आधिकारिक बुलेटिन - 2 (31-Mar-2020)^‘आवा’ ने लॉकडाउन के दौरान दिल्ली में जरूरतमंद लोगों के लिए खाद्य पदार्थों के 3,700 पैकेट दिए ^('Awwa' gave 3,700 packets of food items to needy people in Delhi during lockdown)
Posted on March 31st, 2020
सेना पत्नी कल्याण संघ (आवा) ने ‘कोविड-19’ महामारी की वजह से लागू किए गए लॉकडाउन के दौरान जरूरतमंद लोगों के बीच वितरण के लिए दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र की सरकार को आज 2,500 खाद्य पदार्थ पैकेट सौंपे। तकरीबन 1,200 खाद्य पदार्थ पैकेट कल सौंपे गए थे। खाद्य पदार्थों या भोजन के पैकेटों का मुफ्त में वितरण पांच दिनों तक जारी रहेगा।
भोजन के ये पैकेट सेना के ‘आवा लंच प्रोजेक्ट’ के तहत तैयार किए गए थे। ये पैकेट विभिन्न अधिकारियों, जूनियर कमीशंड अधिकारियों और अन्य रैंकों के पदाधिकारियों के परिवारों द्वारा दिल्ली की विभिन्न कॉलोनियों में अपने-अपने घरों में तैयार किए गए थे।
देश के सबसे बड़े स्वैच्छिक संगठनों में से एक ‘आवा’ का उद्देश्य सैन्य कर्मियों की पत्नियों एवं उनके बच्चों का समग्र विकास व कल्याण करना और युद्ध विधवाओं तथा दिव्यांग बच्चों का पुनर्वास करना है। इसके अलावा, ‘आवा’ गरीबों के जीवन स्तर में सुधार के लिए केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा चलाए जा रहे कई अभियानों में भी सक्रिय भागीदारी करता है।
आधिकारिक बुलेटिन - 2 (31-Mar-2020)‘आवा’ ने लॉकडाउन के दौरान दिल्ली में जरूरतमंद लोगों के लिए खाद्य पदार्थों के 3,700 पैकेट दिए ('Awwa' gave 3,700 packets of food items to needy people in Delhi during lockdown)
सेना पत्नी कल्याण संघ (आवा) ने ‘कोविड-19’ महामारी की वजह से लागू किए गए लॉकडाउन के दौरान जरूरतमंद लोगों के बीच वितरण के लिए दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र की सरकार को आज 2,500 खाद्य पदार्थ पैकेट सौंपे। तकरीबन 1,200 खाद्य पदार्थ पैकेट कल सौंपे गए थे। खाद्य पदार्थों या भोजन के पैकेटों का मुफ्त में वितरण पांच दिनों तक जारी रहेगा।
भोजन के ये पैकेट सेना के ‘आवा लंच प्रोजेक्ट’ के तहत तैयार किए गए थे। ये पैकेट विभिन्न अधिकारियों, जूनियर कमीशंड अधिकारियों और अन्य रैंकों के पदाधिकारियों के परिवारों द्वारा दिल्ली की विभिन्न कॉलोनियों में अपने-अपने घरों में तैयार किए गए थे।
देश के सबसे बड़े स्वैच्छिक संगठनों में से एक ‘आवा’ का उद्देश्य सैन्य कर्मियों की पत्नियों एवं उनके बच्चों का समग्र विकास व कल्याण करना और युद्ध विधवाओं तथा दिव्यांग बच्चों का पुनर्वास करना है। इसके अलावा, ‘आवा’ गरीबों के जीवन स्तर में सुधार के लिए केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा चलाए जा रहे कई अभियानों में भी सक्रिय भागीदारी करता है।