विज्ञान एवं प्रोद्योगिकी समसामयिकी 1 (29-Apr-2021)सीटी वैल्यू (CT Value) : कोविड -19 परीक्षण(Ct Value: Covid-19 Test)
Posted on April 29th, 2021 | Create PDF File
भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) ने कोविड-19 पॉज़िटिव मरीजों के लिये एक एकल सीटी वैल्यू कट ऑफ निर्धारित करने का फैसला किया है।
सीटी वैल्यू आरटी-पीसीआर परीक्षणों के दौरान उभरता है अर्थात् आरटी पीसीआर टेस्ट में सीटी वैल्यू मरीज में वायरल लोड को दर्शाती है। 35 से कम सीटी वैल्यू वाले सभी रोगियों को सकारात्मक (positive) माना जाता है जबकि 35 से ऊपर के सीटी वैल्यू वाले लोगों को नकारात्मक (Negative) माना जाता है।
आरटी-पीसीआर परीक्षण (RT-PCR Tests):
रिवर्स ट्रांसक्रिप्शन पॉलीमरेज़ चेन रिएक्शन (Reverse Transcription Polymerase Chain Reaction-RT-PCR) यदि परीक्षण सकारात्मक है तो स्वाब (Swab) एकत्र किया जाता है और पॉलीमरेज़ चेन रिएक्शन (Polymerase Chain Reaction- PCR) किट का उपयोग करके एक राइबोन्यूक्लिक एसिड (Ribonucleic Acid- RNA) परीक्षण किया जाता है। जब यह परिलक्षित होती है तो डीएनए (डिऑक्सीराइबोन्यूक्लिक एसिड) में परिवर्तित कर दिया जाता है।
प्रवर्द्धन आनुवंशिक सामग्री की कई प्रजातियाँ बनाने की प्रक्रिया को संदर्भित करता है जैसे -डी.एन.ए. प्रक्रिया ।
यह वायरस की उपस्थिति का पता लगाने के लिये परीक्षण की क्षमता में सुधार करता है।
प्रवर्द्धन चक्रीय श्रृंखला के माध्यम से होता है - एक संख्या दो में और दो संख्या चार में बदल जाती है, और इसी तरह यह कई चक्रों के बाद वायरल लोड को निर्धारित करती है।
सीटी वैल्यू:
सीटी, साइकिल थ्रेशोल्ड (Cycle Threshold) का संक्षिप्त रूप है।
वैज्ञानिक रूप से एक सीटी वैल्यू किसी सैंपल में वायरस की संख्या की जानकारी देती है।
यदि चक्र की अधिक संख्या में आवश्यकता होती है, तो इसका अर्थ है कि जब चक्र की संख्या कम होगी तो वायरस को निर्धारित करना मुश्किल होगा।
न्यून सीटी वैल्यू, उच्च वायरल लोड को प्रदर्शित करता है क्योंकि वायरस की पहचान कम चक्रों में ही हो गई।
इससे यह पता चलता है कि लक्षणों की शुरुआत के समय में रोग की गंभीरता की तुलना में सीटी वैल्यू एक मज़बूत संबंध स्थापित करता है।
वायरल लोड:
यह आनुवंशिक सामग्री की संख्या को संदर्भित करता है, आमतौर पर एक संक्रमित व्यक्ति के रक्त में मौजूद वायरस के RNA रुप की पहचान करती है।
यह रक्त के प्रत्येक मिलीलीटर में मौजूद वायरल कणों की कुल संख्या के रूप में व्यक्त किया जाता है।
रक्त में उच्च वायरल लोड का अर्थ है कि वायरस सक्रिय है और संक्रमण बढ़ रहा है।
एक उच्च वायरल लोड वाले संक्रमित व्यक्ति द्वारा अधिक वायरस कणों को प्रसारित करने की संभावना होती है जिसे "वायरल शेडिंग" के रूप में जाना जाता है अर्थात् जब कोई व्यक्ति वायरस से उच्च संक्रमित होता है, तो वायरस शरीर में गुणा करता है और हो सकता है छींकने, खाँसने या यहाँ तक कि बोलने के माध्यम से पर्यावरण में जारी किया जाता है तो इस प्रक्रिया को "वायरल शेडिंग" के रूप में जाना जाता है।