राष्ट्रीय समसामयिकी 1(6-May-2023)
BizAmp प्रोग्राम
(BizAmp Program)

Posted on May 7th, 2023 | Create PDF File

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हाल ही में लघु, कुटीर एवं मध्यम उपक्रम मंत्रालय द्वारा NSIC वेंचर कैपिटल फंड लिमिटेड (NVCFL) के सहयोग से नगालैंड के दीमापुर में अपने आत्मनिर्भर भारत (SRI) फंड के तहत BizAmp नामक एक आउटरीच प्रोग्राम आयोजित किया गया था।

 

BizAmp :

 

BizAmp देश के पूर्वोत्तर क्षेत्र में पहला आउटरीच प्रोग्राम है जो NVCFL के SRI फंड के माध्यम से पूंजीगत लाभों को अधिकतम करने पर केंद्रित है।

 

कार्यक्रम का उद्देश्य पूर्वोत्तर राज्यों के सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (MSMEs) को सशक्त बनाना और SRI फंड के तहत लाभों का उपयोग करके उनके व्यवसायों को बढ़ाना है।

 

इस आयोजन में लाभार्थी MSME के लिये अपनी स्टोरी प्रस्तुत करने और अन्य MSME को प्रेरित करने के लिये एक समर्पित फोरम शामिल था।

 

इस कार्यक्रम ने विभिन्न पूर्वोत्तर राज्यों के उद्योग सचिवों की उपस्थिति के साथ राज्य और केंद्र सरकार के ठोस प्रयासों को प्रदर्शित किया, जिन्होंने MSME के विकास में सहायता के लिये तैयार की गई विभिन्न नीतियों के बारे में जानकारी प्रदान की।

 

SRI फंड :

 

यह फंड भारत में को वित्तीय सहायता प्रदान करने हेतु सरकार का प्रमुख कार्यक्रम 'आत्मनिर्भर भारत' कार्यक्रम के हिस्से के रूप में शुरू किया गया था।

 

उद्देश्य : 

 

फंड का उद्देश्य के विकास में में मदद करना, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय चैंपियन बनना तथा प्रासंगिक प्रौद्योगिकियों, वस्तुओं एवं सेवाओं का उत्पादन करके भारत को आत्मनिर्भर बनाना है।

 

SRI फंड की संरचना :

 

SRI फंड एक रणनीतिक निवेश है जो फंड ऑफ फंड्स के रूप में कार्य करता है, जिसमे प्रत्यक्ष रूप से कंपनियों के बजाय अन्य फंडों में निवेश किया जाता है। SRI फंड की संरचना इस प्रकार है:

 

निधि, मदर फंड और डॉटर फंड संरचना के माध्यम से संचालित होती है।

 

एंकर निवेशक के रूप में भारत सरकार के साथ SRI फंड (मदर फंड) की कुल राशि/कॉर्पस 10,006 करोड़ रुपए है।

 

डॉटर फंड भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) -पंजीकृत श्रेणी I और श्रेणी II वैकल्पिक निवेश निधि (Alternate Investment Funds-AIF) हैं।

 

डॉटर फंड अधिकांशतः वेंचर कैपिटल और प्राइवेट इक्विटी फंड हैं।

 

सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम विकास अधिनियम, 2006 के अंतर्गत आने वाले MSME में डॉटर फंड निवेश करते हैं।

 

प्रबंध प्राधिकरण : 

 

SRI फंड का प्रबंधन NVCFL द्वारा किया जा रहा है। 

 

NVCFL सेबी (AIF) विनियम, 2012 के प्रावधानों के तहत श्रेणी II AIF के रूप में सेबी के साथ पंजीकृत है।

 

MSMEs पर प्रभाव :

 

SRI फंड इक्विटी/अर्ध-इक्विटी जैसे संरचित साधनों के माध्यम से MSME को विकास पूंजी प्रदान करता है।

 

पूर्वोत्तर भारत में MSME को सशक्त बनाने का महत्त्व :

 

MSME क्षेत्र का पोषण राष्ट्र की आर्थिक प्रगति के लिये महत्त्वपूर्ण है।

 

पूर्वोत्तर भारत में MSME को सशक्त बनाना क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था में उनके योगदान को बढ़ाने और आत्मनिर्भरता की दृष्टि को प्राप्त करने के लिये महत्त्वपूर्ण है। MSME रोज़गार सृजित कर सकते हैं, निर्यात को बढ़ावा दे सकते हैं, नवाचार को बढ़ावा दे सकते हैं और ग्रामीण विकास का समर्थन कर सकते हैं।

 

क्षेत्र में MSME को सशक्त बनाने से स्थानीय समुदायों, विशेषकर महिलाओं और युवाओं को लाभ होता है।

 

पूर्वोत्तर भारत में MSME को सशक्त बनाने के लिये भारत के प्रयास :

 

पूर्वोत्तर MSME कॉन्क्लेव का आयोजन गुवाहाटी में उद्यमिता और व्यापार के अवसरों को बढ़ावा देने के लिये किया गया था, जिसमें बुनियादी संरचना के निर्माण, बाज़ार लिंक प्रदान करने, MSME पार्क और टूल रूम स्थापित करने और विशेष रूप से पूर्वोत्तर के लिये एक नीति पेश करने पर ध्यान केंद्रित किया गया था।