नियमित अभ्यास क्विज़ (Daily Pre Quiz) - 194

Posted on August 8th, 2019 | Create PDF File

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प्रश्न-1 : पूरे विश्व के शहरों में चट्टानों और पेड़ों पर पाई जाने वाली ‘काई’ (Mosses) के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये -

  1. काई, एक जैव-सूचक एवं शहरी प्रदूषण को नियंत्रित करने वाले एक किफायती उपाय के रूप में कार्य करती है। 
  2. काई अपने स्वरूप में परिवर्तन करके, सघन होकर या फिर गायब होकर प्रदूषण के प्रति प्रतिक्रिया देती है जिससे वैज्ञानिकों को वातावरण में होने वाले परिवर्तनों का आकलन करने में मदद मिलती है।

उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?

(a) केवल I

(b) केवल II

(c) I और II दोनों

(d) इनमें से कोई नहीं

 

उत्तर - ()

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

प्रश्न-2 : निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये -

  1. बाड़बंदी और मिश्रित खेती दोनों ही मृदा अपरदन को रोकने के उपाय हैं। 
  2. अवनालिका अपरदन के विस्तार (Gully extension) को सीढ़ीदार खेत बनाकर या वनस्पति रोपण द्वारा नियंत्रित किया जा सकता है।
  3. शुष्क क्षेत्रों में कृषि-वानिकी का उपयोग बालुका टिब्बों द्वारा भूमि अतिक्रमण को नियंत्रित करने के लिये किया जाता है।

उपर्युक्त कथनों में से कौन-से सही हैं?

(a) केवल I और II

(b) केवल II और III

(c) केवल I और III

(d) I, II और III

 

उत्तर - ()

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

प्रश्न-3 : निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये -

  1. फार्म-वानिकी के अंतर्गत किसान अपनी ज़मीनों पर केवल गैर-वाणिज्यिक उद्देश्य से वृक्षारोपण करते हैं।
  2. सामुदायिक वानिकी भूमिहीन लोगों तक उन लाभों को पहुँचाती है जो केवल भूस्वामियों को ही प्राप्त होते हैं।

उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?  

(a) केवल I

(b) केवल II

(c) I और II दोनों

(d) इनमें से कोई नहीं

 

उत्तर - ()

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

प्रश्न-4 : ‘वन क्षेत्र’ के बारे में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये -

  1. यह राज्य के राजस्व विभाग के आँकड़ों पर आधारित होता है। 
  2. यह वनों द्वारा आच्छादित क्षेत्र है।
  3. लक्षद्वीप का वन क्षेत्र शून्य प्रतिशत है।

उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही नहीं है/हैं?

(a) केवल I

(b) केवल II और III

(c) केवल I और II

(d) केवल I और III 

 

उत्तर - ()

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

प्रश्न-5 : कोंकण रेलवे के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं ?

  1. यह महाराष्ट्र में रोहा को कर्नाटक में मंगलुरु से जोड़ती है।
  2. इसे इंजीनियरिंग का चमत्कार माना जाता है क्योंकि यह कई नदियों एवं प्रवाहों को पार करती है तथा इसमें पुलों और सुरंगों की संख्या बहुत अधिक है।

नीचे दिये गए कूटों का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिये:  

(a) केवल I

(b) केवल II

(c) I और II दोनों

(d) इनमें से कोई नहीं

         

उत्तर - ()

 

 

 

 

उत्तरमाला

 

 

 

 

 

उत्तर-1 : (c)

 

व्याख्या : 

  • जापानी वैज्ञानिकों द्वारा किये गए एक अध्ययन के मुताबिक, वातावरण में परिवर्तन के प्रभाव का आकलन करने के लिये पूरे विश्व के शहरों में चट्टानों और पेड़ों पर पाई गई ‘काई’ का उपयोग किया जा सकता है और यह शहरी प्रदूषण की निगरानी के लिये एक कम लागत वाला उपाय साबित हो सकता है। अतः कथन 1 सही है।
  • ‘जैव-सूचक’ अपना स्वरूप बदलकर, सघन होकर या फिर गायब होकर प्रदूषण पर अपनी प्रतिक्रिया देते हैं, जिससे वैज्ञानिकों को वायुमंडलीय परिवर्तनों का आकलन करने में मदद मिलती है। अतः कथन 2 सही है।
  • आर्द्र शहरों में जहाँ ब्रायोफाइट्स (काई, जड़हीन और पुष्पहीन जैव-सूचकों के लिये एक सामूहिक शब्द) पनपती है, उनके प्राकृतिक वातावरण में ही उनका निरीक्षण किया जा सकता है या विश्लेषण के लिये उनको उगाया जा सकता है।
  • काई जैसे जैव-सूचक सामान्यत: जल और पोषक तत्त्वों का अवशोषण अपने निकटतम वातावरण से करते हैं। पर्यावरणीय आकलन के अन्य तरीकों की तुलना में इनका इस्तेमाल सस्ता है और यह पारिस्थितिक तंत्र में परिवर्तन को प्रतिबिंबित करता है।

 

 

 

 

 

 

 

उत्तर-2 : (d)

 

व्याख्या : 

मृदा संरक्षण

 

  • मृदा संरक्षण मिट्टी की उर्वरता को बनाए रखने, मिट्टी के कटाव और क्षय को रोकने एवं मिट्टी की स्थिति में सुधार लाने हेतु एक पद्धति है। मृदा क्षरण अनिवार्य रूप से खेती की दोषपूर्ण पद्यतियों की वजह से बढ़ता है। यदि समस्त भूमि को खेती के लिये उपयोग में लाया जाना है तो सावधानीपूर्वक मेड़ बनाई जानी चाहिये। भारत के कई भागों में होने वाली स्थानांतरण खेती और अधिक चराई ने भूमि के प्राकृतिक आवरण को प्रभावित कर व्यापक कटाव को जन्म दिया।
  • इसके दुष्परिणामों के बारे में ग्रामीणों को शिक्षित करते हुए इसकी देख-रेख एवं नियंत्रण के उपाय किये जाने चाहियें।
  • शुष्क और अर्द्ध-शुष्क क्षेत्रों में, कृषि-वानिकी का बचाव पट्टी के विकास के माध्यम से बालुका टिब्बों द्वारा भूमि अतिक्रमण को नियंत्रित करने के लिये प्रयास किये जाने चाहियें। खेती के लिये अनुपयुक्त भूमियों को चारागाह में तब्दील किया जाना चाहिये। केंद्रीय शुष्क क्षेत्र अनुसंधान संस्थान (CAZRI) द्वारा पश्चिमी राजस्थान में बालुका टिब्बों को स्थिर करने के लिये प्रयोग किये गए हैं। अतः कथन 1, 2 और 3 सही हैं।

 

 

 

 

 

 

उत्तर-3 : (b)

 

व्याख्या : 

  • सामाजिक वानिकी का तात्पर्य पर्यावरणीय, सामाजिक और ग्रामीण विकास में सहायता के उद्देश्य से वनों के प्रबंधन और सुरक्षा एवं बंजर भूमि पर वनरोपण से है।
  • राष्ट्रीय कृषि आयोग (1976) ने सामाजिक वानिकी को तीन श्रेणियों में बाँटा है:
  • शहरी वानिकी के अंतर्गत शहरों और उनके इर्द-गिर्द निजी व सार्वजनिक भूमि, जैसे-हरित पट्टी, पार्क, सड़कों के साथ खाली जगह, औद्योगिक व व्यापारिक स्थलों इत्यादि पर वृक्ष लगाना और उनका प्रबंधन करना शामिल है।
  • ग्रामीण वानिकी कृषि वानिकी और सामुदायिक वानिकी को बढ़ावा देने पर ज़ोर दिया जाता है।

 

  1. कृषि वानिकी का अर्थ है कृषियोग्य तथा बंजर भूमि पर पेड़ और फसलें एक साथ लगाना। इसका अभिप्राय है वानिकी और खेती एक साथ करना, जिससे खाद्यान्न, चारा, ईंधन, इमारती लकड़ी और फलों का उत्पादन एक-साथ किया जाए।
  2. सामुदायिक वानिकी में सार्वजनिक भूमि जैसे- गाँव-चारागाह, मंदिर-भूमि, सड़कों के दोनों ओर, नहर किनारे, रेल पटरी के किनारे और विद्यालयों इत्यादि में पेड़ लगाना शामिल है। इसका उद्देश्य पूरे समुदाय को लाभ पहुँचाना है। इस योजना का एक उद्देश्य भूमिविहीन लोगों को वनीकरण से जोड़ना तथा उन्हें वे लाभ पहुँचाना है जो केवल भूस्वामियों को ही प्राप्त होते हैं। अत: कथन 2 सही है।

 

  • फार्म वानिकी पद का तात्पर्य ऐसी वानिकी से है जिसके अंतर्गत किसान अपने खेतों में व्यापारिक पौधों का रोपण करते हैं। अत: कथन 1 सही नहीं है।

 

 

 

 

 

 

 

उत्तर-4 : (d)

 

व्याख्या : 

 

  • ‘वन क्षेत्र’ एवं वास्तविक वन आच्छादन एक जैसे नहीं होते हैं।
  • ’वन क्षेत्र’ राजस्व विभाग के अनुसार, वैसे अधिसूचित क्षेत्र हैं, चाहे वहाँ वृक्ष हाें या न हों। अत: कथन 2 सही नहीं है।
  • वन क्षेत्र राज्य राजस्व विभाग के रिकार्ड पर आधारित होता है। अत: कथन 1 सही है।
  • वास्तविक वन आच्छादन वाले क्षेत्र ऐसे क्षेत्र होते हैं जो वनों द्वारा पूरी तरह से ढके हुए होते हैं। यह हवाई छायाचित्रों और उपग्रहों द्वारा ली गई तस्वीरों पर आधारित होते है।
  • वन क्षेत्र और वन आच्छादन दोनों एक राज्य से दूसरे राज्य में बदलते रहते हैं। लक्षद्वीप का वन क्षेत्र शून्य प्रतिशत है (अत: कथन 3 सही है), जबकि अंडमान और निकोबार का वन क्षेत्र 86.93 प्रतिशत है। दस प्रतिशत से कम वन क्षेत्र वाले अधिकांश राज्य देश के उत्तर और उत्तर-पश्चिम भाग में आते हैं। ये राज्य राजस्थान, गुजरात, पंजाब, हरियाणा और दिल्ली हैं। उत्तर-पूर्वी राज्यों की 30 प्रतिशत से अधिक भूमि वनों के अंतर्गत है।

 

 

 

 

 

 

 

उत्तर-5 : (c)

 

व्याख्या : 

कोंकण रेलवे

 

  • वर्ष 1998 में भारतीय रेलवे की महत्त्वपूर्ण उपलब्धियों में से एक कोंकण रेलवे का निर्माण है। वस्तुत: कोंकण रेलवे भारत की वाणिज्यिक राजधानी मुंबई और मंगलुरु के बीच का विलुप्त संपर्क था।
  • 741 किलोमीटर लंबी लाइन महाराष्ट्र, गोवा और कर्नाटक राज्यों को जोड़ती है- इसके दृश्यों में आढ़ी-तिरछी नदियों का एक क्षेत्र, डूबती हुई घाटियाँ और पर्वत जो बादलों में चढ़ते दिखाई देते हैं। इत्यादि आते हैं। यह महाराष्ट्र में रोहा को कर्नाटक में मंगलुरु से जोड़ती है। अत: कथन 1 सही है।
  • इसे इंजीनियरिंग का चमत्कार माना जाता है। यह 146 नदियों, जल-धाराओं, लगभग 2000 पुलों और 91 सुरंगों को पार करती है। अत: कथन 2 सही है।