विज्ञान एवं प्रोद्योगिकी समसामयिकी 1(26-Sept-2022)
विशेष विमानन ईंधन-एवीगैस 100 एलएल का उत्पादन और विपणन करने वाली पहली कंपनी बनी इंडियन ऑयल
(IndianOil becomes the first company to produce and market a special aviation fuel – AVGas 100 LL)

Posted on September 26th, 2022 | Create PDF File

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पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस व आवास और शहरी कार्य मंत्री श्री हरदीप सिंह पुरी ने एवीगैस 100 एलएल को शुरू किए जाने के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित किया।

 

उन्होंने कहा, "हम एक उल्लेखनीय रूपांतरण के दौर से गुजर रहे हैं, जो लगभग क्रांतिकारी है।

 

हम जैव ईंधन सम्मिश्रण, हरित हाइड्रोजन और इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देकर आयातित ईंधन पर निर्भरता कम कर रहे हैं।

 

”एवीगैस 100 एलएल की लॉन्चिंग के अवसर पर नागरिक उड्डयन व सड़क परिवहन और राजमार्ग राज्य मंत्री जनरल (डॉ.) वी.के. सिंह (सेवानिवृत्त) भी उपस्थित थे।

 

एवीगैस 100 एलएल पिस्टन इंजन विमान और मानव रहित वाहन के लिए विशेष विमानन ईंधन है।

 

वर्तमान में भारत इस उत्पाद को यूरोपीय देशों से आयात कर रहा है।

 

इस कार्यक्रम का आयोजन इंडियन ऑयल ने हिंडन एयरफोर्स स्टेशन पर किया था।

 

इसमें भारतीय वायु सेना के वरिष्ठ अधिकारियों, पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय व नागरिक उड्डयन मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों और उड़ान प्रशिक्षण अकादमियों के अधिकारियों ने हिस्सा लिया।

 

आत्मनिर्भर भारत की ओर कदम :

वर्तमान में एवीगैस 100 एलएल पूरी तरह से आयातित उत्पाद है। इंडियन ऑयल के गुजरात रिफाइनरी में उत्पादित एवीगैस 100 एलएल का घरेलू उत्पादन भारत में उड़ान प्रशिक्षण को और अधिक सस्ता बना देगा। एफटीओ और रक्षा बलों द्वारा परिचालित विमानों में ईंधन के रूप में इस्तेमाल होने वाले इस उत्पाद का भारत कई दशकों से आयात कर रहा है। इंडियन ऑयल की अनुसंधान व विकास, रिफाइनरियों और मार्केटिंग टीमों ने स्वदेशी उत्पादन की यह उपलब्धि प्राप्त की है और उद्योग को मूल्य लाभ प्राप्त करने का अवसर दिया है।

 

इंडियनऑयल: परिवर्तन का नेतृत्वकर्ता :

 

विमानन गैसोलीन का प्रमुख ग्रेड यानी एवीगैस 100 एलएल टर्बो चार्ज किए गए रिसीप्रोकेटिंग पिस्टन इंजन विमान में उपयोग के लिए डिजाइन किया गया है। इसका उपयोग मुख्य रूप से एफटीओ और रक्षा बलों द्वारा पायलटों के प्रशिक्षण के लिए किया जाता है।

 

वड़ोदरा में इंडियनऑयल की प्रमुख रिफाइनरी द्वारा उत्पादित एवीगैस 100 एलएल को भारत में नागरिक उड्डयन को विनियमित करने के लिए भारत सरकार के सांविधिक निकाय नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने परीक्षण और प्रमाणित किया है।

 

यह आयातित ग्रेड की तुलना में बेहतर प्रदर्शन गुणवत्ता मानकों के साथ उत्पाद विनिर्देशों को पूरा करने वाला एक उच्च-ऑक्टेन विमानन ईंधन है। एवीगैस 100 एलएल की स्वदेशी उपलब्धता आयात पर निर्भरता को कम करने और संबंधित लॉजिस्टिक चुनौतियों का समाधान करने में सहायता करेगी।

 

इस उत्पाद की घरेलू उपलब्धता से देश कीमती विदेशी मुद्रा को बचाने में सक्षम होगा। इससे पूरे भारत में 35 से अधिक एफटीओ को भी लाभ होगा। इस उत्पाद की घरेलू उपलब्धता के साथ नागरिक उड्डयन मंत्रालय देश में और अधिक प्रशिक्षण संस्थान खोलने पर विचार कर रहा है। विमानन परिवहन में बढ़ोतरी को देखते हुए प्रशिक्षित पायलटों की मांग बढ़ने की उम्मीद है।