यह पूर्णतया केंद्र प्रायोजित योजना है। वर्ष 2008 में शुरू की गई इस योजना का मुख्य उद्देश्य देश में लगातार गिरते लिंगानुपात को रोकना है। इस योजना के अंतर्गत बालिका के परिवार विशेषकर उसकी माता को कूछ शर्तें पूरी करने पर नकद राशि दी जाती है। कुछ शर्तों के अंतर्गत जन्म का पंजीकरण, टीकाकरण, स्कूल में नामांकन एवं उसमें बने रहना को कराते समय 5000 रुपए, शिक्षा के लिए नामांकन कराते समय 1000 रुपए, शिक्षा से संबंधित अन्य जरूरतों के लिए किस्तों में 6250 रुपए दिए जाते हैं।
लाभार्थी को कूल मिलाकर 13,500 रुपए के साथ बीमा की सुविधा भी दी जाती है। इस योजना को देश के सात राज्यों आंप्रप्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़, ओडीशा, झारखंड, पंजाब तथा उत्तर प्रदेश के 11 ब्लॉकों में लागू किया गया है। इस योजना को लागू हुए लगभग कई वर्ष हो गए लेकिन इस योजना का कार्यान्वयन बड़े राज्यों जैसे उत्तर प्रदेश, बिहार आदि मं उत्साहवर्द्धक नहीं रहा है। विश्लेषकों के अनुसार इसका एक कारण इस योजना का लाभ लेने हेतु 21 शर्तों को पूरा करना है। 21 शर्तें पूरी करने के बाद सिर्फ 13,500 रुपए मिलते हैं वो भी बालिका के जन्म पंजीकरण से लेकर 12 वर्ष की शिक्षा प्राप्ति तक 7 किस्तों में। इस योजना के प्रभावी एवं सफल क्रियान्वचचन के लिए इसकी शर्तों में कमी के साथ रुपए प्राप्ति हेतु किस्तों में भी कमी किए जाने की आवश्यकता है। इस योजना का भौगोलिक दायरा बढ़ाए जाने की जरूरत है।
यह पूर्णतया केंद्र प्रायोजित योजना है। वर्ष 2008 में शुरू की गई इस योजना का मुख्य उद्देश्य देश में लगातार गिरते लिंगानुपात को रोकना है। इस योजना के अंतर्गत बालिका के परिवार विशेषकर उसकी माता को कूछ शर्तें पूरी करने पर नकद राशि दी जाती है। कुछ शर्तों के अंतर्गत जन्म का पंजीकरण, टीकाकरण, स्कूल में नामांकन एवं उसमें बने रहना को कराते समय 5000 रुपए, शिक्षा के लिए नामांकन कराते समय 1000 रुपए, शिक्षा से संबंधित अन्य जरूरतों के लिए किस्तों में 6250 रुपए दिए जाते हैं।
लाभार्थी को कूल मिलाकर 13,500 रुपए के साथ बीमा की सुविधा भी दी जाती है। इस योजना को देश के सात राज्यों आंप्रप्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़, ओडीशा, झारखंड, पंजाब तथा उत्तर प्रदेश के 11 ब्लॉकों में लागू किया गया है। इस योजना को लागू हुए लगभग कई वर्ष हो गए लेकिन इस योजना का कार्यान्वयन बड़े राज्यों जैसे उत्तर प्रदेश, बिहार आदि मं उत्साहवर्द्धक नहीं रहा है। विश्लेषकों के अनुसार इसका एक कारण इस योजना का लाभ लेने हेतु 21 शर्तों को पूरा करना है। 21 शर्तें पूरी करने के बाद सिर्फ 13,500 रुपए मिलते हैं वो भी बालिका के जन्म पंजीकरण से लेकर 12 वर्ष की शिक्षा प्राप्ति तक 7 किस्तों में। इस योजना के प्रभावी एवं सफल क्रियान्वचचन के लिए इसकी शर्तों में कमी के साथ रुपए प्राप्ति हेतु किस्तों में भी कमी किए जाने की आवश्यकता है। इस योजना का भौगोलिक दायरा बढ़ाए जाने की जरूरत है।