अंतर्राष्ट्रीय समसामियिकी 1 (2-Oct-2019)
अकरम संयुक्त राष्ट्र में पाक के नए दूत, लोधी की पारी समाप्त
(Akram Pak's new envoy to the United Nations,  Lodhi's innings ended)

Posted on October 3rd, 2019 | Create PDF File

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पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने अमेरिका से लौटने के एक दिन बाद चौंकाने वाला कदम उठाते हुए मलीहा लोधी के स्थान पर मुनीर अकरम को संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान का नया स्थायी प्रतिनिधि नियुक्त किया है । अकरम को भारत विरोधी कड़े रूख के लिए जाना जाता है ।

 

पाकिस्तान विदेश कार्यालय ने सोमवार को यहां जारी बयान में हालांकि, लोधी के हटाये जाने का कोई कारण नहीं बताया है।

 

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के अमेरिका से वापस आने के बाद यह कदम उठाया गया है । खान संयुक्त राष्ट्र महासभा में हिस्सा लेने अमेरिका गए थे, जहां महासभा को पहली बार संबोधित करते हुए उन्होंने पिछले हफ्ते कश्मीर का मसला उठाया था ।

 

विदेश कार्यालय ने बयान जारी कर कहा, ‘‘राजदूत मुनीर अकरम को न्यूयार्क स्थित संयुक्त राष्ट्र में डा. मलीहा लोधी की जगह पाकिस्तान का नया स्थायी प्रतिनिधि नियुक्त किया गया है ।’’

 

इस बीच, मलीहा लोधी ने ट्वीट कर कहा, ‘‘ देश की सेवा करने का सम्मान मिला और चार वर्षों तक सेवा का मौका देने के लिए मैं आभारी हूं। दुनिया के सबसे महत्वपूर्ण बहुपक्षीय मंच पर पाकिस्तान का प्रतिनिधित्व करना एक महान विशेषाधिकार था। प्रधानमंत्री की सफल यात्रा के बाद संयुक्त राष्ट्र महासभा से जाने की मैंने योजना बनायी थी ।’’

 

खान ने संयुक्त राष्ट्र महासभा को 15 मिनट की बजाय 50 मिनट तक संबोधित किया था। खान अपने संबोधन में आधे समय कश्मीर पर चर्चा करते रहे । उन्होंने चेताते हुए कहा कि दो परमाणु संपन्न पड़ोसियों का अगर आमना सामना होता है तो इसके परिणाम सीमाओं से कहीं आगे होंगे ।

 

उनकी युद्ध संबंधी बयानबाजी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शांति संदेश के विपरीत थी, जिसमें उन्होंने इसी मंच से खान से कुछ ही मिनट पहले कहा था कि भारत एक ऐसा देश है, जिसने ‘‘दुनिया को युद्ध नहीं, बल्कि बुद्ध का शांति का संदेश दिया है।’’

 

जम्मू कश्मीर से विशेष दर्जा वापस लिये जाने के सरकार के फैसले का पाकिस्तान अंतराष्ट्रीयकरण करने का प्रयास कर रहा है लेकिन पांच अगस्त को किये गए इस फैसले के बारे में भारत ने जोर देकर कहा है कि अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को समाप्त किया जाना उसका ‘‘आंतरिक मामला’’ है ।

 

विदेश कार्यालय के बयान में कहा गया है कि अकरम अब न्यूयार्क स्थित संयुक्त राष्ट्र के मुख्यालय में रहेंगे ।

 

अकरम (74) को उनके भारत विरोधी सख्त रूख के लिए जाना जाता है । वह अनुभवी राजनयिक हैं, जो 2002 से 2008 तक संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान के स्थायी प्रतिनिधि के तौर पर अपनी सेवा दे चुके हैं ।

 

पाकिस्तान की पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो की हत्या का मामला संयुक्त राष्ट्र में पेश करने पर असहमति के चलते तत्कालीन पाक राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने उन्हें बर्खास्त कर दिया था ।

 

भुट्टो की हत्या 2007 में कर दी गयी थी । वह जरदारी की पत्नी थी।

 

दिसंबर 2002 में संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान के राजदूत के रूप में सेवा के दौरान उनकी महिला साथी मरिजाना मिहिक ने उनके खिलाफ घरेलू हिंसा का आरोप लगाया था,जिसके बाद अकरम विवादों में आ गए थे ।

 

इस मामले को कथित तौर पर अदालत में ही सुलझा लिया गया और राजनयिक प्रतिरक्षा के कारण उनके खिलाफ आरोप नहीं लगाया गया था।

 

बयान में कहा गया है कि बहुपक्षीय कूटनीति के माहिर अकरम को संयुक्त राष्ट्र का न्यूयार्क और जिनेवा का कई सालों का अनुभव है । इसके अनुसार उन्होंने कराची विश्वविद्यालय से राजनीति शास्त्र में स्नातकोत्तर की डिग्री हासिल की है । इसके अलावा उन्होंने कानून की भी पढ़ाई की है ।

 

पाकिस्तान के जिन अन्य राजनयिकों के तबादले पर इमरान खान ने मुहर लगायी है उनमें खलील अहमद हाशमी का नाम शामिल है । हाशमी फिलहाल विदेश मंत्रालय में महानिदेशक (संयुक्त राष्ट्र) के पद पर तैनात हैं और वह जिनेवा में संरा में पाकिस्तान के स्थायी प्रतिनिधि हैं ।

 

पाकिस्तान की मीडिया में आयी खबरों के अनुसार विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री फवाद चौधरी को फिर से विभाग छोड़ना पड़ सकता है । जुबैदा जलाल संभवत: शिक्षा मंत्री बन सकती हैं और फिरदौस आशिक अवान भी उन लोगों में शामिल हैं जो फेरबदल का हिस्सा हो सकते हैं ।