आकाशवाणी सार (5-Apr-2020) AIR News Gist
Posted on April 5th, 2020 | Create PDF File
मुख्य समाचार-
* सरकार ने लोगों से घरों से बाहर निकलते समय घर में बने मास्क का इस्तेमाल करने का आग्रह किया।
* केंद्र ने 50 करोड़ से अधिक गरीब नागरिकों को कोविड-19 की नि:शुल्क जांच और इलाज के लिए आयुष्मान भारत योजना के दायरे में शामिल किया।
* सरकार ने घरेलू आवश्यकता को देखते हुए स्वास्थ्य जांच किट के निर्यात पर रोक लगाई।
* कोविड-19 के खतरे के आंकलन के लिए एक करोड़ से अधिक लोगों ने आरोग्य सेतु मोबाइल ऐप डाउनलोड किया।
* भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद ने कोविड-19 के परीक्षण के लिए रैपिड एंटी बॉडी आधारित खून की जांच के नये नियम जारी किये।
* रक्षा क्षेत्र ने कोविड-19 से निपटने के लिए देशव्यापी प्रयासों में पृथक वॉर्ड, सेनिटाइजर और वेंटिलेटर जैसी सुविधाओं के माध्यम से अपने प्रयास तेज कर दिये हैं।
* जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बलों ने पिछले 24 घंटे के दौरान दो अलग-अलग अभियानों में नौ आतंकवादियों को मार गिराया।
* सरकार ने कहा-वायरस के फैलाव को रोकने के लिए लोगों को सार्वजनिक स्थलों पर थूकने से बचना चाहिए। आईसीएमआर ने कहा- कोविड-19 संक्रमण का हवा से फैलने का कोई प्रमाण नहीं।
* प्रवासी श्रमिकों और गरीबों के लिए देशभर में 28 हजार राहत शिविर और आश्रय स्थल बनाए गए।
समाचार विस्तार से-
* स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने स्वास्थ्य कर्मियों के साथ दुर्व्यवहार करने पर दुख व्यक्त किया और लोगों से इन कर्मियों के काम में बाधा न डालने का आग्रह किया। डॉ. हर्षवर्धन ने कल दिल्ली के लोकनायक जय प्रकाश नारायण, राममनोहर लोहिया और सफदरजंग अस्पताल का दौरा किया। उन्होंने डॉक्टरों, नर्सों, अस्पताल प्रशासन और स्वच्छता कर्मियों के प्रयासों की सराहाना की। उन्होंने कहा कि रोगियों को तुरंत राहत पहुंचाने के लिए ये लोग बिना रुके लगातार काम कर रहे हैं।
एनएसए के कानून के अंतर्गत ऐसे लोग जो हमारे डॉक्टर्स को या हमारे हेल्थ सिस्टम के साथियों को जो कि कोरोना वायरस वॉरियर्स की तरह काम कर रहे हैं। अगर कोई भी टारगेट करेगा तो उसके खिलाफ सख्त से सख्त कानून इस्तेमाल किया जाएगा। इसका देश के गृह मंत्रालय ने एक बहुत बड़ा मैसेज दिया है और मेरा देश में, समाज के लोगों से यह अपील है कि आप किसी भी रूप में जो लोग आपके प्राणों की रक्षा के लिए दिन रात काम कर रहे हैं उनका सम्मान करिए, उनके साथ कॉपरेट करिए।
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* सरकार ने कहा है कि पचास करोड से ज्यादा गरीब और कमजोर नागरिक आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत कोविड-19 की जांच और इसका इलाज करा सकेंगे।
स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने इस बारे में बताया कि वायरस की जांच के लिए अधिकृत निजी प्रयोगशालाएं और इलाज के लिए अस्पताल अब आयुष्मान लाभार्थियों के लिए मुफ्त उपलब्ध रहेंगे। उन्होंने कहा कि निजी क्षेत्र को कोविड-19 से निपटने के लिए प्रमुख भागीदार के रूप में काम करना चाहिए। उन्होंने निजी प्रयोगशाला और अस्पतालों से सक्रिय योगदान करने की अपील की।
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* कोरोना वायरस के फैलने के मद्देनज़र सरकार ने स्वास्थ्य जांच किट के निर्यात पर रोक लगा दी है।
सरकार के इस कदम से महामारी से निपटने में मदद मिलेगी क्योंकि रोगी की जांच के लिये इस किट की आवश्यकता होती है।
इससे पहले इन उत्पादों का निर्यात बिना किसी प्रतिबंध के जारी था। इन उत्पादों को प्रतिबंधित श्रेणी में डालने के बाद किसी भी निर्यातक को देश से बाहर भेजने के लिये विदेश व्यापार महानिदेशालय से लाइसेंस लेना आवश्यक होगा।
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* सरकार ने लोगों से कहा है कि कोरोना वायरस को दूर रखने के लिए घर में बने मास्क पहनकर निकलें। स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक परामर्श में लोगों को कहा है कि चेहरे को मास्क से ढक कर रखें और खासतौर पर घर से बाहर निकलते समय इसे पहनकर निकलें। परामर्श में कहा गया है कि संक्रमण रोकने के लिए एक-दूसरे से दूरी और व्यक्तिगत साफ-सफाई बनाए रखना बहुत जरूरी है। कुछ देशों में घर में बने मास्क से चेहरा ढकना आम लोगों के लिए मददगार साबित हो रहा है। घर में बने मास्क व्यक्तिगत स्वच्छता बनाए रखने में भी मदद करते हैं। मंत्रालय ने कहा कि इस प्रकार के मास्क समुदाय को बड़े पैमाने पर सुरक्षित रखने में सहायक होंगे।
अमरीकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रम्प ने भी अपने देशवासियों से कहा है कि कोरोना वायरस से लड़ने के प्रयासों के तौर पर नॉन-मेडिकल मास्क का उपयोग करें।
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* भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद-आई.सी.एम.आर. ने पूरे देश में कोविड-19 की जांच के लिये दो सौ से अधिक प्रयोगशालाओं को मंज़ूरी दी है।
आई.सी.एम.आर. के अनुसार उन ज़िलों में कोविड-19 की जांच के लिये नये केन्द्र स्थापित करने पर विचार किया जाएगा जहां प्रतिदिन एक सौ से अधिक संदिग्ध मामले सामने आ रहे हैं। मैदानी इलाकों में नज़दीकी जांच प्रयोगशाला दो सौ पचास किलोमीटर और पहाड़ी क्षेत्रों में एक सौ पचास किलोमीटर से अधिक दूरी पर होने की स्थिति में ही नई प्रयोगशाला स्थापित करने पर विचार किया जाएगा।
परामर्श में यह भी कहा गया है कि यदि नज़दीकी जांच प्रयोगशाला इन मानकों के अनुरूप नहीं है और वहां सौ से अधिक नमूनों की प्रतिदिन जांच नहीं की जा रही है तो इसे बंद कर दिया जाएगा और नई प्रयोगशाला स्थापित करने की मंज़ूरी दी जाएगी।
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* महाराष्ट्र सरकार कोरोना वायरस के फैलाव को रोकने में आवश्यक प्रशिक्षित श्रमशक्ति तैयार करने के लिए इस सप्ताह राज्यभर में सवा लाख आयुष डॉक्टरों को ऑनलाइन प्रशिक्षण का कार्यक्रम चलाएगी।
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने बताया कि राज्य में इस समय करीब डेढ़ हजार वेंटीलेटर और ढाई लाख एन-95 मास्क उपलब्ध हैं। स्वास्थ्यकर्मी दल सामुदायिक रोकथाम की गतिविधियों के ज़रिए संक्रमित लोगों का पता लगाने में जुटे हैं।
इस बीच, महाराष्ट्र में कल 145 नए मामले सामने आए, जबकि पिछले 24 घंटों में छह लोगों ने दम तोड़ दिया।
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* अब कोविड-19 से जुड़ी एक अच्छी ख़बर। कोरोना वायरस संक्रमण से ठीक होकर अस्पताल से छुट्टी मिलने वाले मरीजों की संख्या भी बढ़ी है। दिल्ली विश्वविद्यालय के इंस्टीटयूट ऑफ इकोनोमिक ग्रोथ के निदेशक अजीत मिश्रा को संक्रमण से ठीक होने के बाद सफदरजंग अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। हमारे संवाददाता से बातचीत में श्री मिश्रा ने लोगों से अपील की कि कोरोना वायरस से घबराने की ज़रूरत नहीं है। उन्होंने डॉक्टरों, स्वास्थ्यकर्मियों और सफाईकर्मियों को उनकी सेवाओं के लिए धन्यवाद दिया।
हम लोग को केयरफुल रहना है सतर्क रहना है लेकिन डर-डर के नहीं रहना है और सतर्क इसलिए भी रहना है कि कोरोना वायरस बहुत जल्दी स्प्रेड करता है।
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* केरल में महिलाओं द्वारा संचालित शी टैक्सी (She Taxi) लॉकडाउन के दौरान वृद्ध और बीमार व्यक्तियों को सेवाएं उपलब्ध कराएगी। यह सेवा तिरुवनंतपुरम, कोच्चि और कोझीकोड में पंद्रह किलोमीटर के दायरे में उपलब्ध होगी। लोग इस सेवा का उपयोग दवाइयां खरीदने और अस्पताल जाने के लिये कर सकते हैं।
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* महाराष्ट्र के अहमदनगर में वाहन अनुसंधान और विकास प्रतिष्ठान ने पूरे शरीर को संक्रमण से मुक्त करने का चैंबर तैयार किया है। संक्रमण से बचने के लिये व्यक्ति को चैंबर से गुज़रना होता है। सेनिटाइज़र और साबुन से युक्त इस चैंबर को आसानी से एक जगह से दूसरी जगह ले जाया जा सकता है। चैंबर में प्रवेश करते ही बिजली से चलने वाले पम्प हाइपोसोडियम क्लोराइड की फुहार छोड़ते हैं। यह प्रक्रिया 25 सैकेंड तक चलती है एक बार में लगभग छह सौ पचास व्यक्ति चैंबर में से गुज़रकर संक्रमण मुक्त हो सकते हैं। इसके बाद टंकियों में दोबारा घोल भरना पड़ता है।
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* आरोग्य सेतु मोबाइल ऐप को एक करोड़ से अधिक लोगों ने डाउनलोड किया है। सरकार ने कोविड-19 के खिलाफ नागरिकों को एकजुट करने के लिये यह मोबाइल ऐप जारी किया था।
इस ऐप के ज़रिये लोग वायरस के संक्रमण के खतरे को भांप सकेंगे। यह ऐप ब्लूटूथ तकनीक और आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस के ज़रिये उपयोगकर्ता को संक्रमण या अन्य लोगों के साथ संपर्क में आने की जानकारी देता है।
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* देश की जानी-मानी हस्तियां देशव्यापी लॉकडाउन का समर्थन कर रही हैं। इन लोगों ने कोरोना का मुकाबला करने के लिए लोगों से घर के अंदर ही रहने और सरकारी दिशा-निर्देशों का पालन करने की अपील की है। अभिनेत्री दीपिका ने इस बारे में लोगों से अनुरोध किया -
हमारे माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र भाई मोदी ने एक वीडियो क्लिप के द्वारा हमें संदेश दिया कि इस संडे रात को 9 बजे 9 मिनट के लिए हम द्वीप जलाएं और रोशनी करें। वो चाहे आप दीया करें या मोमबत्ती करें लेकिन रोशनी जरूर करें। मैं जरूर करने वाली हूं अपने परिवार के साथ। आप भी करिएगा।
पश्चिम बंगाल में बाउल गायक भी कोविड-19 की लड़ाई का संदेश गांव-गांव तक पहुंचा रहे हैं।
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* भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद-आई.सी.एम.आर. ने स्वास्थ्यकर्मियों के लिए नये नियम जारी किये हैं ताकि कोविड-19 की जांच रैपिड एंटीबॉडी आधारित खून के नमूने से शुरू की जा सके। परिषद ने उन क्षेत्रों के लिये नई रणनीति बनाई है जहां कोविड-19 के मरीज बड़ी संख्या में सामने आ रहे हैं। इन क्षेत्रों में बड़ी संख्या में प्रवासी लोगों की मौजूदगी वाले स्थान और विदेशों से लाये जा रहे लोगों को रखने के केन्द्र शामिल हैं। अनुसंधान परिषद ने कहा है कि स्वास्थ्य केन्द्रों में ज़ुखाम जैसी बीमारियों की भी निगरानी की जाएगी। परामर्श में यह भी कहा गया है कि जुखाम से पीड़ित व्यक्तियों को 14 दिन के क्वारंटीन के दौरान घर पर रहने के लिये ज़रूरी सलाह दी जाए।
आई.सी.एम.आर ने सभी जांच परिणामों का ब्यौरा मांगा है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि इन मामलों की निगरानी की जा रही है और आवश्यक कदम उठाये गये हैं। इन नियमों का उल्लंघन करने वाले व्यक्ति पर आपदा प्रबंधन कानून-2005 के तहत कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
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* रक्षा मंत्रालय का आयुध कारखाना बोर्ड और सार्वजनिक रक्षा उपक्रमों ने कोविड-19 से निपटने के अपने प्रयास और तेज कर दिये हैं। ब्यौरा हमारे संवाददाता से-
आयुध कारखाना बोर्ड ने छह राज्यों में अपने सभी 10 अस्पतालों में 280 अलग-थलग बिस्तरों की व्यवस्था की योजना बनाई है। बेंगलुरू में हिन्दुस्तान एरोनोटिक्स लिमिटेड-एचएएल ने इटर्नशिप केयर यूनिट में तीन और अन्य वॉर्डों में 30 बिस्तरों की सुविधा प्रदान की है। इसके अलावा तीस कमरों को भी तैयार किया है, जिनमें 93 रोगियों को रखा जा सकेगा। बोर्ड ने अरुणाचल प्रदेश सरकार को कोविड-19 रोगियों के लिए विशेष प्रकार के 50 टेंट बनाकर दिए हैं। बोर्ड द्वारा विश्व स्वास्थ्य संगठन के मानकों के अनुरूप हैंड सेनिटाइजर का उत्पादन भी किया जा रहा है। आयुध उपकरण कारखाने फेस मॉस्क और शरीर को ढकने वाली पोशाक भी बना रहे हैं। रक्षा मंत्रालय का सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रम भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के अनुरोध पर वेंटिलेटर बना रहा है। अगले दो महीनों में 30 हजार वेंटिलेटरों की आपूर्ति की जायेगी।
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* पुणे में समाचार पत्र वितरकों ने आज से समाचार पत्रों का वितरण स्थगित करने का फैसला किया है। पूर्णबंदी के बाद दूसरी बार समाचार पत्रों का वितरण रोका गया है। एक सप्ताह तक इसे बंद रखने के बाद बुधवार को इनका वितरण फिर शुरू किया गया था।
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* अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान-एम्स दिल्ली के डॉक्टर दीपक अग्रवाल ने एक सस्ता और छोटा वेंटिलेटर ईजाद किया है। एम्स में न्यूरो सर्जरी विभाग के प्रोफेसर डॉ. अग्रवाल ने बताया कि उन्हें एम्स में भर्ती ऐसे रोगियों से वेंटिलेटर बनाने की प्रेरणा मिली, जो एम्स में सिर्फ इसलिए भर्ती थे कि उनका जीवन वेंटिलेटर पर निर्भर था।
मैं जब ये वेंटीलेटर का निर्माण किया, तो हमने कई चीजे ध्यान में रखी। पहले नम्बर पर ये कि ये सस्ता होना चाहिए कि भारत के नागरिकों के लिए हम ऐसा वेंटीलेटर बनाए जो दुनिया में सबसे सस्ता हो। दूसरे नम्बर पर हमने सोचा कि ये छोटा सा होना चाहिए, जिसे कही भी रखा जाए, कही भी यूज कर सके एज ए पोर्टल वेंटीलेटर या आईसीयू वेंटीलेटर। नम्बर तीन हम चाहते थे इसको बहुत ही यूजर फ्रैंडली बनाए और उसके लिए हमने एंड्रायड टेबलेट और एंड्रायड ऐप्स का यूज किया है, जिससे कि जो भी व्यक्ति फोन यूज कर सकता है, वो इसको भी इस्तेमाल कर सकता है और चौथे नम्बर पर हमने कहा कि इसका मेंटेनेस और टोटल कोस्ट ऑफ ऑनरशिप बहुत कम हो।
डॉ. अग्रवाल ने बताया कि उन्होंने रोबोट विज्ञानी दिवाकर वैश के साथ मिलकर पांच वर्ष पहले ही वेंटिलेटर को विकसित किया था, जिसे अब उन्नत किया गया है। डॉ. अग्रवाल ने बताया कि स्वास्थ मंत्रालय ने उनसे दस हजार वेंटिलेटर की मांग की है। उन्होंने कहा कि वे प्रति माह बीस हजार वेंटिलेटर बना सकते हैं।
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* देश की जानी-मानी हस्तियां देशव्यापी लॉकडाउन का समर्थन कर रही हैं। इन लोगों ने कोरोना का मुकाबला करने के लिए लोगों से घर के अंदर ही रहने और सरकारी दिशा-निर्देशों का पालन करने की अपील की है। जाने-माने गीतकार प्रसून जोशी ने अपनी कविता के माध्यम से लोगों से लॉकडाउन का समर्थन करने का अनुरोध किया है।
हां घर में रहेगा देश।
इस देश को प्यार बुजुर्गों से, यहां खुद से पहले अपने है।
इस देश को प्यार बुजुर्गों से, यहां खुद से पहले अपने है।।
कर्तव्य यहां पहले आता, पर बाद में आते सपने है।
हां ये ही एक संदेश हां घर में रहेगा देश।
21 दिन का उपवास लिये, जीवन की लंबी सांस लिये,
सीमा रेखा न तोड़ेगें, एक सयम एक विश्वास लिये।
चलो मन को देश आदेश, हां घर में रहेगा देश।
संकल्प नया एक करते है, चलो मिलकर पीड़ा हरते हैं।
इस देश के रहने वाले तो हर दिन ही तपस्या करते हैं।
बढ़ जाने दो ये केश, हां घर में रहेगा देश।
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* भारतीय रेल कोविड-19 के मद्देनजर देशव्यापी लॉकडाउन के बीच आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है। रेल मंत्रालय ने कहा है कि आवश्यक वस्तुओं की ढुलाई, परिवहन और उन्हें गंतव्य स्थल तक पहुंचाने का काम जोर-शोर से किया जा रहा है। पिछले 13 दिनों के दौरान मालगाडि़यों के जरिए 342 वैगन चीनी, 958 वैगन नमक और 378 वैगन खाद्य तेलों की ढुलाई की गई।
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* सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम - एमएसएमई प्रौद्योगिकी केंद्र देश में कोविड - 19 के खिलाफ लडाई में बडे पैमाने पर योगदान दे रहे हैं। सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय के तहत 18 परिचालन प्रौद्योगिकी केंद्र और स्वायत्तशासी निकाय कोरोना वायरस की महामारी से निपटने में जुटे हुए हैं।
चेन्नई के केंद्रीय फुटवियर प्रशिक्षण संस्थान ने मास्क और चिकित्सा गाउन की सीलिंग के लिए मशीन लगाई हैं। हैदराबाद का केंद्र सेंसर पर आधारित इलेक्ट्रो मैकेनिकल वेंटिलेटर विकसित करने में जुटा है। कोलकाता का केंद्रीय उपस्कर कक्ष और प्रशिक्षण केंद्र सागरदत्ता अस्पताल के साथ मिलकर सस्ता वेंटिलेटर विकसित कर रहा है। कन्नौज के प्रौद्योगिकी केंद्र ने एल्कोहल आधारित सेनिटाइजर बनाना शुरू किया है। इंस्ट्टीयूट फॉर डिजाइन ऑफ इलेक्ट्रीकल मेजरिंग इंस्टूमेंट ऑयन आधारित सेनीटाइजर विकसित कर रहा है। हैदराबाद, भुवनेश्वर और जमशेदपुर स्थित केंद्र 650 जांच किट के लिए उपकरण तैयार कर रहे हैं।
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* वित्त मंत्रालय के अधिकारियों और कर्मचारियों, वित्तीय संस्थानों और सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों ने कोविड-19 के प्रकोप से निपटने के प्रयासों के तहत पी एम केयर्स कोष में 430 करोड़ रुपये जारी किए हैं। कोविड-19 जैसी वैश्विक महामारी से निपटने के उद्देश्य के साथ इस कोष का गठन 28 मार्च को किया गया था।
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* कोविड-19 महामारी के प्रकोप को देखते हुए कर्मचारी भविष्य निधि संगठन-ईपीएफओ ने अपने अंशधारकों को उनके रिकार्ड में जन्म तिथि सही करने तथा भविष्य निधि से अग्रिम राशि निकालने की सुविधा ऑनलाइन देने की व्यवस्था की है।
समाचार पत्रों की सुर्खियों से-
* आज के समाचार पत्रों में पिछले 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के मामलों में बढ़ोत्तरी को अखबारों ने प्रमुखता दी है। हिन्दुस्तान लिखता है लापरवाही के चलते संक्रमण के मामलों का दायरा बढ़ा। अखबार ने सख्ती शीर्षक से लिखा है कि राज्यों ने अपने-अपने ढंग से नियम कड़े किए। अमर उजाला ने स्वास्थ्य मंत्रालय के हवाले से लिखा है कि हमें हर रोज लड़ाई लड़नी है, चूंक हुई तो हालात होंगे खराब। जनसत्ता ने निजामुद्दीन मरकज प्रमुख मौलाना साद के इस कथन को प्रमुखता दी है कि मरकज खुलने के बाद देंगे जवाब।
* हिन्दुस्तान की बड़ी खबर है कि कोरोना से जंग में उपकरणों की कमी में सुधार के लिए सरकार ने तैयारियों का आकलन किया। घर पर बने मास्क का इस्तेमाल करने पर जोर दिए जाने और आयुष्मान भारत योजना में कोरोना वायरस की जांच और इलाज को जोड़ा जाना भी अखबारों के पहले पन्ने पर है।
* देश के भीतर कोरोना संक्रमितों में 42 प्रतिशत रोगी 40 वर्ष से कम उम्र के हैं। अन्य देशों के बारे में अखबरों में लिखा है कि इटली में 73 प्रतिशत से अधिक 51 वर्ष से ज्यादा के लोग और चीन में 97 प्रतिशत से ज्यादा 59 वर्ष से ऊपर आयु के हैं।