पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी समसामयिकी 1(19-May-2022)
‘विश्व वानिकी कांग्रेस’ में ‘सियोल वन घोषणा’ को स्वीकृति
(Approval of the 'Seoul Forest Declaration' at the 'World Forestry Congress')

Posted on May 19th, 2022 | Create PDF File

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‘सियोल वन घोषणा’ (Seoul Forest Declaration), हाल ही में दक्षिण कोरिया के ‘सियोल’ शहर में संपन्न हुई ‘पंद्रहवी विश्व वानिकी कांग्रेस’ (XV World Forestry Congress)  में हुई चर्चाओं का परिणाम है।

 

यह ‘विश्व वानिकी कांग्रेस’ एशिया में आयोजित होने वाली दूसरी कांग्रेस (महासभा) थी। इससे पहले एशिया में, वर्ष 1978 में इंडोनेशिया की मेजबानी में यह कांग्रेस आयोजित की गयी थी।

 

‘विश्व वानिकी कांग्रेस’ :

 

‘विश्व वानिकी कांग्रेस’ (World Forestry Congress – WFC) लगभग हर छह साल में एक बार आयोजित की जाती है।

 

पहली ‘विश्व वानिकी कांग्रेस’ 1926 में इटली में आयोजित की गई थी।

 

वर्ष 1954 से, ‘खाद्य एवं कृषि संगठन (FAO) द्वारा मेजबान देशों को इस कांग्रेस के आयोजन में मदद की जाती है।

 

हर कांग्रेस के आयोजन और वित्तीयन की जिम्मेदारी ‘मेजबान देश’ की होती है।

 

‘विश्व वानिकी कांग्रेस’ 2022 के लिए थीम: वनों के साथ एक हरे, स्वस्थ और अनुकूलित भविष्य का निर्माण (Building a Green, Healthy and Resilient Future with Forests)।

 

‘विश्व वानिकी कांग्रेस’ कोई अंतरसरकारी महासभा या बैठक नहीं है; इसका कोई औपचारिक निर्वाचन क्षेत्र नहीं है और न ही इसमें देश के प्रतिनिधिमंडल होते हैं।

 

यह महासम्मेलन या कांग्रेस, वनों एवं वानिकी के सभी पहलुओं पर विचारों और अनुभवों के आदान-प्रदान के लिए एक मंच है, जहाँ राष्ट्रीय, क्षेत्रीय और वैश्विक स्तर पर लागू होने वाली व्यापक सिफारिशें तैयार की जा सकती हैं।

 

सियोल वन घोषणा :

 

‘सियोल वन घोषणा’ (Seoul Forest Declaration) में एक हरे, स्वस्थ और अनुकूलित भविष्य की ओर ले जाने की क्षमता वाले अग्रणी क्षेत्रों की पहचान की गयी है।

 

इसमें आग्रह किया गया है, कि वनों की जिम्मेदारी को संस्थानों, क्षेत्रों और हितधारकों के बीच साझा और एकीकृत किया जाना चाहिए।

 

विश्व स्तर पर वन और परिदृश्य बहाली में निवेश, वर्ष 2030 तक तीन गुना करने की आवश्यकता है।

 

एक ‘वृत्ताकार जैव-अर्थव्यवस्था’ (Circular Bioeconomy) और ‘जलवायु तटस्थता’ (Climate Neutrality) की ओर अग्रसर होंना चाहिए।

 

‘पंद्रहवीं विश्व वानिकी कांग्रेस’ के अन्य परिणाम :

 

महाम्मेलन में, निम्नलिखित क्षेत्रों में नई साझेदारी शुरू की गई हैं :

 

वनों के भविष्य के बारे में आश्वासन सहित एकीकृत जोखिम प्रबंधन (Assuring the Future of Forests with Integrated Risk Management – AFFIRM) तंत्र।

 

वन पारिस्थितिकी तंत्र की प्रचुरता को बनाए रखना (Sustaining an Abundance of Forest Ecosystems – SAFE) पहल।

 

‘वन परिदृश्य बहाली’ :

 

‘वन परिदृश्य बहाली’ (Forest landscape Restoration – FLR), वनों की कटाई या अवक्रमित वन परिदृश्यों में पारिस्थितिक कार्यक्षमता को पुनः प्राप्त करने और मानव कल्याण में वृद्धि करने हेतु जारी प्रक्रिया होती है।

 

‘वन परिदृश्य बहाली’ (FLR) का तात्त्पर्य सिर्फ पेड़ लगाने से कहीं अधिक है – इसके तहत वर्तमान और भविष्य की जरूरतों को पूरा करने, और समय के साथ कई लाभ प्रदान करने और इस्तेमाल योग्य भूमि उपलब्ध करने के लिए एक पूरे परिदृश्य को बहाल किया जाता है।