राष्ट्रीय समसामयिकी 1(30-July-2022)
सफेद प्याज के लिए जीआई टैग
(GI tag for white onion)

Posted on July 31st, 2022 | Create PDF File

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अलीबाग (महाराष्ट्र) पारंपरिक तरीके से सफेद प्याज (white onion) उगाने और अद्वितीय स्वाद, स्वाद और आकार के लिए भू-जलवायु परिस्थितियों का उपयोग करने के लिए जाना जाता है। हाल ही में अलीबाग को अपने सफेद प्याज के लिए जीआई टैग प्राप्त हुआ है।

 

 

‘भौगोलिक संकेतक (जीआई) टैग’ (Geographical Indication – GI tag) मुख्यतः, किसी एक विशिष्ट भौगोलिक क्षेत्र में उत्पादित, कृषि, प्राकृतिक अथवा निर्मित उत्पाद (हस्तशिल्प और औद्योगिक वस्तुएं) होते हैं।

 

आमतौर पर, इन उत्पादों का नाम गुणवत्ता और विशिष्टता का आश्वासन देता है, जोकि वास्तव में इनकी उत्पत्ति-स्थान विशेषता को अभिव्यक्त करता है।

 

भौगोलिक संकेतक पंजीकरण की वैधता अवधि :

 

किसी भौगोलिक संकेतक का पंजीकरण 10 साल की अवधि तक के लिए वैध होता है।

 

इसे समय-समय पर आगामी 10 वर्षों की अवधि के लिए नवीनीकृत किया जा सकता है।

 

भौगोलिक संकेतक संबंधी समझौते एवं विनियमन :

 

अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर : औद्योगिक परिसंपत्ति संरक्षण हेतु ‘पेरिस अभिसमय’ तहत भौगोलिक संकेतक बौद्धिक संपदा अधिकार (Intellectual Property Rights- IPR) के एक घटक के रूप में शामिल हैं। जीआई, विश्व व्यापार संगठन (WTO) के ‘बौद्धिक संपदा अधिकारों के व्यापार संबंधी पहलुओं’ (Trade Related Aspects of Intellectual Property Rights-TRIPS) समझौते द्वारा भी प्रशासित होते हैं।

 

भारत में, भौगोलिक संकेतक पंजीकरण को वस्तुओं का भौगोलिक संकेतक (पंजीकरण और संरक्षण) अधिनियम, 1999 (Geographical Indications of Goods (Registration and Protection) Act, 1999) द्वारा प्रशासित होता है। यह अधिनियम सितंबर 2003 को लागू किया गया था। भारत में सबसे पहला जीआई टैग, वर्ष 2004-05 में, ‘दार्जिलिंग चाय’ को दिया गया था।