नियमित अभ्यास क्विज़ (Daily Pre Quiz) - 201

Posted on August 26th, 2019 | Create PDF File

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प्रश्न-1 : कावेरी नदी की सहायक नदियों की पहचान कीजिये -

  1. हेमवती नदी  
  2. काबिनी नदी 
  3. अमरावती नदी
  4. इंद्रावती नदी

नीचे दिये गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिये: 

(a) केवल I और II

(b) केवल II और III

(c) केवल I, II और III

(d) केवल I, II और IV

 

उत्तर - ()

 

 

उत्तर-1 : (c)

 

व्याख्या : 

  • कावेरी नदी को ‘दक्षिण गंगा’ भी कहा जाता है। कावेरी नदी का उद्गम कोडागु (कुर्ग) ज़िले के चेरंगाला गाँव के निकट ब्रह्मगिरि रेंज पर तालकावेरी में 1,341 मीटर की ऊँचाई पर होता है।
  • उद्गम स्थल से आखिरी मुहाने तक नदी की कुल लंबाई 800 किमी. है। कावेरी बेसिन तमिलनाडु, कर्नाटक, केरल से लेकर संघ राज्यक्षेत्र पुदुच्चेरी तक 81,000 वर्ग किमी. क्षेत्र में फैला हुआ है।
  • कावेरी की सहायक नदियाँ- हेमवती नदी, लक्ष्मण तीर्थ, काबिनी नदी, शिमशा नदी, अर्कावती नदी, भवानी नदी, नोबयाल नदी, अमरावती नदी हैं। अतः कथन 1, 2 और 3 सही हैं।
  • इंद्रावती गोदावरी की सहायक नदी है। गोदावरी की अन्य सहायक नदियाँ प्रवारा, पूर्णा, मंजीरा, प्राणहिता और सबरी हैं। अतः कथन 4 सही नहीं है।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

प्रश्न-2 : विभिन्न प्रकार के जनांकिकीय घनत्व एवं उनकी परिभाषाओं के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये -

  1. जनसंख्या घनत्व = कुल जनसंख्या/कुल भौगोलिक क्षेत्र  
  2. कायिक घनत्व (Physiological density) = कुल जनसंख्या/शुद्ध आवासीय क्षेत्र
  3. कृषि घनत्व = कुल कृषि जनसंख्या/शुद्ध जोतयोग्य क्षेत्र

उपर्युक्त में से कौन-से सही ढंग से परिभाषित हैं? 

(a) केवल I और II

(b) केवल I और III

(c) केवल II और III

(d) I, II और III

 

उत्तर - ()

 

उत्तर-2 : (b)

 

व्याख्या : 

  • जनसंख्या घनत्व/अंकगणितीय घनत्व प्रति इकाई क्षेत्रफल या इकाई आयतन में जनसंख्या का मापक है।
  • कायिक घनत्व को कुल जनसंख्या/शुद्ध जोत क्षेत्र के रूप में परिभाषित किया गया है। उदाहरण के लिये; कृषि योग्य भूमि के प्रति इकाई क्षेत्रफल में लोगों की संख्या। उच्च कायिक घनत्व से यह पता चलता है कि उपलब्ध कृषि भूमि का अधिक उपयोग किया जा रहा है और कम कायिक घनत्व वाले देश की तुलना में यह जल्द ही उत्पादन की सीमा तक पहुँच जाएगी।
  • कृषि घनत्व को कृषि-क्षेत्र के प्रति इकाई क्षेत्र से जुड़े किसानों की कुल संख्या के रूप में मापा जाता है। अतः विकल्प (b) सही है।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

प्रश्न-3 : भारत में महिला प्रवासियों द्वारा मुख्य रूप से किस प्रवसन प्रवृत्ति का अनुसरण किया जाता है ?

 

(a) ग्रामीण-ग्रामीण

(b) ग्रामीण-शहरी

(c) शहरी-ग्रामीण

(d) शहरी-शहरी

 

उत्तर - ()

 

 

उत्तर-3 : (a)

 

व्याख्या : 

  • वर्ष 2011 में भारत में कुल 315 मिलियन लोग ऐसे थे जिन्होंने अपने मूल निवास से प्रवसन (पलायन) कर दिया था, उसमें से 98 मिलियन लोगों को केवल पिछले 10 वर्षों में ही प्रवसन करना पड़ा। इन 98 मिलियन में से 81 मिलियन लोगों ने अपने राज्यों के अंदर ही प्रवसन किया। प्रवसन करने वाले लोगों में सर्वाधिक महिलाएँ शामिल रही हैं। ज़्यादातर महिलाओं को वैवाहिक प्रवसन के कारण अपने मूल निवास को छोड़ना पड़ा।
  • ग्रामीण क्षेत्र से ग्रामीण क्षेत्र की ही ओर, राज्य के अंदर या राज्य के बाहर होने वाले प्रवसन से महिलाएँ सर्वाधिक प्रभावित हैं। इसके विपरीत, ग्रामीण क्षेत्रों से शहरों की ओर प्रवसन करने वालों में पुरुष सर्वाधिक हैं, जो आर्थिक कारणों से अंतर्राज्यीय प्रवसन द्वारा प्रभावित होते हैं। अतः विकल्प (a) सही है।
  • जनगणना-2011 के आँकड़ों के अनुसार, भारत में 45.36 करोड़ लोग (लगभग 37% आबादी) प्रवसन से प्रभावित है तथा अपने मूल निवास को छोड़कर अन्यत्र कहीं बस गए हैं। 
  • वर्ष 2001–2011 के बीच, महिलाओं में प्रवसन का प्रमुख कारण विवाह था, जैसा कि इससे पहले के दो दशकों में था। प्रवसन से प्रभावित 31.2 करोड़ महिलाओं में से 21.7 करोड़ महिलाओं (लगभग 69%) ने इसी कारण का उल्लेख किया है। वर्ष 1981–1999 में 65.9 प्रतिशत और वर्ष 1991–2001 में 64.9 प्रतिशत महिलाओं को विवाह के कारण ही प्रवसन करना पड़ा था।
  • प्रवसन करने वाले 14 करोड़ पुरुषों में से 3 करोड़ पुरुषों ने काम और रोज़गार को प्रवसन का मुख्य कारण बताया है।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

प्रश्न-4 : निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये -

  1. ग्रामीण बस्तियाँ अपनी आजीविका और मूलभूत आर्थिक आवश्यकताओं के लिये भूमि-आधारित प्राथमिक गतिविधियों पर निर्भर होती हैं।
  2. केवल शहरी निवासियों को वस्तुएँ और सेवाएँ प्रदान करने की दृष्टि से शहर आर्थिक गतिविधियों के केंद्र-बिंदु होते हैं।

उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं ?

(a) केवल I

(b) केवल II

(c) I और II दोनों

(d) इनमें से कोई नहीं 

 

उत्तर - ()

 

उत्तर-4 : (a)

 

व्याख्या : 

  • प्राथमिक व्यवसाय, व्यापक भूमि उपयोग पैटर्न, कम जनघनत्व, परिवहन और संचार के धीमे और पुराने साधन, कम आर्थिक विकास, पारंपरिक जीवन शैली, आपसी सहयोग की भावना और कम प्रदूषित पर्यावरण ग्रामीण बस्तियों की विशेषताएँ हैं। अत: कथन 1 सत्य है। ग्रामीण बस्तियों को चार भागों में विभाजित किया जा सकता है:
  • क्लस्टर, समुच्चयित या केंद्रक रूप में
  • अर्द्ध-क्लस्टर या बिखरी हुईं
  • उप-ग्रामीण
  • पृथक बस्तियाँ
  • शहर आर्थिक विकास के केंद्र के रूप में कार्य करते हैं। शहर न केवल शहरी निवासियों, बल्कि ग्रामीण लोगों को भी खाद्य पदार्थों तथा कच्चे माल के बदले वस्तुओं और सेवाओं की आपूर्ति करते हैं। ग्रामीणों का शहरी क्षेत्रों से यह संबंध परिवहन और संचार के साधनों के कारण बना रहता है। अत: कथन 2 सही नहीं है।

 

 

 

 

 

 

 

 

प्रश्न-5 : निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये -

  1. तिब्बत में ब्रह्मपुत्र का नाम ‘सांगपो’ है। 
  2. नामचा बरुआ पहुँचने पर ब्रह्मपुत्र यू (U) टर्न लेते हुए भारत के अरुणाचल प्रदेश में प्रवेश करती है।
  3. श्योक, ज़ास्कर और हुन्ज़ा ब्रह्मपुत्र की प्रमुख सहायक नदियाँ हैं।

उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?

(a) केवल I

(b) केवल II और III

(c) केवल I और II

(d) I, II और III

         

उत्तर - ()

 

उत्तर-5 : (c)

 

व्याख्या : 

  • ब्रह्मपुत्र का उद्गम मानसरोवर के निकट कैलाश पर्वत माला पर चेमयुंगडुंग ग्लेशियर में स्थित है। यहाँ से पूर्व की ओर बहते हुए यह दक्षिणी तिब्बत के शुष्क और समतल क्षेत्र में 1200 किमी. की दूरी तय करती है, जहाँ इसे सांगपो के नाम से जाना जाता है। रंगो सांगपो तिब्बत में इसके दाएँ तट की प्रमुख सहायक नदी है। अतः कथन 1 सही है।
  • यह एक अशांत और गतिशील नदी के रूप में मध्य हिमालय के पास नामचा बारवा में गहरे गॉर्ज का निर्माण करती है। यहाँ तलहटी से उभरकर यह दिहांग के नाम से बहती है। यह भारत में अरुणाचल प्रदेश के सादिया शहर के पश्चिम से प्रवेश करती है। यहाँ से दक्षिण-पश्चिम में बहते हुए अपने बाएँ तट पर देबांग और लोहित नदियों से जल प्राप्त करती है। इसके बाद इसे ब्रह्मपुत्र के नाम से जाना जाता है। अतः कथन 2 सही है।
  • बाएँ तट पर इसकी प्रमुख सहायक नदियाँ देबांग, लोहित, बूढ़ी दिहांग और धनसिरी हैं। दाएँ तट पर इसकी सहायक नदियाँ कामेंग, सुबनसिरी, मानस और संकोश हैं। अत: कथन 3 सही नहीं है।
  • श्योक, ज़ास्कर और हुंज़ा इत्यादि, सिंधु की सहायक नदियाँ हैं।