राष्ट्रीय समसामयिकी 1(6-Feb-2023)
भारत में एशिया के सबसे बड़े हेलिकॉप्‍टर मैनुफैक्चरिंग यूनिट का उद्घाटन
(Asia's largest helicopter manufacturing unit inaugurated in India)

Posted on February 6th, 2023 | Create PDF File

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पीएम मोदी ने कर्नाटक के तुमकुरू (Tumakuru) में हिन्‍दुस्‍तान एयरोनॉटिक्‍स लिमिटेड (HAL) की हेलिकॉप्‍टर मैनुफैक्चरिंग यूनिट को राष्‍ट्र को समर्पित किया। 

 

इस अवसर पर देश के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह भी उपस्थित थे।

 

प्रधानमंत्री ने वर्ष 2016 में इस मैनुफैक्चरिंग यूनिट की आधारशिला रखी थी। 

 

यह मैनुफैक्चरिंग यूनिट प्रधानमंत्री के 'आत्मनिर्भर भारत' के दृष्टिकोण को बढ़ावा देगा।

 

यह एशिया की सबसे बड़ी हेलीकॉप्टर निर्माण सुविधा है।

 

यह हेलीकॉप्टर फैक्ट्री शुरुआत में लाइट यूटिलिटी हेलीकॉप्टर (LUH) का उत्पादन करेगी

 

ग्रीनफील्‍ड हेलिकॉप्‍टर मैनुफैक्चरिंग यूनिट :

 

यह हेलिकॉप्‍टर मैनुफैक्चरिंग यूनिट 615 एकड़ में फैला है, जो भारत का अब तक का सबसे बड़ा हेलिकॉप्‍टर निर्माण इकाई है।


इस मैनुफैक्चरिंग यूनिट में प्रतिवर्ष 30 हेलिकॉप्‍टर का निर्माण किया जायेगा, जिसे बाद में चरणबद्ध तरीके से बढ़ाकर 90 हेलिकॉप्‍टर प्रतिवर्ष किया जाएगा।

 

इस सेंटर में हल्‍के लड़ाकू हेलिकॉप्‍टर, हल्‍के बहुउद्देश्‍यीय हेलीकॉप्‍टर, उन्नत हल्के असैन्‍य हेलिकॉप्‍टर और हेलिकॉप्‍टर से जुड़ी सभी सेवाएं उपलब्ध करायी जा रही है, साथ ही यहाँ मरम्‍मत और रख-रखाव की सुविधा भी उपलब्ध है।

 

यह मैनुफैक्चरिंग यूनिट, भारत को स्वदेशी रूप से हेलीकॉप्टरों की अपनी संपूर्ण आवश्यकता को डिजाइन, विकसित और निर्माण करने में सक्षम बनाएगा।

 

HAL योजना :

 

हिन्‍दुस्‍तान एयरोनॉटिक्‍स लिमिटेड, आने वाले दो दशकों में यहाँ से 4,00,000 करोड़ रुपये से अधिक का कारोबार पैदा करने की योजना बनाई है। 

 

इस यूनिट में 3-15 टन की सीमा में 1,000 से अधिक हेलीकॉप्टर बनाने की योजना है।

 

रक्षा मंत्रालय के हवाले से बताया गया कि इससे रोजगार के अपार अवसर पैदा होंगे साथ ही तुमकुरू सुविधा अपने सीएसआर गतिविधियों के माध्यम से आसपास के क्षेत्रों के विकास को बढ़ावा देगी।

 

भारत की रक्षा जरूरतें :

 

भारतीय वायु सेना और सेना को अपने अप्रचलित 'चीता' और 'चेतक' हेलीकाप्टरों को बदलने के लिए 400 हल्के उपयोगिता हेलीकाप्टरों की आवश्यकता होगी, जिसकी आपूर्ति के लिए यह प्लांट एक अहम रोल अदा करेगा।

 

साथ ही रक्षा मंत्रालय ने 'प्रचंड' नाम के लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर (Light Combat Helicopter- LCH) को सेवा में प्रवेश करने की मंजूरी दी है। 

 

केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 3,887 करोड़ रुपये में 15 LCH की खरीद को मंजूरी दी है। 

 

इस तरह के ऑर्डर HAL के रेवेन्यू स्ट्रीम में हेलिकॉप्टर्स की हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए तय किए गए हैं।