पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी समसामियिकी 2 (05-Mar-2021)^कतर्नियाघाट सेंचुरी में मिला हाथी का शव^(Elephant's body found in Katarniaghat Century)
Posted on March 5th, 2021
उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले के कतर्नियाघाट वन्यजीव अभ्यारण्य में गेरूआ नदी के किनारे शुक्रवार को एक जंगली हाथी का शव मिला।
सूचना मिलने पर घटनास्थल पर पहुंचे दुधवा नेशनल पार्क के फील्ड निदेशक संजय पाठक ने पत्रकारों को बताया कि सुबह जंगल में वन कर्मियों को गश्त के दौरान दुर्गंध का एहसास हुआ और नजदीक जाने पर हाथी का शव दिखा।
उन्होंने बताया कि मृत नर हाथी की उम्र तकरीबन 50 वर्ष होने का अनुमान है और शव देख कर पहली नजर में ऐसा लगता है कि उसकी मौत तीन-चार दिन पहले हुई होगी।
उन्होंने बताया कि मृत हाथी के शरीर में जगह-जगह हाथियों के दांत के निशान दिखे हैं और इससे यह अनुमान लगाया जा रहा है कि उसकी मौत हाथियों के आपसी संघर्ष में हुई होगी। मौके पर बाघों के पद चिन्ह भी मिले हैं और हाथी के शव को बाघ ने भी नोचा है।
फील्ड निदेशक ने कहा कि इन सभी तथ्यों की पुष्टि शव का पोस्टमॉर्टम होने के बाद ही हो सकेगी। उन्होंने बताया कि पोस्टमॉर्टम के लिए तीन पशु चिकित्सकों की टीम बनाई गई है। उन्होंने बताया कि पीसीसीएफ के प्रतिनिधियों की निगरानी में पोस्टमॉर्टम होगा।
उल्लेखनीय है कि पिछले माह के प्रथम सप्ताह में भी सेंचुरी में एक हाथी का शव बरामद हुआ था और उसकी पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में मौत दम घुटने से होनी बताई गयी थी।
ध्यान रहे कि नेपाल के रायल बर्दिया नेशनल पार्क से खाता कॉरीडोर के रास्ते आये दिन हाथियों की बड़ी संख्या नेपाल सीमावर्ती भारतीय जंगलों में आ रही है।
पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी समसामियिकी 2 (05-Mar-2021)कतर्नियाघाट सेंचुरी में मिला हाथी का शव(Elephant's body found in Katarniaghat Century)
उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले के कतर्नियाघाट वन्यजीव अभ्यारण्य में गेरूआ नदी के किनारे शुक्रवार को एक जंगली हाथी का शव मिला।
सूचना मिलने पर घटनास्थल पर पहुंचे दुधवा नेशनल पार्क के फील्ड निदेशक संजय पाठक ने पत्रकारों को बताया कि सुबह जंगल में वन कर्मियों को गश्त के दौरान दुर्गंध का एहसास हुआ और नजदीक जाने पर हाथी का शव दिखा।
उन्होंने बताया कि मृत नर हाथी की उम्र तकरीबन 50 वर्ष होने का अनुमान है और शव देख कर पहली नजर में ऐसा लगता है कि उसकी मौत तीन-चार दिन पहले हुई होगी।
उन्होंने बताया कि मृत हाथी के शरीर में जगह-जगह हाथियों के दांत के निशान दिखे हैं और इससे यह अनुमान लगाया जा रहा है कि उसकी मौत हाथियों के आपसी संघर्ष में हुई होगी। मौके पर बाघों के पद चिन्ह भी मिले हैं और हाथी के शव को बाघ ने भी नोचा है।
फील्ड निदेशक ने कहा कि इन सभी तथ्यों की पुष्टि शव का पोस्टमॉर्टम होने के बाद ही हो सकेगी। उन्होंने बताया कि पोस्टमॉर्टम के लिए तीन पशु चिकित्सकों की टीम बनाई गई है। उन्होंने बताया कि पीसीसीएफ के प्रतिनिधियों की निगरानी में पोस्टमॉर्टम होगा।
उल्लेखनीय है कि पिछले माह के प्रथम सप्ताह में भी सेंचुरी में एक हाथी का शव बरामद हुआ था और उसकी पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में मौत दम घुटने से होनी बताई गयी थी।
ध्यान रहे कि नेपाल के रायल बर्दिया नेशनल पार्क से खाता कॉरीडोर के रास्ते आये दिन हाथियों की बड़ी संख्या नेपाल सीमावर्ती भारतीय जंगलों में आ रही है।