चार्टर अधिनियम, 1813 (Charter Act, 1813)
Posted on April 28th, 2020 | Create PDF File
कारण - पृष्ठभूमि
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नेपोलियन द्वारा लागू की गयी महाद्वीपीय व्यवस्था - जिसमें उसने अपने ऊपर आश्रित देशों को ब्रिटेन से सामान आयात करने पर रोक लगाने को कहा, जिससे ब्रिटेन के औद्योगिक ढाँचे को तोड़कर उसकी अर्थव्यवस्था को प्रभावित किया जा सके, इसी परिप्रेक्ष्य में ब्रिटिश कंपनियों द्वारा ईस्ट इंडिया कंपनी के व्यापारिक एकाधिकार का विरोध किया गया
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ब्रिटेन में प्रारम्भ हो चुका औद्योगिक क्रांति का दौर
प्रावधान -
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कंपनी के व्यापारिक एकाधिकार को समाप्त कर दिया गया
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कंपनी के राजनीतिक एकाधिकार को बीस वर्षों के लिए बढ़ा दिया गया
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किंतु कंपनी के चीन के साथ व्यापार व चाय के व्यापार के एकाधिकार को बीस वर्षों के लिए बढ़ा दिया गया
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कुछ सीमाओं के अधीन सभी ब्रिटिश नागरिकों के लिए भारत के साथ व्यापार को खोल दिया गया
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इस अधिनियम द्वारा ईसाई मिशनरियों को धर्म प्रचार की अनुमति दी गयी
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भारतीयों की शिक्षा के लिए एक लाख रुपए प्रतिवर्ष का प्रावधान किया गया (अधोगामी निस्यंदन सिद्धांत)
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पहली बार इस अधिनियम में ब्रिटिश अधिकार वाले क्षेत्र को परिभाषित किया गया
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कंपनी को भारत का प्रशासक घोषित किया गया