वेश्यावत्ति के कारण (Cause of Prostitution)

Posted on March 26th, 2020 | Create PDF File

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वेश्यावत्ति के कारण (Cause of Prostitution)-

 

* जीविकोपार्जन के लिए,

* अधिक परिश्रम एवं कम आय वाले कार्य से बचने के लिए,

* घर पर होने वाले बुरे व्यवहार के कारण,

* गन्दी बस्तियों में अनियंत्रित और अशिष्ट जीवन व्यतीत करने के कारण,

* धनी वर्ग का भोग-विलास और आनन्द देखकर उसके लालच में आने के कारण,

* अश्लील, भ्रष्ट एवं अस्वस्थ मनोरंजन तथा पुरुषों के प्रलोभन और दलालों के प्रभाव में आने के कारण

* माता-पिता का बुरा बर्ताव या उनके द्वारा प्रताड़ित किया जाना।

* गलत संगत में होना (Bad Company) |

* पारिवारिक वेश्यावृत्ति (Family Prostitutes) |

* वेश्यावृत्ति की परम्परा

* कम उम्र में कौटुम्बिक व्यभिचार (Incest) या बलात्कार होना

* विवाह न हो पाना।

* यौन शिक्षा न मिलना।

* जल्द विवाह और पत्नी को छोड़ देना (Early Marriage and desertion) |

* अज्ञानवश वेश्यावृत्ति स्वीकार करना।

* गरीबी एवं आर्थिक विवशता।

* शारीरिक सुख की प्राप्ति की इच्छा होना।

* धन की लालसा।

 

उपर्युक्त वर्णित कारणों के अतिरिक्‍त महिलाओं द्वारा वेश्यावृत्ति अपनाने के पीछे जैवकीय कारण जैसे-वंशानुगत व्यवसाय, समलैंगिक सम्बन्ध, पति की नपुंसकता, यौन सम्बन्धों में विविधता की इच्छा, प्रबल यौनेच्छा; पारिवारिक कारण, जैसे-अनैतिक परिवार, गोपनीय स्थान की कमी, परिवार में कटु सम्बन्ध; सामाजिक कारण, जैसे-दहेज प्रथा, विधवा पुनर्विवाह को सामाजिक प्रोत्साहन न मिलना आदि कारण जिम्मेदार है।

 

आजकल वेश्यावृत्ति कई रूपों में देखने को मिलती है जिसमें गलियों एवं सड़कों किनारे होने वाली वेश्यावृत्ति प्रमुख है। शहहरीकरण के साथ वेश्यावृत्ति अन्य रूपों में भी देखने को मिलती है जिसमें शराबघर , ब्यूटी पार्लर, मसाज सेंटर, सहचरी सेवा (Escort Services), कॉलगर्ल आदि प्रमुख हैं।ह्यूमन राइट वाच के अनुसार भारत में लगभग 4 करोड़ 50 लाख महिलाएं एवं बच्चे वेश्यावृत्ति में शामिल हैं। इनमें ज्यादातर कम उम्र की लड़कियां शामिल होती हैं। इससे कम उम्र के लड़कियों का दुर्व्यापार लगातार बढ़ता जा रहा है। बड़े शहरों में तो कॉलगर्ल की सेवाएं कॉरपोरेट कार्यालय की तरह चलाई जाने लगी है।

 

वेश्यावत्ति के लिए केवल स्त्रियां ही नहीं, बल्कि पुरुष भी समान रूप से उत्तरदाई हैं। पुरुषों के वेश्यागमन के कारणों के विश्लेषण पर निम्नलिखित निष्कर्ष निकलते हैं-

 

* वेश्याओं के पास जाने वाले अधिकांश लोग या तो अकेले रहते हैं या सेक्स सम्बन्धी से सन्तुष्ट नहीं हैं ।

* घर से दूर रहना।

* पत्नी की बीमारी अथवा अन्य शारीरिक एवं मानसिक कारण जिनकी वजह से पत्नी, पति के साथ सहवास करने में सक्षम नहीं हो पाती है।

* पुरुष के शारीरिक विकार जैसे-कुरूपता, बीमारी आदि के कारण हीनभावना से ग्रस्त ऐसे पुरुषों के लिए भी अपनी यौनेच्छा की पूर्ति का साधन वेश्यागमन ही रह जाता है।

* अविवाहित व्यक्ति अपनी यौन तुष्टि के लिए वेश्याओं के पास जाते हैं। इनमें से कुछ तो विवाह के बाद अपनी पत्नी के सम्मुख यौन सम्बन्धी घबराहट से बचने के लिए यौन सम्बन्धी जानकारी या अनुभव प्राप्त करने के चक्कर में वेश्यागमन के शिकार हो जाते हैं।

* कुछ लोग शारीरिक जरूरतों से ज्यादा भावनात्मक जरूरतों को पूरा करने के लिए वेश्यागमन करते हैं|

 

विवाहित पुरुष पारिवारिक जीवन सुखी होते हुए भी नए आनंद के लालच में वेश्यागमन के शिकार हो जाते हैं। इसके अतिरिक्त अनेक पत्नियां संभोग के प्रति उदासीनता प्रदर्शित करती हैं जिसके कारण उनके पति वेश्यागमन करने लगते हैं।

 

अनेक विधुर व्यक्ति पुनर्विवाह इस भय के कारण नहीं करते कि उनकी पत्नी उनके बच्चों की देखरेख या सही संरक्षण नहीं करेगी। ये विधुर भी यौनेच्छा की पूर्ति के लिए वेश्यागमन करते हैं।

 

उच्च वर्ग के कुछ व्यक्ति महिलाओं की संगति को सुख के तौर पर देखते हैं और वेश्यागमन के शिकार हो जाते हैं |