अन्तर्राष्ट्रीय समसामियिकी 2 (24-Aug-2020)
अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए)
(International Atomic Energy Agency (IAEA))

Posted on August 24th, 2020 | Create PDF File

hlhiuj

अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) के प्रमुख अगले हफ्ते तेहरान जाएंगे ताकि ईरान के अधिकारियों पर उन स्थलों तक पहुंच देने के लिए दबाव बना सकें जहां समझा जाता है कि उसने ज्यादा परमाणु सामग्रियां एकत्र कर रखी हैं।अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) के प्रमुख की तेहरान यात्रा ऐसे समय में हो रही है, जब JOINT COMPREHENSIVE PLAN OF ACTION (JCPOA या साझी व्यापक कार्ययोजना) जिसे ईरान परमाणु समझौता भी कहा जाता है से निकलने के बावजूद, अमरीका ने ईरान के ख़िलाफ़ संयुक्त राष्ट्र के प्रतिबंधों की बहाली के लिए समझौते के "स्नैपबैक" प्रावधान के इस्तेमाल का दावा किया है।



अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए)-


संयुक्त राष्ट्र की विशेषीकृत एजेंसियों में एक अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) है जो संयुक्त राष्ट्र की परमाणु निगरानी एजेंसी के रूप में कार्य करती है।यह परमाणु प्रौद्योगिकियों के सुरक्षित और शांतिपूर्ण उपयोग को बढ़ावा देने के लिए अपने सदस्य राज्यों और दुनिया भर में कई भागीदारों के साथ काम करती है।इसका उद्देश्य परमाणु ऊर्जा के शांतिपूर्ण उपयोग को बढ़ावा देना और परमाणु हथियारों सहित किसी भी सैन्य उद्देश्य के लिए इसके उपयोग को रोकना है।अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी का गठन 29 जुलाई, 1957 को हुआ था। इसका मुख्यालय वियना, आस्ट्रिया में है।

 

ईरान परमाणु समझौता के बारे में-


ईरान ने 2015 में विश्व शक्तियों(अमेरिका , रूस, यूके,फ़्रांस ,चीन और जर्मनी) के साथ परमाणु समझौता किया था।अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प 2018 में ईरान के साथ परमाणु समझौते से एकतरफा अलग हो गए थे। इसके बाद से फ्रांस, ब्रिटेन, जर्मनी, रूस और चीन इस समझौते को बरकरार रखने के लिए संघर्षरत हैं।