सिन्धु घाटी सभ्यता से हड़प्पा सभ्यता नाम परिवर्तित कैसे हुआ (How did the name Harappan Civilization change from Indus Valley Civilization?)
Posted on February 19th, 2020
* हड़प्पा सभ्यता के आरम्भिक अवशेष सिन्धु नदी की घाटी से प्राप्त हुए, अतः इसे “सिन्धु घाटी की सभ्यता (Indus Valley Civilization)” का नाम दिया गया।
* परंतु जब बाद में देश के अन्य भागों - लोथल (गुजरात), कालीबंगा (राजस्थान), रोपड़ (पंजाब), बनावली (हरियाणा), आलमगीरपुर (उत्तरप्रदेश) आदि स्थानों से इस सभ्यता के अवशेष मिले तो विद्वानों ने इसे “हड़प्पा सभ्यता” का नाम दिया।
* ऐसा इसलिए किया गया क्यूँकि उत्तरोत्तर उत्खनन एवं अनुसंधान से यह बात स्पष्ट हो गयी कि यह सभ्यता सिन्धु के सीमाओं से परे एक व्यापक भौगोलिक क्षेत्र में विस्तृत थी।
* पुरातात्विक साहित्य में साधारणतया किसी अज्ञात संस्कृति का नामकरण उस स्थल के नाम पर कर दिया जाता है, जहाँ पहले - पहल उस सभ्यता को पहचाना जाता है।
* सर्वप्रथम 1921 ई० में भारतीय पुरातत्व विभाग के निदेशक सर जाॅन मार्शल के नेतृत्व में रायबहादुर दयाराम साहनी ने हड़प्पा की खुदाई कर इसे खोजा।
सिन्धु घाटी सभ्यता से हड़प्पा सभ्यता नाम परिवर्तित कैसे हुआ (How did the name Harappan Civilization change from Indus Valley Civilization?)
* हड़प्पा सभ्यता के आरम्भिक अवशेष सिन्धु नदी की घाटी से प्राप्त हुए, अतः इसे “सिन्धु घाटी की सभ्यता (Indus Valley Civilization)” का नाम दिया गया।
* परंतु जब बाद में देश के अन्य भागों - लोथल (गुजरात), कालीबंगा (राजस्थान), रोपड़ (पंजाब), बनावली (हरियाणा), आलमगीरपुर (उत्तरप्रदेश) आदि स्थानों से इस सभ्यता के अवशेष मिले तो विद्वानों ने इसे “हड़प्पा सभ्यता” का नाम दिया।
* ऐसा इसलिए किया गया क्यूँकि उत्तरोत्तर उत्खनन एवं अनुसंधान से यह बात स्पष्ट हो गयी कि यह सभ्यता सिन्धु के सीमाओं से परे एक व्यापक भौगोलिक क्षेत्र में विस्तृत थी।
* पुरातात्विक साहित्य में साधारणतया किसी अज्ञात संस्कृति का नामकरण उस स्थल के नाम पर कर दिया जाता है, जहाँ पहले - पहल उस सभ्यता को पहचाना जाता है।
* सर्वप्रथम 1921 ई० में भारतीय पुरातत्व विभाग के निदेशक सर जाॅन मार्शल के नेतृत्व में रायबहादुर दयाराम साहनी ने हड़प्पा की खुदाई कर इसे खोजा।