नियमित अभ्यास क्विज़ (Daily Pre Quiz) - 203
Posted on August 29th, 2019 | Create PDF File
प्रश्न-1 : प्राय: समाचारों में रहने वाली ‘लिडार टेक्नोलॉजी’ (Lidar technology) का इस्तेमाल निम्नलिखित में से किसके लिये किया जा सकता है ?
- स्वचालित ड्राइविंग के लिये
- आधारभूत अवसंरचना संबंधी परियोजनाओं के लिये
- वायु प्रदूषण को मापने के लिये
नीचे दिये गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिये:
(a) केवल I
(b) केवल I और II
(c) केवल I और III
(d) I, II और III
उत्तर - ()
उत्तर-1 : (d)
व्याख्या :
- LIDAR का तात्पर्य ‘लाइट डिटेक्शन और रेंजिंग’ है, यह एक सुदूर संवेदन पद्धति है जो पृथ्वी पर विभिन्न दूरियों (विभिन्न चरों के बीच की दूरी) को मापने के लिये स्पंदित लेज़र के रूप में प्रकाश का उपयोग करती है। हवाई प्रणाली द्वारा दर्ज अन्य आँकड़ों के साथ-साथ ये प्रकाश स्पंदन-पृथ्वी के आकार और इसकी सतह की विशेषताओं के बारे में सटीक, त्रि-आयामी जानकारी प्रदान करते हैं।
- यह रडार के समान है लेकिन रडार में इस्तेमाल की जाने वाली ध्वनि की बजाय, लिडार प्रकाश का उपयोग करता है। इसलिये यह काफी तीव्र है।
- लिडार टेक्नोलॉजी के उपयोग:
♦ एयरबोर्न रडार मानचित्रण: वन प्रबंधन और उसके लिये योजना बनाना, बाढ़ एवं प्रदूषण के लिये मॉडल तैयार करना, मानचित्रण और नक्शे बनाना, शहरी नियोजन, तटरेखा प्रबंधन, परिवहन नियोजन, तेल और गैस अन्वेषण; पुरातत्त्व और सेलुलर नेटवर्क की योजना बनाने के लिये।
♦ ग्राउंड-बेस्ड लिडार मैपिंग: दृश्यता और गेमिंग, दुर्घटना/अपराध की दृश्यता, वास्तुकला, भवन, मरम्मत, नेविगेशन (ऑटोनोमस वाहन), मौसम विज्ञान (रमन लिडार का उपयोग वायुमंडलीय गैसों की सांद्रता मापने के लिये किया जाता है, लेकिन इसका इस्तेमाल ऐरोसॉल मापदंडों को पुन: प्राप्त करने के लिये भी किया जा सकता है) आदि। अतः विकल्प (d) सही है।
प्रश्न-2 : ‘एडवांस्ड एयर डिफेंस (AAD) इंटरसेप्टर मिसाइल’ के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये -
- यह पृथ्वी के वायुमंडल से बाहर (exo-atmospheric) तक की रेंज वाली इंटरसेप्टर मिसाइल है।
- यह मिसाइल डी.आर.डी.ओ. द्वारा विकसित बैलिस्टिक मिसाइल डिफेंस (BMD) प्रणाली का हिस्सा है।
- BMD में दो इंटरसेप्टर मिसाइल- पृथ्वी डिफेंस व्हीकल (PDV) और एडवांस्ड एयर डिफेंस (AAD) शामिल हैं।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?
(a) केवल I
(b) केवल I और II
(c) केवल II और III
(d) I, II और III
उत्तर - ()
उत्तर-2 : (c)
व्याख्या :
- हाल ही में, भारत ने एक एडवान्स्ड एयर डिफेंस (AAD) इंटरसेप्टर मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण किया। DRDO द्वारा विकसित AAD इंटरसेप्टर मिसाइल, 15-30 किमी. की कम ऊँचाई पर दुश्मन के बैलिस्टिक मिसाइलों को नष्ट करने में सक्षम है। अत: कथन 1 सही नहीं है।
- रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) द्वारा बैलिस्टिक मिसाइल डिफेंस (BMD) प्रणाली विकसित की गई है। इसमें दो इंटरसेप्टर मिसाइल शामिल हैं- पृथ्वी के वायुमंडल से बाहर तक की रेंज वाली पृथ्वी डिफेंस व्हीकल (PDV) और पृथ्वी के बायुमंडल की रेंज वाली एडवान्स्ड एयर डिफेंस (AAD)। अत: कथन 2 और 3 सही है।
प्रश्न-3 : निम्नलिखित में से किन गतिविधियों में भारतीय दूरसंवेदी (IRS) उपग्रहों का उपयोग किया जाता है ?
- फसल उत्पादकता का आकलन
- भूमिगत जल संसाधनों का पता लगाना
- खनिज अन्वेषण
- दूर-संचार
- यातायात अध्ययन
नीचे दिये गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिये-
(a) केवल I, II और III
(b) केवल IV और V
(c) केवल I और II
(d) I, II, III, IV और V
उत्तर - ()
उत्तर-3 : (a)
व्याख्या :
- वर्ष 1988 के आई.आर.एस.-1, से शुरुआत करते हुए इसरो ने कई प्रचलनात्मनक सुदूर संवेदन उपग्रहों का प्रमोचन किया है। आज भारत के पास सबसे बड़ी संख्या में प्रचालनरत सुदूर संवेदन उपग्रहों का समूह है।
- अभी हाल ही में ‘तेरह’ प्रचालनरत उपग्रह सूर्य समकालिक कक्षा (Sun Synchronous Orbit) में अवस्थित हैं- रिसोर्ससैट -1, 2, 2A कार्टोसैट -1, 2, 2A, 2B, रिसैट -1 and 2, ओशनसैट -2, मेघा -ट्रोपिकस, सरल और स्केटसैट -1, तथा ’चार’ भू-स्थिर कक्षा में (Geostationary orbit)- इनसेट-3D, कल्पना और इनसेट 3A, इनसेट -3DR; देश में तथा वैश्विक उपयोग हेतु विभिन्न प्रयोक्ता आवश्यकताओं को पूरा करने हेतु विविध स्थानिक, स्पैक्टर्मी तथा कालिक विभेदनों में आवश्यक आँकड़ा प्रदान करने हेतु विभिन्न उपकरणों को इन उपग्रहों द्वारा भेजा गया है।
- उपग्रहों से प्राप्त आँकड़ों का उपयोग कई अनुप्रयोगों के लिये किया जाता है:
♦ कृषि, जल संसाधन,
♦ शहरी नियोजन, ग्रामीण विकास,
♦ खनिज संभाव्यता की तलाश, पर्यावरण,
♦ वानिकी, समुद्री संसाधन,
♦ आपदा प्रबंधन
- भारतीय राष्ट्रीय उपग्रह (इनसैट) प्रणाली एशिया-प्रशांत क्षेत्र में सबसे बड़ी घरेलू संचार उपग्रह प्रणालियों में से एक है, जिसमें नौ प्रचालनात्मक संचार उपग्रह भू-स्थिर कक्षा में अवस्थित हैं। वर्ष 1983 में इनसैट-1b को शुरू करने के साथ इनसैट को स्थापित किया गया था। अत: विकल्प (a) सही है।
प्रश्न-4 : जेट इंजन और रॉकेट के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये -
- जेट इंजन अपनी ऑक्सीजन आपूर्ति के लिये आस-पास की वायु का उपयोग करता है, अत: यह अंतरिक्ष में गति के लिये अनुपयुक्त है।
- रॉकेट अपने इस्तेमाल के लिये ऑक्सीजन की आपूर्ति गैस व ईंधन के रूप में करता है।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?
(a) केवल I
(b) केवल II
(c) I और II दोनों
(d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर - ()
उत्तर-4 : (a)
व्याख्या :
- जेट इंजन एक प्रतिक्रिया इंजन (Reaction Engine) है जो एक तेज गति से चलने वाले जेट को निर्वाहित करता है और जो जेट प्रणोदन द्वारा दाब उत्पन्न करता है। जेट इंजन को आमतौर पर एक एयरब्रीथ प्रणोदन प्रणाली के रूप में जाना जाता है।
- एयरब्रीथ प्रणोदन प्रणाली ऑक्सीकरण के रूप में वातावरण में उपलब्ध ऑक्सीजन का उपयोग करती है, इसलिये यह अंतरिक्ष में गति के लिये उपयुक्त नहीं हैं। अत: कथन 1 सही है।
- एक रॉकेट आमतौर पर ठोस रासायनिक प्रणोदक या तरल रासायनिक प्रणोदक पेश करता है जिसमें ईंधन और आक्सीकारक होता है। यह गैस की अवस्था में ऑक्सीजन नहीं ले जाया करता है। अत: कथन 2 सही नहीं है।
प्रश्न-5 : कॉपरनिकस कार्यक्रम के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये -
- कॉपरनिकस नासा (NASA) का एक पृथ्वी अवलोकन कार्यक्रम है।
- इस कार्यक्रम से भारत को उपग्रह डेटा तक पहुँच प्राप्त होती है।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?
(a) केवल I
(b) केवल II
(c) I और II दोनों
(d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर - ()
उत्तर-5 : (b)
व्याख्या :
- कॉपरनिकस यूरोपीय संघ का पृथ्वी अवलोकन कार्यक्रम (Earth Observation Programme) है जो सभी यूरोपीय नागरिकों के सर्वश्रेष्ठ लाभ के लिये हमारे ग्रह और इसके पर्यावरण का पर्यवेक्षण करता है। यह पृथ्वी के अवलोकन उपग्रह और स्वस्थानिक (गैर-अंतरिक्ष) डाटा पर आधारित सूचना सेवाएँ प्रदान करता है।
- कॉपरनिकस, पूर्व में GMES यानी ‘ग्लोबल मॉनीटरिंग फॉर एनवायर्मेंट एंड सिक्योरिटी कार्यक्रम’ का नया नाम है।
- इस पहल का नेतृत्व यूरोपियन कमीशन (EC) द्वारा यूरोपियन स्पेस एजेंसी (ESA) के सहयोग से किया जाता है। अत: कथन 1 सही नहीं है।
- हाल ही में भारत के अंतरिक्ष विभाग (DoS) और यूरोपीय संघ (EU) ने पृथ्वी अवलोकन उपग्रह के डाटा को साझा करने से संबंधित सहयोग समझौते पर हस्ताक्षर किये हैं।
- इस समझौते का उद्देश्य पृथ्वी के अवलोकन संबंधी सहयोग को मज़बूत और प्रोत्साहित करना तथा EU की सेंटीनेल शृंखला के उपग्रहों और भारतीय पृथ्वी अवलोकन उपग्रहों से प्राप्त डाटा पर पारस्परिक पहुँच को स्थापित करना है। अत: कथन 2 सही है।