पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी समसामयिकी 1(23-Nov-2022)
अरिट्टापट्टी जैवविविधता विरासत स्थल
(Arittapatti Biodiversity Heritage Site)

Posted on November 23rd, 2022 | Create PDF File

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हाल ही में तमिलनाडु सरकार ने मदुरै ज़िले के मेलूर ब्लॉक में अरिट्टापट्टी को जैवविविधता विरासत स्थल (Biodiversity Heritage Site-BHS) घोषित करते हुए एक अधिसूचना जारी की है।

 

यह तमिलनाडु का पहला और भारत का 35वाँ जैवविविधता विरासत स्थल है।

 

अरिट्टापट्टी :

 

अरिट्टापट्टी गाँव पारिस्थितिक और ऐतिहासिक महत्त्व की दृष्टि से समृद्ध है, इसमें पक्षियों की लगभग 250 प्रजातियाँ हैं जिनमें तीन महत्त्वपूर्ण रैप्टर शामिल हैं; शिकारी पक्षी अर्थात्:

 

लैगर फाल्कन

 

शाहीन बाज़

 

बोनेली ईगल

 

यह भारतीय पैंगोलिन, स्लेंडर लोरिस और अजगर जैसे वन्यजीवों का भी आवास स्थल है।

 

जैव विविधता से समृद्ध यह क्षेत्र सात पहाड़ियों या द्वीपीय पर्वतों (इन्सेलबर्ग) की एक शृंखला से घिरा हुआ है जो वाटरशेड के रूप में 72 झीलों, 200 प्राकृतिक झरनों और तीन चेक डैम के जल-पुनर्भरण का कार्य करता है।

 

16वीं शताब्दी में पांड्य राजाओं के शासनकाल के दौरान निर्मित अनाइकोंडन झील उनमें से एक है।

 

कई महापाषाण संरचनाएँ, शैलकृत मंदिर, तमिल ब्राह्मी शिलालेख और जैन धर्म से संबंधित संरचनाएँ इस क्षेत्र के ऐतिहासिक महत्त्व को दर्शाते हैं।

 

जैव विविधता विरासत स्थल :

 

जैव विविधता विरासत स्थल ऐसे पारिस्थितिक तंत्र होते हैं जिसमें अनूठे, सुभेद्य पारिस्थितिक तंत्र स्थलीय, तटीय एवं अंतर्देशीय जल तथा समृद्ध जैवविविधता वाले वन्य प्रजातियों के साथ-साथ घरेलू प्रजातियों, दुर्लभ एवं संकटग्रस्त, कीस्टोन प्रजाति पाए जाते हैं।

 

कानूनी प्रावधान :

 

जैवविविधता अधिनियम, 2002 की धारा 37(1) के प्रावधान के अनुसार, राज्य सरकार स्थानीय निकायों के परामर्श से समय-समय पर इस अधिनियम के अंतर्गत जैवविविधता के महत्त्व के क्षेत्रों को सरकारी राजपत्र में अधिसूचित कर सकती है।

 

प्रतिबंध :

 

BHS का निर्माण स्थानीय समुदायों द्वारा स्वेच्छा से तय किये गए प्रथाओं के अलावा उनके द्वारा प्रचलित प्रथाओं और उपयोग में लाई जाने वाली प्रथाओं पर कोई प्रतिबंध नहीं लगाता। इसका उद्देश्य संरक्षण उपायों के माध्यम से स्थानीय समुदायों के जीवन की गुणवत्ता में वृद्धि करना है।

 

भारत का पहला BHS :

 

भारत का पहला जैवविविधता विरासत स्थल 2007 में नल्लूर इमली ग्रोव बेंगलुरु, कर्नाटक में घोषित किया गया।

 

BHS के अंतिम पाँच परिवर्द्धन :

 

त्रिपुरा में देबारी या छबिमुरा (सितंबर 2022)

 

त्रिपुरा में बेटलिंगशिब और इसके आसपास (सितंबर 2022)

 

असम में हेजोंग कछुआ झील (अगस्त 2022)

 

असम में बोरजुली वाइल्ड राइस साइट (अगस्त 2022)

 

मध्य प्रदेश में अमरकंटक (जुलाई 2022)