी में भारत तथा दुनिया के लिये अपार संभावनाएं हैं। कुछ प्रौद्योगिकियां साथ मिलकर मुश्किलों का समाधान निकालने में इस तरह मदद कर सकती हैं, जैसा हमने कभी सोचा भी नहीं था।’’
उन्होंने कहा कि उभरती प्रौद्योगिकियों को समझने तथा सही तरीके से उनका इस्तेमाल करने की जरूरत है।
साहनी ने कहा, ‘‘हमें आईओटी, ब्लॉकचेन, थ्रीडी प्रिंटिंग आदि जैसी उभरती प्रौद्योगिकियों को निश्चित तौर पर समझना होगा और समस्याओं के निराकरण में उनका इस्तेमाल करना होगा। डेटा के प्रसार की दिशा में आईओटी की अग्रणी भूमिका होगी।’’
कर्नाटक के अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ ई.वी. रमण रेड्डी ने आईओटी को मुख्यधारा में लाने की दिशा में स्टार्टअप केंद्र के तौर पर बेंगलुरू के महत्व को रेखांकित किया।
रेड्डी ने कहा, ‘‘बेंगलुरू में स्थापित आईओटी स्टार्टअप दुनिया भर में नाम कमा रहे हैं। ये वैश्विक स्तर पर श्रेष्ठ प्रतिभाओं के साथ गठजोड़ बना रहे हैं और विभिन्न उद्यमों में आईओटी को अपनाये जाने में मदद की है। अब समय आ गया है कि आईओटी को मुख्यधारा में लाया जाये।’’