राष्ट्रीय समसामयिकी 2(22-Nov-2022)^रेज़ांग ला की लड़ाई^(Battle of Rezang La)
Posted on November 22nd, 2022
हाल ही में 18 नवंबर, 2022 को रेज़ांग ला की लड़ाई की 60वीं वर्षगाँठ मनाई गई।
चुशुल घाटी के दक्षिण-पूर्वी रिज पर बर्फीले पहाड़ की चोटी पर भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच लड़ी गई ‘रेज़ांग ला’ की लड़ाई को अक्सर 1962 में युद्ध के दौरान महान भारतीय ताकत के प्रदर्शन के रूप में याद किया जाता है।
13 कुमाऊँ की चार्ली कंपनी के सैनिकों को 18 नवंबर, 1962 की उस सर्द रात में ‘लास्ट मैन, लास्ट राउंड’ तक लड़ने के लिये जिस तरह की ताकत की ज़रूरत थी, उसका उन्होंने प्रदर्शन किया था।
इस कंपनी के 120 सैनिकों और अधिकारियों में से 114 की मौत हो गई फिर भी वे दुश्मन के 1000 से ज़्यादा सैनिकों को मार गिराने में कामयाब हुए थे।
रेज़ांग ला, भारत के लद्दाख और चीनी प्रशासित स्पैंगुर (Spanggur Lake) झील बेसिन के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर एक पहाड़ी दर्रा है।
यह चुशूल घाटी के पूर्वी वाटरशेड रिज पर स्थित है जिस पर चीन दावा कर रहा है।
यह 16,000 फुट की ऊँचाई पर स्थित रणनीतिक रूप से महत्त्वपूर्ण चुशूल गाँव और स्पैंगुर झील के आसपास के ऊँचे पहाड़ों के बीच एक संकरी खाई है, जो भारतीय और चीनी दोनों क्षेत्रों में फैली हुई है।
राष्ट्रीय समसामयिकी 2(22-Nov-2022)रेज़ांग ला की लड़ाई(Battle of Rezang La)
हाल ही में 18 नवंबर, 2022 को रेज़ांग ला की लड़ाई की 60वीं वर्षगाँठ मनाई गई।
चुशुल घाटी के दक्षिण-पूर्वी रिज पर बर्फीले पहाड़ की चोटी पर भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच लड़ी गई ‘रेज़ांग ला’ की लड़ाई को अक्सर 1962 में युद्ध के दौरान महान भारतीय ताकत के प्रदर्शन के रूप में याद किया जाता है।
13 कुमाऊँ की चार्ली कंपनी के सैनिकों को 18 नवंबर, 1962 की उस सर्द रात में ‘लास्ट मैन, लास्ट राउंड’ तक लड़ने के लिये जिस तरह की ताकत की ज़रूरत थी, उसका उन्होंने प्रदर्शन किया था।
इस कंपनी के 120 सैनिकों और अधिकारियों में से 114 की मौत हो गई फिर भी वे दुश्मन के 1000 से ज़्यादा सैनिकों को मार गिराने में कामयाब हुए थे।
रेज़ांग ला, भारत के लद्दाख और चीनी प्रशासित स्पैंगुर (Spanggur Lake) झील बेसिन के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर एक पहाड़ी दर्रा है।
यह चुशूल घाटी के पूर्वी वाटरशेड रिज पर स्थित है जिस पर चीन दावा कर रहा है।
यह 16,000 फुट की ऊँचाई पर स्थित रणनीतिक रूप से महत्त्वपूर्ण चुशूल गाँव और स्पैंगुर झील के आसपास के ऊँचे पहाड़ों के बीच एक संकरी खाई है, जो भारतीय और चीनी दोनों क्षेत्रों में फैली हुई है।