रक्षा समसामयिकी 1 (22-July-2021)^DRDO ने किया सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल 'आकाश-एनजी' का सफलतापूर्वक परीक्षण^(DRDO successfully test-fires surface-to-air missile 'Akash-NG')
Posted on July 22nd, 2021
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (Defence Research & Development Organisation - DRDO) ने ओडिशा के तट एकीकृत परीक्षण रेंज (Integrated Test Range - ITR) से नई पीढ़ी की आकाश मिसाइल (Akash-NG) का सफलतापूर्वक उड़ान परीक्षण किया।
आकाश मिसाइल प्रणाली को हैदराबाद (Hyderabad) में डीआरडीओ की प्रयोगशाला द्वारा प्रमुख रक्षा अनुसंधान संगठन के अन्य विंग के सहयोग से विकसित किया गया है।
आकाश-एनजी हथियार प्रणाली एक सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल है जो लगभग 60 किमी की दूरी से लक्ष्य पर हमला कर सकती है और 2.5 Mach तक की गति से उड़ान भर सकती है।
उड़ान के आंकड़ों ने मिसाइल परीक्षण की सफलता की पुष्टि की है।
DRDO ने इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल ट्रैकिंग सिस्टम (electro-optical tracking systems), रडार (radar) और टेलीमेट्री (telemetry) जैसे कई निगरानी तंत्र तैनात किए।
रक्षा समसामयिकी 1 (22-July-2021)DRDO ने किया सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल 'आकाश-एनजी' का सफलतापूर्वक परीक्षण(DRDO successfully test-fires surface-to-air missile 'Akash-NG')
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (Defence Research & Development Organisation - DRDO) ने ओडिशा के तट एकीकृत परीक्षण रेंज (Integrated Test Range - ITR) से नई पीढ़ी की आकाश मिसाइल (Akash-NG) का सफलतापूर्वक उड़ान परीक्षण किया।
आकाश मिसाइल प्रणाली को हैदराबाद (Hyderabad) में डीआरडीओ की प्रयोगशाला द्वारा प्रमुख रक्षा अनुसंधान संगठन के अन्य विंग के सहयोग से विकसित किया गया है।
आकाश-एनजी हथियार प्रणाली एक सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल है जो लगभग 60 किमी की दूरी से लक्ष्य पर हमला कर सकती है और 2.5 Mach तक की गति से उड़ान भर सकती है।
उड़ान के आंकड़ों ने मिसाइल परीक्षण की सफलता की पुष्टि की है।
DRDO ने इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल ट्रैकिंग सिस्टम (electro-optical tracking systems), रडार (radar) और टेलीमेट्री (telemetry) जैसे कई निगरानी तंत्र तैनात किए।