आधिकारिक बुलेटिन - 3 (30-June-2020)
भारत के एआई सक्षम माईजीओवी (MyGov) कोरोना हेल्पडेस्क ने ग्लोबल लीडरशिप समिट और एआई एंड इमर्जिंग टेक्नोलॉजी महोत्‍सव, कॉगएक्स 2020 में दो पुरस्कार प्राप्‍त किए
(India’s AI enabled MyGov Corona Helpdesk bagged two awards at Global Leadership Summit and Festival of AI & Emerging Technology, CogX 2020)

Posted on June 30th, 2020 | Create PDF File

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एआई सक्षम माईजीओवी (MyGov) कोरोना हेल्पडेस्क ने एक प्रतिष्ठित ग्लोबल लीडरशिप शिखर सम्‍मेलन और एआई एंड इमर्जिंग टेक्नोलॉजी महोत्‍सव, कॉगएक्स 2020 में (1) "बैस्‍ट इनोवेशन फॉर कोविड-19 सोसाइटी" और (2) "पीपुल्स च्वाइस कोविड-19 ओवरऑल विनर" श्रेणियों के अंतर्गत दो पुरस्कार प्राप्‍त किए हैं। एआई एंड इमर्जिंग टेक्नोलॉजी का शिखर सम्मेलन और महोत्सव लंदन में प्रतिवर्ष आयोजित किया जाता है। पुरस्कार माईजीओवी, जियो हार्पिक टेक्‍नोलॉजीस लिमिटेड के तकनीकी साझेदार द्वारा जीते गए।

 

माईजीओवी दुनिया का सबसे बड़ा नागरिक जुड़ाव मंच है, जो सरकार और नागरिक के बीच दो-तरफ़ा संचार की सुविधा प्रदान करता है और विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत में भागीदारी प्रशासन की सुविधा प्रदान करता है। कोविड -19, माईजीओवी, जियो हार्पिक टेक्‍नोलॉजीस लिमिटेड और वट्सऐप टीम के खिलाफ मुकाबले में एआई ने सप्ताहांत सहित 5 दिनों के रिकॉर्ड समय में माईजीओवी कोरोना हेल्पडेस्क को विकसित करने में सहयोग किया।

 

माईजीओवी कोरोना हेल्पडेस्क ने सच्ची सार्वजनिक, निजी और सार्वजनिक भागीदारी (पीपीपीपी) का प्रदर्शन किया, जिसमें, माईजीओवी द्वारा जियो हार्पिक टेक्‍नोलॉजीस लिमिटेड द्वारा डिजाइन, विकसित और तैनात की गई अत्याधुनिक नागरिक केंद्रित, बुनियादी सुविधाओं सहित तकनीकी समाधान सेवाएं प्रदान की गईं और जनता द्वारा दिए गए विचारों को सेवाओं और समाधान को बेहतर बनाने के लिए दैनिक आधार पर शामिल किया गया।

 

कॉगएक्‍स एआई दुनिया के सबसे बड़े कार्यक्रमों में से एक है, लंदन में प्रतिवर्ष 15,000 से अधिक प्रतिभागियों के साथ व्यापार, सरकार, उद्योग, और अनुसंधान में उपस्थिति के साथ आयोजित किया जाता है। कॉगएक्‍स पुरस्‍कारों को एआई में सर्वश्रेष्ठ और दुनिया भर में उभरती प्रौद्योगिकियों के लिए दिया जाता है। एक कठोर मूल्यांकन के बाद, भारतीय चैटबॉट ‘माईजीओवी कोरोना हेल्पडेस्क’ को सैकड़ों प्रविष्टियों के बीच चुना गया, जिसने महामारी के दौरान समाज में बदलाव किया। दुनिया भर के दर्शकों और सम्मानित न्यायाधीशों के सामने एक लाइव डिजिटल पिच के बाद, जियो हार्पिक को ‘माईजीओवी कोरोना हैल्‍पडेस्‍क’ के लिए एआई सक्षम तकनीकी प्रदान करने के लिए सम्मानित किया गया, जिसने महामारी से जीवन को सुरक्षित रखने में मदद की है।

 

कोविड-19 प्रकोप के जवाब में, 'माईजीओवी कोरोना हेल्पडेस्क' को 76 मिलियन से अधिक संदेश प्राप्त हुए हैं और 41 मिलियन से अधिक संवादों को परिष्‍कृत किया गया है। सरकार, जियो हार्पिक और व्हाट्सऐप की सक्रिय भागीदारी के साथ, इस चैटबॉट ने कोविड-19 के बारे में नवीनतम जानकारी प्राप्त करने, अफवाहों और गलत सूचना पर अंकुश लगाने के लिए एक मंच प्रदान करते हुए 28 मिलियन से अधिक भारतीयों को सूचना प्रदान करने में मदद की/करना जारी रखा है।

 

माईजीओवी के सीईओ श्री अभिषेक सिंह ने कहा कि महामारी से निपटने के लिए सही संचार रणनीति और प्रौद्योगिकी का लाभ उठाना एक महत्वपूर्ण रणनीति है। डिजिटल इंडिया ने ठोस आधार बनाया है। डिजिटल इंडिया और उसकी पहल माईजीओवी का यह प्रयास रहा है कि वे नागरिकों और सरकार के बीच एक सेतु का काम करे और अधिकांश नागरिकों द्वारा उपयोग किए जाने वाले प्लेटफार्मों पर नागरिक भागीदारी और सूचना का प्रसार सुनिश्चित करे। इस उद्देश्य के लिए माईजीओवी कोरोना हेल्पडेस्क ने, जियो हार्पिक और वट्सऐप के साथ साझेदारी विकसित की है जिसने वास्तव में हमारी पहुंच और कार्य को बेहतर बनाने में मदद की है। चैटबॉट नागरिकों को कोविड-19, सरकारी सलाह, चिकित्सा विशेषज्ञों की सलाह, कोविड-19 से बचे लोगों की कथाओं, मिथक तोड़ने वालों और सकारात्मक सद्भाव अभियान के माध्‍यम से संगीतमय जानकारी देता है जो यह सुनिश्चित करता है कि लोग निश्चिंत और तनाव मुक्त रहें। इनफॉरग्राफिक्‍स, वीडियो और पॉडकास्ट के नवीन उपयोग ने यह सुनिश्चित किया है कि माईजीओवी कोरोना हेल्पडेस्क इस संकट में नागरिकों का सच्चा दोस्त बना रहेगा।

 

जीत पर बोलते हुए, हार्पिक के सीईओ और सह-संस्थापक, आकृतवैश ने उल्लेख किया, ‘सही जानकारी के प्रसार के लिए एक पहल के रूप में जिसे शुरू किया गया वह आज एक विश्व-प्रसिद्ध तकनीकी समाधान बन गया है जिससे लाखों लोगों को सहायता मिलेगी। ‘माईजीओवी कोरोना हेल्पडेस्क’ के निर्माण में सरकार का समर्थन एक महत्वपूर्ण संचालक था और यह एक वैश्विक प्रौद्योगिकी शिखर सम्मेलन में मान्यता प्राप्त होने के कारण हमारे विश्वास को और भी मजबूती प्रदान करता है कि प्रौद्योगिकी आगे चलकर समाज को लाभ पहुंचाने के लिए है। हम इस सम्मान के वास्तविक विजेताओं के रूप में अपने स्वास्थ्य सेवा पेशेवरों को भी स्वीकार करना चाहेंगे, जो चौबीस घंटे इस महामारी से जूझ रहे हैं।'