पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी समसामयिकी 1 (21-Apr-2021)
प्लास्टिक कचरे को महासागरों में प्रवेश से रोकने के लिए भारत-जर्मनी ने किया समझौता
(India, Germany sign agreement to prevent plastic waste from entering oceans)

Posted on April 21st, 2021 | Create PDF File

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भारत और जर्मनी सरकार ने नई दिल्ली में एक वर्चुअल समारोह में प्लास्टिक को समुद्री वातावरण में प्रवेश करने से रोकने के अभ्यासों को बढ़ाने में तकनीकी सहयोग के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।

 

'सिटिज़ कॉम्बेटिंग प्लास्टिक एंटरिंग द मरीन एनवायरनमेंट' नामक परियोजना को साढ़े तीन साल की अवधि के लिए लागू किया जाएगा।

 

परियोजना का परिणाम पूरी तरह से स्वच्छ भारत मिशन-शहरी के उद्देश्यों के अनुरूप है, जिसमें 2022 तक एकल-उपयोग प्लास्टिक को चरणबद्ध करने के लिए स्थायी ठोस अपशिष्ट प्रबंधन और प्रधान मंत्री मोदी के दृष्टिकोण पर ध्यान केंद्रित किया गया है।

 

इस समझौते पर आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय (MoHUA), भारत सरकार और जर्मन संघीय पर्यावरण, प्रकृति संरक्षण और परमाणु सुरक्षा मंत्रालय की ओर से डॉयचे गेसलशाफ्ट फर इंटरनेशनेल ज़ुसम्मेनरबेइत (GIZ) जीएमबीएच भारत के बीच हस्ताक्षर किए गए।

 

यह राष्ट्रीय स्तर (MoHUA पर), चुनिंदा राज्यों (उत्तर प्रदेश, केरल और अंडमान-निकोबार द्वीप समूह) और कानपुर, कोच्चि और पोर्ट ब्लेयर शहरों में किया जाएगा।