राष्ट्रीय समसामयिकी 2(20-Sept-2022)
अनुराग ठाकुर ने एआईबीडी की 47वीं वार्षिक सभा का उद्घाटन किया
(Anurag Thakur inaugurates 47th Annual Meeting of AIBD)

Posted on September 20th, 2022 | Create PDF File

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केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री श्री अनुराग ठाकुर ने आज एशिया-प्रशांत प्रसारण विकास संस्थान (एआईबीडी) की 47वीं वार्षिक सभा और 20वीं बैठक का उद्घाटन किया। इस अवसर पर केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री डॉ. एल. मुरुगन, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय में सचिव श्री अपूर्व चंद्रा और एआईबीडी की निदेशक सुश्री फिलोमेना ज्ञानप्रगसम ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज की।

 

इस अवसर पर अपने संबोधन में श्री ठाकुर ने कहा कि मुख्यधारा के मीडिया को खतरा नए दौर के डिजिटल प्लेटफॉर्मों से नहीं, अपितु स्वयं मुख्यधारा के मीडिया चैनलों से है। उन्होंने कहा कि वास्तविक पत्रकारिता तथ्यों का सामना करने, सच्चाई पेश करने और सभी पक्षों को अपने विचार रखने का मंच प्रदान करने से संबद्ध है।

 

श्री ठाकुर ने इस अवसर पर मौजूद प्रसारकों से आह्वान किया कि वे साउंडबाइट्स द्वारा परिभाषित किए गए समाचार पर गौर न करें, बल्कि वे स्वयं उसे पुनः परिभाषित करें तथा अतिथियों और चैनल के लिए शब्दावली को निर्धारित करें।

 

एशिया-प्रशांत प्रसारण विकास संस्थान (एआईबीडी) :

 

एशिया-प्रशांत प्रसारण विकास संस्थान (एआईबीडी) की स्थापना 1977 में यूनेस्को के तत्वावधान में की गई थी। यह एक अद्वितीय क्षेत्रीय अंतर-सरकारी संगठन है जो इलेक्ट्रॉनिक मीडिया विकास के क्षेत्र में एशिया और प्रशांत के लिए संयुक्त राष्ट्र आर्थिक एवं सामाजिक आयोग (यूएन-स्केप) के सदस्य देशों की मदद कर रहा है। इसकी मेजबानी मलेशिया सरकार द्वारा की जाती है और सचिवालय कुआलालम्पुर में स्थित है।

 

एआईबीडी के वर्तमान में 26 पूर्ण सदस्य (देश) हैं, जिसमें 43 संगठनों का प्रतिनिधित्व है, और 50 संबद्ध सदस्य (संगठन) हैं, जिनकी कुल सदस्यता 93 है जो 46 देशों और क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करती है और एशिया, प्रशांत, यूरोप, अफ्रीका, अरब राज्यों और उत्तरी अमेरिका में इसके 50 से अधिक भागीदार हैं।

 

एआईबीडी जनरल कॉन्फ्रेंस (जीसी) और उसकी संबद्ध बैठकें संस्थान का वार्षिक आधिकारिक कार्यक्रम है। जनरल कॉन्फ्रेंस में सदस्य देश, सहयोगी, भागीदार, पर्यवेक्षक और प्रमुख प्रसारक केवल आमंत्रण पर ही सम्मिलित हो सकते हैं। इसमें सदस्य देशों, संबद्धों और भागीदारों के पास पिछले एक साल की गतिविधियों और एआईबीडी में लागू की गई परियोजनाओं की समीक्षा करने तथा भविष्य की परियोजनाओं पर गौर करने का अवसर होता है। सदस्य देशों की विकास संबंधी जरूरतों पर चर्चा भी शामिल होती है।

 

सूचना और प्रसारण मंत्रालय के पास एआईबीडी की पूर्ण सदस्यता है। भारत का लोक सेवा प्रसारक होने के नाते प्रसार भारती, एआईबीडी की विभिन्न सेवाओं का उपयोग करता है।

 

भारत ने 1978, 1985, 2003 में शासी परिषद (जीसी) की बैठकों की मेजबानी की है और 19-21 सितंबर, 2022 से उसे नई दिल्ली में 47वीं वार्षिक सभा/20वें एआईबीडी की जनरल कॉन्फ्रेंस और संबद्ध बैठक 2022 की मेजबानी करने का गौरव हासिल हुआ है।