राष्ट्रीय समसामियिकी 2 (21-Feb-2021)
हैदराबाद: ‘2020 ट्री सिटी ऑफ द वर्ल्ड’
(Hyderabad: ‘2020 Tree City of the World’)

Posted on February 21st, 2021 | Create PDF File

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‘आर्बर डे फाउंडेशन’ और संयुक्त राष्ट्र के ‘खाद्य और कृषि संगठन’ (Food and Agriculture Organisation- FAO) द्वारा हैदराबाद शहर (तेलंगाना की राजधानी) को ‘2020 ट्री सिटी ऑफ द वर्ल्ड’ के रूप में मान्यता दी गई है।हैदराबाद ने आर्बर डे फाउंडेशन के दूसरे वर्ष के कार्यक्रम में दुनिया के 51 अन्य शहरों के साथ यह मान्यता प्राप्त की है।इसमें अधिकांश शहर अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम, कनाडा और ऑस्ट्रेलिया के हैं।हैदराबाद यह मान्यता पाने वाला भारत का एकमात्र शहर है।

 


‘ट्री सिटीज़ ऑफ द वर्ल्ड’ कार्यक्रम , ऐसे शहरों और कस्बों को इस प्रकार की मान्यता देने का एक अंतर्राष्ट्रीय प्रयास है जो यह सुनिश्चित करने के लिये प्रतिबद्ध हैं कि उनमें स्थित ‘अर्बन फॉरेस्ट्स’ और वृक्षों को अच्छी तरह से बनाए रखा जाए एवं लगातार उनका प्रबंधन किया जाए।इटली के मंटोवा में वर्ष 2018 के ‘वर्ल्ड फोरम ऑन अर्बन फॉरेस्ट्स’ में वैश्विक नेताओं ने ‘मंटोवा ग्रीन सिटीज़ चैलेंज’ और एक ‘कॉल-फॉर-एक्शन’ जारी किया। इसका एक महत्त्वपूर्ण भाग ‘ट्री प्रोग्राम ऑफ द वर्ल्ड कार्यक्रम’ में शामिल होना भी था।यह कार्यक्रम सामुदायिक आधार पर वृक्षों और वनों के प्रबंधन के लिये सबसे सफल दृष्टिकोण को साझा करने और उसे अपनाने हेतु एक समर्पित नेटवर्क के माध्यम से दुनिया भर के शहरों को जोड़ने का प्रयास करता है।यह कार्यक्रम ‘आर्बर डे फाउंडेशन’ और FAO की सहभागिता से चलाया जा रहा है।इसके अंतर्गत एक शहर का मूल्यांकन पाँच मानकों पर किया जाता है - उत्तरदायित्त्व स्थापित करना, नियम निर्धारित करना, आपके पास क्या है यह जानना, संसाधनों का आवंटन करना।

 

हैदराबाद भारत का एकमात्र शहर है जिसे उसके ‘हरिता हरम कार्यक्रम’ और ‘अर्बन फॉरेस्ट्स पार्कों’ के माध्यम से शहरी वानिकी को बढ़ावा देने और बनाए रखने की प्रतिबद्धता के लिये चयनित किया गया है।

 

हरिता हरम कार्यक्रम-


लक्ष्य: यह राज्य के हरित क्षेत्र को कुल भौगोलिक क्षेत्र के वर्तमान 25.16 से 33% तक बढ़ाने के लिये तेलंगाना सरकार का एक प्रमुख कार्यक्रम है।


उद्देश्य: इस कार्यक्रम का उद्देश्य निम्नीकृत वनों का कायाकल्प करना, वनों को अतिक्रमण, आग, पशुचारण से बचाना और अधिक प्रभावी संरक्षण सुनिश्चित करते हुए बहु-आयामी दृष्टिकोण से उनका संरक्षण किया जाना है।


अर्बन फॉरेस्ट पार्क (UFP): इस कार्यक्रम के तहत शहरों और आसपास के वनखंडों को UFP में विकसित किया गया है।


ये अर्बन फॉरेस्ट पार्क न केवल स्वस्थ वातावरण प्रदान करेंगे, बल्कि राज्य में स्मार्ट, स्वच्छ, हरे, टिकाऊ और संपन्न शहरों के विकास में भी योगदान देंगे।


आर्बर डे फाउंडेशन-


आर्बर डे फाउंडेशन एक गैर-लाभकारी संरक्षण और शिक्षा संगठन है जिसकी स्थापना वर्ष 1972 में नेब्रास्का, संयुक्त राज्य अमेरिका में जॉन रोसेनो द्वारा की गई थी।यह वृक्षारोपण के लिये समर्पित सबसे बड़ा गैर-लाभकारी सदस्य संगठन है।इसका उद्देश्य दूसरों की सहायता करना और वर्तमान में हमारे सामने आने वाले कई वैश्विक समस्याओं जैसे- वायु की गुणवत्ता, जल की गुणवत्ता, बदलती जलवायु, वनों की कटाई, गरीबी आदि के समाधान के रूप में वृक्षों की उपयोगिता सिद्ध करना।