आकाशवाणी सार (31-Mar-2020) AIR News Gist
Posted on April 1st, 2020 | Create PDF File
मुख्य समाचार-
* सरकार ने कहा-वित्तीय वर्ष आगे बढ़ाने की कोई योजना नहीं।
* सरकार ने मालवाहनों का निर्बाध परिवहन बनाए रखने के लिए ड्राइविंग लाइसेंस, परमिट, पंजीकरण जैसे दस्तावेजों की वैधता 30 जून तक बढ़ाई।
* राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी ने विभिन्न परीक्षाओं के लिए ऑनलाइन आवेदन की तिथि बढ़ाई।
* जी-20 देशों के व्यापार और निवेश मंत्रियों ने अपने बाजारों को मुक्त रखने और चिकित्सा आपूर्ति सुनिश्चित करने का फैसला किया।
* केंद्र सरकार ने केंद्रीय सरकार स्वास्थ्य योजना के तहत पहले से ही सूचिबद्ध स्वास्थ्य संगठनों की वैधता की तिथि 30 जून तक बढ़ाई।
* सरकार ने कहा, देश में सामुदायिक संक्रमण का अभी कोई संकेत नहीं।
* गृह सचिव अजय भल्ला ने कहा - वीजा नियमों का उल्लंघन करके हाल ही में भारत आए लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज होगी।
* भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद ने किसानों और कामगारों से कोरोना वायरस के फैलाव को रोकने के लिए एहतियात और सुरक्षा उपायों का पालन करने को कहा।
* भारतीय रेल 20 हजार कोचों में बदलाव कर तीन लाख से ज्यादा आइसोलेशन बिस्तर तैयार करेगा।
समाचार विस्तार से-
* बिहार सरकार ने अन्य प्रदेशों से आ रहे श्रमिकों के राज्य में प्रवेश पर रोक लगा दी है, जो श्रमिक राज्य में आ चुके हैं, उनको विशेष निगरानी केन्द्रों में रखा गया है और उनके खाने-पीने के समुचित प्रबंध किए गए हैं।
प्रवासी मजूदरों को गांव भेजने के पहले उनके स्वास्थ्य की जांच पड़ताल की जा रही है। संदिग्ध मरीजों को आइसोलेशन में रखने की व्यवस्था की गई है। गांव के नजदीक के स्कूल और पंचायत भवन में प्रवासी मजदूरों को 14 दिनों के क्वारंटाइन में रखा गया है। राज्य सरकार ने सभी मजदूरों की ट्रेकिंग करने का निर्देश दिया है। इस बीच पुलिस महानिदेशक गुप्तेश्वर पाण्डेय ने कहा है कि अब कोई बाहर से नहीं आएगा। केन्द्र सरकार के निर्देश पर राज्य की सीमा को सील कर दिया गया है। अब जो जहां है वहीं रहेगा। उसे वहीं सारी सुविधाएं मिलेंगी।
-----------
* उत्तर प्रदेश सरकार ने हाल ही में अन्य प्रदेशों से आए लोगों को पृथक केन्द्रों में रखा है और उनके स्वास्थ्य पर निगरानी रखी जा रही है।
पूरे प्रदेश में लगभग 10 हजार लोगों को फैमिली क्वांरटीन में रखा गया है जो या तो हाल ही में विदेश से लौटे थे या फिर कोरोना पॉजिटिव लोगों के संपर्क में थे। प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया है कि प्रदेश में कुल कोरोना पीडि़त मामलों में से 44 मामले दो अलग-अलग समूहों से जुड़े हुए हैं और इसके मद्देनजर इन समूहों के तीन किलोमीटर के दायरे में कंटेंमेंट की प्रक्रिया अपनाई जा रही है। गौतम बुद्ध नगर के 36 मामलों में से 31 मरीज एक ही फैक्टरी में काम करने वाले हैं। इसके साथ मेरठ में मिले 13 मरीजों के तार भी इसी फैक्टरी से जुड़े हैं जो यहां काम करने वाले मजदूर के रिश्तेदार हैं और हाल में उसके संपर्क में आए थे। अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने कहा कि सरकार गांव में कोरोना के लक्षण वाले लोगों की पहचान करने के लिए आशा, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और एएनएम जैसे स्वास्थ्य कर्मियों की मदद ले रही है।
-----------
* कर्नाटक में भी नौजवान जरूरतमंदों को भोजन उपलब्ध करा रहे हैं। बेंगलुरू उत्तर से सांसद, कार्यकर्ताओं की एक टीम के साथ लोगों को महामारी के प्रति जागरूक करने का काम कर रहे हैं।
इस्कॉन अक्षय पात्रा द्वारा गरीबों को उचित दर पर खाना दिया जाएगा। राजस्थान युवा संगठन मास्क, सैनिटाइज़र और सुरक्षा गाउन देने आगे आया है। केंद्र सचिव और बेंगलुरू उत्तर के सांसद डी.वी. सदानंद गौड़ा ने एक हजार कार्यकर्ताओं की टीम बनाई है, जिन्होंने कल अपने क्षेत्र में गरीबों को खाना पहुंचाया और पांच हज़ार 465 घरों को आवश्यक सामग्री पहुंचायी। मंड्या जिले के कृष्णाराजपेटे के बोम्मनहल्ली गाँव में एक दर्जी, गांव वालों के लिए उचित दर पर मास्क सील कर दे रहे हैं।
-----------
* जम्मू-कश्मीर में संक्रमण से निपटने के लिए सेवानिवृत्त हो चुके चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मियों की मदद ली जा रही है। सेवानिवृत्त होने वाले चिकित्सकों और स्वास्थ्यकर्मियों की सेवा में एक साल का विस्तार किया गया है।
पांच नये मामले कश्मीर और तीन जम्मू में पाए गये हैं। जिन इलाकों में ये नये मामले सामने आएं हैं वहां नजदीकी गांव को लाल क्षेत्र करार दिया गया है। उपराज्यपाल जी सी मुर्मू ने कोरोना रोकथाम प्रयासों से जुड़े फ्रंट लाइन कार्यकर्ताओं को 25 हजार मास्क और पीपीज के तत्काल वितरण के आदेश दिए हैं। जम्मू कश्मीर में प्रवासी मजूदरों की सहायता के लिए हेल्पलाइन जारी की गई है और जरूरी चीजों की उपलब्धता को प्राथमिकता दी जा रही है। देश के विभिन्न हिस्सों में फंसे जम्मू-कश्मीर के छात्रों की सुविधा के लिए सरकार ने सात संपर्क अधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की है। आवश्यक वस्तुओं और सेवाओं को सुनिश्चित कराने के लिए विशेष समन्वय टीमों का गठन किया गया है।
-----------
* उधर, हिमाचल प्रदेश सरकार ने संक्रमित लोगों का पता लगाने के लिए एक्टिव केस फाइडिंग अभियान शुरू किया। इस अभियान के तहत घर-घर जाकर लोगों के स्वास्थ्य की जानकारी हासिल की जा रही है।
प्रत्येक आशा कार्यकर्ता गांव के प्रत्येक घर में जाकर स्वास्थ्य संबंधी जानकारी एकत्र करेंगी और गुगल फ़ॉर्म के माध्यम से जानकारी साझा करेंगी। जानकारी एकत्र करने का समय हर दिन सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक होगा। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने पंचायत राज संस्थानों और शहरी स्थानीय निकायों के चुने हुए प्रतिनिधियों को अपने संबंधित क्षेत्रों में ऐसे लोगों की पहचान करने को कहा है जिनका पिछले कुछ दिनों में प्रदेश के बाहर या प्रदेश के भीतर यात्रा का विवरण हो। उन्होंने क्वारंटाइन सेंटर बनाने के लिए कुछ होटल, गेस्ट हाउस और धर्मशालाओं को चिन्हित करने को भी कहा है जिससे कि लोगों को बेहतर सुविधाएं मिल सके।
-----------
* स्वास्थ्य मंत्रालय ने लोगों को सलाह दी है कि वे कोविड-19 वायरस से सुरक्षित रहने के लिए सभी बुनियादी एहतियाती उपायों का पालने करें।
सरकार ने कहा है कि आवश्यक वस्तुओं की पर्याप्त आपूर्ति जारी है और लोगों को चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। लोगों को सलाह दी जाती है कि वे आवश्यक वस्तुओं और चिकित्सा के सामान की खरीददारी करते समय धैर्य रखें और शांत रहें। आवश्यक वस्तुओं को खरीदने के लिए बार-बार बाहर निकलने से बचें। साथ ही लोगों को हाथ मिलाने और गले गलने से भी बचना चाहिए। बाजार, मेडिकल स्टोर और अस्पतालों में लोग कम से कम एक मीटर की दूरी रखें। घर पर गैर-जरूरी सामाजिक समारोह से बचा जाना चाहिए और घर पर मेहमानों को नहीं बुलाना चाहिए। लोगों को अपनी आंख, नाक और मुंह को छूने से बचना चाहिए और लगातार हाथ साफ करते रहना चाहिए। हाथ को दोनों तरफ से कम से कम 20 सेकेण्ड तक धोना चाहिए। यदि कोई व्यक्ति खांसी या बुखार से पीडि़त है तो वह दूसरों के संपर्क में आने से बचे और डॉक्टर से तुरंत परामर्श ले। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना वायरस के बारे में जानकारी के लिए एक टॉल फ्री नम्बर- 1075 जारी किया है। कोविड-19 के खिलाफ इस लड़ाई में सभी भारतीय पहल करते हुए खुद को और दूसरों को सुरक्षित रखें।
-----------
* केन्द्र ने स्पष्ट किया है कि वित्तीय वर्ष में कोई विस्तार नहीं किया गया है। वित्त मंत्रालय ने कहा कि राजस्व विभाग से कल जारी अधिसूचना भारतीय स्टैम्प अधिनियम में कुछ संशोधनों से संबंधित है। इसका उद्देश्य शेयर बाजारों से प्रतिभूति लेन-देन पर स्टैम्प शुल्क संग्रह की कुशल और प्रभावी व्यवस्था करना है। यह संशोधन एक अप्रैल, 2020 से लागू करने के लिए अधिसूचित था। लेकिन मौजूदा स्थिति के कारण यह तिथि आगे बढ़ाकर पहली जुलाई, 2020 करने का निर्णय लिया गया। मंत्रालय ने कहा कि मीडिया के कुछ वर्गों में भ्रामक खबर आ रही थी कि वित्तीय वर्ष की अवधि बढ़ा दी गई है। भारतीय स्टैम्प अधिनियम में संशोंधनों के बारे में केन्द्र से कल जारी अधिसूचना का गलत हवाला देकर यह भ्रम फैलाया जा रहा था।
-----------
* केन्द्र ने एक फरवरी के बाद अमान्य हुए ड्राइविंग लाइसेंस, परमिट और पंजीकरण जैसे दस्तावेजों की सत्यापन अवधि 30 जून तक बढ़ा दी है। यह फैसला कोविड-19 महामारी को लेकर लॉकडाउन के बीच मालवाहनों का निर्बाध परिवहन बनाए रखने के लिए किया गया है। सभी राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों को जारी परामर्श में सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने इन दस्तावेजों को 30 जून तक वैध मानने का निर्देश दिया है।
इन दस्तावेजों में फिटनेस प्रमाण पत्र, सभी प्रकार के परमिट, ड्राइविंग लाइसेंस, पंजीकरण या मोटर वाहन अधिनियम के तहत अन्य संबंधित दस्तावेज शामिल हैं।
-----------
* कोविड-19 के कारण अध्यापकों और छात्रों की कठिनाइयों के मद्देनजर राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी ने विभिन्न परीक्षाओं के ऑनलाइन आवेदन देने की तारीख बढ़ा दी है।
मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने एक बयान में कहा है कि ऑनलाइन परीक्षा फार्म चार बजे तक और परीक्षा शुल्क रात्रि 11 बजकर 50 मिनट तक जमा किये जा सकते हैं।
निर्धारित शुल्क क्रेडिट कार्ड, डेविड कार्ड, नेटबैंकिग, यूपीआई, और पेटीएम से भुगतान किये जा सकते हैं। छात्र और अभिभावकों को सलाह दी जाती है कि वे परीक्षा से जुडे वेबसाइट और www.nta.ac.in का अवलोकन करते रहे।
उम्मीदवार और जानकारी के लिए फोन नम्बर- 8 2 8 7 4 7 1 8 5 2 और 8 1 7 8 3 5 9 8 4 5 पर संपर्क कर सकते हैं।
-----------
* कोविड-19 महामारी को लेकर राष्ट्रव्यापी पूर्ण बंदी को देखते हुए सरकार ने किसानों को बड़ी राहत देते हुए लघु अवधि के फसल ऋण के भुगतान की अवधि 31 मई तक बढ़ा दी है। इस विस्तारित अवधि में भी बैंकों से लिए फसल ऋण पर दो प्रतिशत की ब्याज छूट और तीन प्रतिशत का शीघ्र भुगतान प्रोत्साहन लाभ मिलेगा।
कृषि मंत्रालय ने कहा कि लोगों की आवाजाही पर पाबंदी के चलते कई किसान ऋण भुगतान के लिए बैंक की शाखाओं तक जाने में समर्थ नहीं हैं। मंत्रालय ने कहा कि आवाजाही में बाधा और समय पर उत्पादों की बिक्री और इसका भुगतान लेने में कठिनाई के कारण किसानों को लघु अवधि के फसल ऋण भुगतान में दिक्कतें आ सकती हैं।
-----------
* कोरोना संक्रमण से बचने के लिए चिकित्सक लोगों को घरों में रहने और लॉकडाउन का सही से पालन करने की सलाह दे रहे हैं। वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. माला श्रीवास्तव ने लॉकडाउन के महत्व पर बताया
हम सबको ये समझना है कि जितना हो सके, जैसे प्राइम मिनिस्टर ने कहा लॉकडाउन करना है। जो ज़रूरी काम है वही करना चाहिए। इसके अलावा सबको अपने घरों में रहना चाहिए। जो एसेंसियल सर्विसेज हैं मेडिकल सर्विसेज, पुलिस सर्विसेज या फूड एंड बेवरेजेज की सर्विसेज हैं, जो ज़रूरी हैं वो तो ज़रूरी काम करने के लिए निकलेंगे ही, लेकिन अदरवाइज जिनको ज़रूरी नहीं है, उनको डेफिनेटली अपने घर में रहना चाहिए, क्योंकि एक बार ये स्टेज थ्री में आ गया, तो हम लोगों को कंट्रोल करना बहुत मुश्किल हो जाएगा। सबको ये समझना है कि प्रिवेंशन करने से ही हम बच सकते हैं।
उन्होंने कोरोना के लक्षणों और उनके उपचार के बारे में बताया -
सबसे ये कहें कि डरने की ज़रूरत नहीं है, प्रिकॉशन लेने की ज़रूरत है, पैनिक की ज़रूरत नहीं है। लेकिन प्रिकॉशन लेना बहुत ज़रूरी है। जो-जो दिशा-निर्देश दिए जा रहे हैं, हम लोग हेल्थ एडवाइजर्स दे रहे हैं या गवर्नमेंट की तरफ से जो-जो आ रहे हैं ऐडवाइज भी, वो सबका पालन करना बहुत ज़रूरी है। बहुत बड़ी-बड़ी बातें नहीं हैं। ऐग्ज़ैक्टली तीन या चार चीजें ही हैं, जो हमें याद रखना हैं। सोशल डिस्टेंसिंग, घर में रहना है। बहुत ज़रूरी हो तभी बाहर जाएं और जाएं तो पूरे प्रिकॉशन के साथ जाएं।
-----------
* तेल वितरण कंपनियों ने रसोई गैस आपूर्ति श्रृंखला में काम कर रहे डिलीवरी ब्वॉय और अन्य कर्मियों के लिए पांच-पांच लाख रुपए की अनुग्रह राशि की घोषणा की है। कोविड-19 महामारी के दौरान रसोई गैस वितरण में लगे कर्मचारियों की मृत्यु की आशंकित स्थिति में यह राशि देने की व्यवस्था की गई है। इंडियन ऑयल, भारत पेट्रोलियम और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कंपनियों ने यह निर्णय लिया। रसोई गैस को आवश्यक वस्तु होने के नाते लॉकडाउन पाबंदी से अलग रखा गया है और संबंधित कर्मचारियों को उपभोक्ताओं तक रसोई गैस की निर्बाध आपूर्ति बनाए रखने के लिए ड्यूटी पर आना होता है।
-----------
* केन्द्र सरकार ने सभी केन्द्रीय कर्मचारियों को अगले आदेश तक बॉयोमैट्रिक हाजरी लगाने से छूट दे दी है। इसके पहले केन्द्र सरकार ने केन्द्रीय कर्मचारियों को 31 मार्च तक बॉयोमैट्रिक लगाने से छूट दी थी।
-----------
* सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने अधिसूचना जारी कर कहा है कि दूरदर्शन के 25 चैनल तथा लोकसभा और राज्यसभा चैनलों को सभी केबल ऑपरेटर्स को अपने टेलिवीजन नेटवर्क पर अनिवार्य रूप से प्रसारित करना होगा। मंत्रालय से जारी परामर्श में कहा गया है कि जो भी संचालक इन चैनलों को प्रसारित नहीं करेगा उसके खिलाफ केबल कानून के तहत कार्रवाई की जायेगी।
-----------
* अमरीकी कंपनी जॉनसन एण्ड जॉनसन ने कहा कि उसने कोविड-19 के उपचार का टीका बनाने पर काम शुरू कर दिया है और सितम्बर तक इसका मानवीय परीक्षण शुरू हो जायेगा। यह टीका आपातकालीन उपयोग के लिए अगले वर्ष की शुरूआत तक तैयार हो सकता है। इस दवा कंपनी ने टीके तैयार करने के लिए अमरीका के सरकारी जैव चिकित्सा अनुसंधान और विकास प्राधिकरण के साथ एक अरब डॉलर के निवेश का समझौता किया है।
अमरीका की एक और कंपनी मोर्डेना ने भी एक टीके का परीक्षण शुरू किया है।
-----------
* इटली ने कोरोना वायरस का संक्रमण नियंत्रित करने के लिए लॉकडाउन की अवधि 12 अप्रैल तक बढ़ा दी गई है। इस महामारी से इटली में अब तक 11 हजार पांच सौ 91 लोगों की मौत हो चुकी है। यह आंकड़ा विश्व में सबसे अधिक है। प्रधानमंत्री ज्यूसेप कोंटे ने कहा है कि लॉकडाउन में लगाए गए प्रतिबंधों में धीरे-धीरे छूट दी जाएगी। तीन हफ्ते के लॉकडाउन से देश आर्थिक संकट से घिर गया है। इटली पहला ऐसा पश्चिमी देश है जिसने इस महामारी पर नियंत्रण के लिए बड़े पैमाने पर प्रतिबंध लगाए हैं।
-----------
* स्पेन में कोविड-19 को फैलने से रोकने लिए अंतिम संस्कार की रस्मों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। सरकार ने आदेश दिया है कि 11 अप्रैल तक तीन से अधिक लोग अंतिम संस्कार के अनुष्ठान में शामिल नहीं हो सकते। स्पेन में कोरोना वायरस महामारी का भंयकर संकट चल रहा है और हजार लोग इससे पीड़ित हैं। सरकार ने लोगों से एक-दूसरे के बीच एक से दो मीटर की दूरी रखने का भी अनुरोध किया है। स्पेन में कोविड-19 से अब तक सात हजार 340 लोगों की जान चली गयी है जो दुनियाभर में इटली के बाद सबसे बड़ी संख्या है।
-----------
* जी-20 देशों के व्यापार और विदेश मंत्रियों तथा आमंत्रित देशों के नेताओं ने अपने बाजारों को मुक्त रखने और महत्वपूर्ण चिकित्सा आपूर्ति तथा लॉजिस्टिक नेटवर्क को सुगम-सुलभ बनाए रखने का फैसला किया है। वीडियो कॉफ्रेंस के जरिए समूह की बैठक के बाद जारी बयान में कहा गया है कि कोविड-19 से निपटने के लिए आपातकालीन उपाय आवश्यक हुए तो वे लक्षित, औचित्यपूर्ण, पारदर्शी और अस्थायी होने चाहिए। ऐसे उपायों से वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में बाधा या व्यापार में अनावश्यक रुकावट नहीं होनी चाहिए तथा वे विश्व व्यापार संगठन के नियमों के अनुकूल होने चाहिए।
यह इस तरह की दूसरी वीडियो कॉफ्रेंस थी। बैठक में भारत ने कोविड-19 महामारी से निपटने के लिए दवाइयों तक किफायती पहुंच और बढ़ाने के लिए वैश्विक रूपरेखा तैयार करने तथा सभी देशों में स्वास्थ्य पेशेवरों के आसान आवागमन का आह्वान किया है।
वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने मौजूदा चुनौती से निपटने के लिए बहुपक्षीय प्रतिबद्धताएं बनाएं रखने और इनकी प्रभावशीलता में सुधार की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि संशोधित विनियामक और अनुसंधान तथा विकास सहयोग से भारत इस तरह के संकट में विश्व की सहायता के लिए अपनी क्षमताएं बढ़ा सकता है।
-----------
* दिल्ली के निजामुद्दीन पश्चिम क्षेत्र में इस महीने के आरम्भ में धार्मिक कार्यक्रम में भाग लेने वाले 24 लोगों में नोवल कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि हुई है। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येन्द्र जैन ने आज कहा कि दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में स्थित मरकज में लगभग 15 सौ से 17 सौ लोग इकट्ठा हुए थे, इनमें से कई लोगों में कोरोना की पुष्टि हुई है। संवाददाताओं के साथ बातचीत में उन्होंने कहा कि सात सौ लोगों को क्वारंटीन केन्द्र में भेजा गया है।
सभी लोगों की स्क्रिनिंग की जा रही है बाहर जैसे निकल रहे हैं। उसमें से लगभग 330 लोग कल जिनको अस्पतालों में शाम शिफ्ट किया गया है। कुल एक हजार 33 लोगों को कल शिफ्ट किया गया है जिसमें से 330 पैंतीस लोगों को अस्पतालों में किया गया बाकी सात सौ के करीब लोगों को डिफरेंट क्वारंटीन सेंटर्स में भेजा गया है।
दिल्ली सरकार ने कल कहा था कि धार्मिक समारोह में सामाजिक दूरी और लॉकडाउन का पालन नहीं किया गया और इसके आयोजकों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
-----------
* वरिष्ठ चिकित्सक डॉक्टर माला श्रीवास्तव ने बताया कि गर्भवती महिलाओं को इस समय ज्यादा सावधानी बरतनी चाहिए।
सबसे ये कहें कि डरने की ज़रूरत नहीं है, पैनिक की ज़रूरत नहीं है। लेकिन प्रिकॉशन लेना बहुत ज़रूरी है। जो-जो दिशा-निर्देश दिए जा रहे हैं, हम लोग हेल्थ एडवाइजर्स दे रहे हैं या गवर्नमेंट की तरफ से जो-जो आ रहे हैं ऐडवाइज भी, वो सबका पालन करना बहुत ज़रूरी है। सोशल डिस्टेंसिंग, घर में रहना है। बहुत ज़रूरी हो तभी बाहर जाएं और जाएं तो पूरे प्रिकॉशन के साथ जाएं।
-----------
* सरकार ने कहा है कि देश में कोरोना वायरस संक्रमण का फैलाव अभी स्थानीय स्तर पर है और इसका फैलाव सामूदायिक स्तर तक जाने का प्रमाण नहीं है। स्वास्थ्य मंत्रालय में संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कल नई दिल्ली में मीडिया को बताया कि देश में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या एक हजार 251 हो गई है। इनमें 49 विदेशी नागरिक हैं। 101 लोगों को उपचार के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है जबकि 32 की मौत हुई है। पिछले 12 दिन में सामने आए संक्रमण की संख्या विकसित देशों में संक्रमण के मामलों से काफी कम है।
-----------
* सरकार ने कहा है कि सोशल मीडिया में कुछ ऐसी खबरें आ रही है जिनमें कुछ खाद्य पदार्थों की पीएच वैल्यू बतायी जा रही है। इनमें कहा जा रहा है कि अल्कालाईन खाद्य पदार्थों का अधिक इस्तेमाल किया जाना चाहिए क्योंकि इनमें पीएच स्तर अधिक होता है जो कोरोना वायरस को खत्म कर सकता है। य़े खबरें वायरोलॉजी एण्ड एंटी वायरल रिसर्च पत्रिका में प्रकाशित एक शोध अध्यन के हवाले से दी जा रही है।
ऐसी खबरें सही नहीं हैं। इन खबरों में जिस शोध अध्यन का हवाला दिया जा रहा है वह पूरी तरह किसी अन्य कोरोना वायरस के बारे में है। पीएच वैल्यू के बारे में इस रिपोर्ट में कई तथ्यात्मक खामियां हैं।
-----------
* विश्व स्वास्थ्य संगठन ने चेतावनी दी है कि पश्चिम यूरोप और उत्तरी अमरीका कोविड-19 महामारी के केन्द्र भले ही बन गए हो लेकिन एशिया और प्रशांत क्षेत्र से यह संकट अभी समाप्त नहीं हुआ है। पश्चिम प्रशांत क्षेत्र में विश्व स्वास्थ्य संगठन के क्षेत्रीय निदेशक डॉक्टर ताकेशी केसइ ने लंबी लड़ाई का आह्वान करते हुए कहा कि सरकारों को हर स्तर पर इस वायरस से निपटने के प्रयास करते रहने चाहिए।
-----------
* सरकार कोविड-19 का सामुदायिक प्रसार रोकने की रणनीतियां अपना रही है। संक्रमण को और फैलने से रोकने के लिए कोविड-19 केंद्रों में संक्रमित व्यक्तियों के सम्पर्क में आए लोगों का पता लगाने के प्रयास किए जा रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय में संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने आज नई दिल्ली में बताया कि कोविड-19 के एक हजार दो सौ से अधिक मामलों के साथ देश में संक्रमण फैलने वाले स्थानों की संख्या बढ़ गई है।
केसेस में आए इस इंक्रीज का कारण है कि कुछ लोकशन पर लोगों की स्पोर्ट न मिलने से समय पर सूचित न करने के कारण अचानक केसेस की संख्या में यह इंक्रीज नोट किया गया है। कोविड-19 की लड़ाई में हम उतने ही सक्सेस हो पाएंगे जितना हमें कम्युनिटी में सबका स्पोर्ट मिलेगा। इस जंग में किसी भी एक समाज के व्यक्ति का स्पोर्ट ने मिलने पर पूरे समाज को उसका नुकसान उठाना पड़ेगा।
श्री अग्रवाल ने कहा कि देश में पिछले 24 घंटे में 227 मरीजों की पुष्टि हुई है। इसके साथ ही संक्रमित लोगों की संख्या एक हजार दो सौ इक्यावन हो गई। उन्होंने बताया कि पिछले 24 घंटे में तीन लोगों की मृत्यु हुई, जिनमें से एक गुजरात, एक पश्चिम बंगाल और एक मध्य प्रदेश का था। उन्होंने कहा कि एक सौ एक लोगों को उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई है।
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद के डॉक्टर रमन आर. गंगाखेड़कर ने कहा कि अब तक 42 हजार से अधिक नमूनों की जांच की गई है।
अभी तक हम लोगों ने फोरटी टू थाउजेंड सैवन हंडरेंड एंड ऐटीऐट सैम्पल्स टेस्ट किए हैं। कल चार हजार तीन सौ छयालिस सम्पैल्स टेस्ट हुए हैं। विच रिप्रिजेंट थर्टीसिक्स परसेंट आफ आवर कैप्पेसिटी। अभी इस वक्त एक सौ तीस लैब्स फांक्शनल हो चुके हैं। प्राइवेट लैब्स में फोरटी नाइन लैब्स को परमीशन दे चुके हैं और कल प्राइवेट लैब्स में थ्री नाइंटी-नाइन पेशंट की जांच हो चुकी है।
डॉक्टर गंगाखेड़कर ने बताया कि परिषद कोविड-19 का टीका विकसित करने के लिए बायो टेक्नोलॉजी विभाग तथा वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद के साथ मिल कर कार्य कर रही है।
गृह मंत्रालय में संयुक्त सचिव पुण्य सलिला श्रीवास्तव ने कहा कि विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में इक्कीस हजार से अधिक राहत शिविर बनाए गए हैं, जहां छह लाख से अधिक लोगों को ठहराया जा सकता है। उन्होंने कहा कि तेइस लाख से अधिक लोगों को भोजन देने की तैयारी की गई हैं।
यह सुविधाएं जो पुअर और डेस्टिटयूट है उनको उपलब्ध है। यह स्टेंडर्ड माइग्रंट वर्क्करस को भी उपलब्ध हैं। जो उन वर्क्करस को भी उपलब्ध है जिनको सिर्फ भोजन की आवश्यकता है और यह सुविधाएं उनको भी उपलब्ध है जो अपने गंतव्य स्थान पर पहुंच गए हैं। लेकिन सेल्फ स्टेंडर्ड हेल्थ प्रोटोकोल के अनुसार क्वारंटाइन है। माइग्रंट वर्क्करस की स्थिति नियंत्रण में हैं इंटरस्टेट कार्गों मूवमूंट स्मूथली चल रहा है। जहां भी कोई भी समस्या हमारे संज्ञान में लाई जाती है वहां हम तुरंत उसके निदान के लिए कार्रवाई करते हैं।
---------------------
* कोविड-19 का संक्रमण रोकने के लिए भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद ने किसानों और कामगारों को सुरक्षा उपायों का पालन करने तथा सावधानी बरतने की सलाह दी है। परिषद ने रबी फसलों की कटाई के दौरान किसानों के लिए परामर्श जारी किया है। कृषि मंत्रालय ने कहा है कि कामगारों को खेत में काम करते समय हर स्तर पर सुरक्षा उपायों का पालन करना चाहिए और एक दूसरे से उचित दूरी बनाए रखनी चाहिए।
मंत्रालय ने कहा है कि उत्तर भारत के कई राज्यों में कम्बाइन हार्वेस्टर के जरिए गेहूं की फसल की कटाई हो रही है इसलिए विभिन्न राज्यों के बीच और राज्यों में मशीन लाने ले जाने की अनुमति दी गई है। सभी किसानों को खेतों में जाने से पहले और काम करने के बाद व्यक्तिगत साफ सफाई और सामाजिक दूरी बनाए रखने के उपायों का पालन करना चाहिए।
---------------------
* भारतीय रेल आवश्यकता पडने पर बीस हजार कोच में संशोधन कर आइसोलेशन कोच के रूप में इस्तेमाल के लिए तैयार है। इन कोचों में तीन लाख से अधिक बिस्तर होंगे। पांच हजार कोच में संशोधन का कार्य शुरू कर दिया गया है, इनमें 80 हजार बिस्तर होंगे। रेल मंत्रालय के अनुसार इन कोचों में सभी आवश्यक सुविधाएं होंगी। इसके लिए सशस्त्र बल चिकित्सा सेवाओं, विभिन्न जोनल रेलवे के चिकित्सा विभागों और स्वास्थ्य मंत्रालय के आयुष्मान भारत विभाग से व्यापक परामर्श किया गया है।
---------------------
* केंद्रीय सरकार स्वास्थ्य योजना-सीजीएचएस के तहत सूचीबद्ध स्वास्थ्य संगठनों की वैधता बढा दी गई है। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि यह सूची इस वर्ष 30 जून या सूचीबद्ध करने की अगली तारीख में से जो भी पहले होगी तब तक मान्य होगी। इस स्थिति में नियम, शर्ते और दरें पहले के समान ही होंगी
हालांकि सभी अस्पताल और निदान केंद्र जांच और कैलीब्रेशन प्रयोगशालाओं के लिए राष्ट्रीय मान्यता बोर्ड-एन ए बी एल द्वारा मान्यता प्राप्त जांच के लिए बोर्ड की दरों पर ही सेवाएं प्रदान करेंगे।
---------------------
* सरकार ने आज स्पष्ट किया कि सरकारी सेवा से आज सेवानिवृत्त होने वाले सभी कर्मचारियों को सेवानिवृत्त माना जाएगा। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि वे घर से काम कर रहे हैं या कार्यालय से।
कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग के अनुसार कर्मचारी घर से कार्यालय से काम कर रहे हैं इससे उनकी सेवानिवृत्ति पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
---------------------
* कोविड-19 के बढ़ते मामलों को देखते हुए वेंटिलेटर की मांग बढ़ने की आशंका के कारण उत्तर प्रदेश में आईआईटी कानपुर में कोरोना वायरस संक्रमण के रोगियों के लिए पोर्टेबल वेंटिलेटर बनाने की तैयारी चल रही है।
कोरोना के मरीजों के लिए वेंटिलेटर बेहद अहम भूमिका निभाता है खासतौर पर उन मरीजों के लिए जो बुजुर्ग हैं और जिनकी तबियत जल्दी खराब होने की आशंका रहती है। इसी के मद्देनजर आईआईटी कानपुर के बायोसांइस एंड बायोइंजीनियरिंग विभाग ने कोरोना रोगियों के लिए जीवनरक्षक पोर्टेबल वेंटिलेटर का डिजाइन तैयार किया है। पोर्टेबल वेंटिलेटर के शीघ्र उत्पादन के लिए आईआईटी एक टीम लगातार काम कर रही है। आईआईटी के बायोसांइस एंड बायोइंजीनियरिंग विभाग के प्रोफेसर अमिताभ बंदोउपाध्याय ने आकाशवाणी को बताया कि देश में स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने के लिए आने वाले दिनों में हजारों वेंटिलेटरर्स की जरूरत पड़ सकती है। इसके लिए आईआईटी कानपुर में विशेषज्ञों की टीम ने पोर्टेबल वेंटिलेटर का डिजाइन तैयार कर लिया है जल्दी ही इसे एसेम्बल करके बनाने की प्रक्रिया शुरू कर ली जाएगी।
वेंटिलेटर हमारे देश में बहुत कम स्पेयर हैं हमें चाहिए कम से कम पचास हजार से ऊपर वेंटिलेटर और वो भी एक महीने के अंदर और उसके लिए हमने एक बहुत बड़ा टीम बनाया है। हमारे इक्यूबेटर कंपनी निखिल गुरेल और हर्षित राठौर द्वारा लुकारोबायोटिक उन्होंने यह डिजाइन बना लिया है। अब उनको सिर्फ एसेम्बल करके यह बनाना है।
प्रोफेसर अमिताभ ने कहा कि तीन-चार दिनों में वेंटिलेटर का प्रोटोटाइप तैयार हो जाएगा और एक माह के अंदर ज्यादा से ज्यादा वेंटिलेटर बनाकर लोगों का जीवन बचाया जा सकेगा।
---------------------
* हरियाणा सरकार ने गुरूग्राम जिले में तीन निजी प्रयोगशालाओं को राज्य में कोविड-19 की जांच करने के लिए अधिकृत किया है। ये प्रयोगशालाएं सेक्टर 34 में स्ट्रेंड लाइफ साइंसेस, सेक्टर 18 में एस आर एल लिमिटेड और फेज-3 के उद्योग विहार में कोर डाइग्नोस्टिक्स प्राइवेट लिमिटेड हैं। निजी प्रयोगशालएं स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के आई सी एम आर के दिशा-निर्देशों के अनुसार कोविड-19 की जांच करेंगी।
---------------------
* केन्द्र सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार के कार्यालय ने नोवल कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए घर में मास्क बनाने के बारे में विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन का उल्लेख करते हुए इन निर्देशों में कहा गया है कि मास्क केवल तभी प्रभावी हैं जब उसे लगाने के साथ एल्कोहल युक्त सेनिटाइजर या साबुन और पानी से बार-बार अच्छी तरह हाथ भी धोएं जाएं। अगर कोई मास्क लगाता है तो इसे उपयोग करने और इसे ढक्कन वाले कूडेदान में डालना चाहिए।
किसी व्यक्ति को मास्क क्यों पहनना चाहिए, इस बारे में दिशा-निर्देशों में कहा गया है कि कोविड-19 वायरस एक व्यक्ति से दूसरे में आसानी से फैल सकता है, इसलिए मास्क लगाना उचित है।
मास्क संक्रमित व्यक्ति के खांसने या छींकने से किसी व्यक्ति की श्वास नली में प्रवेश करने की आशंका कम करता है।
---------------------
* देशभर में नोवेल कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के मद्देनजर स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने महामारी फैलने से रोकने के लिए कई परामर्श जारी किए हैं। मंत्रालय ने सामाजिक दूरी बनाए रखने, व्यक्तिगत साफ सफाई और भीड़भाड़ से बचने जैसे अनेक उपाय करने को कहा है।
सरकार ने कहा है कि आवश्यक वस्तुओं की पर्याप्त आपूर्ति जारी है और लोगों को चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। लोगों को सलाह दी जाती है कि वे आवश्यक वस्तुओं और चिकित्सा के सामान की खरीददारी करते समय धैर्य रखें और शांत रहें। आवश्यक वस्तुओं को खरीदने के लिए बार-बार बाहर निकलने से बचें। साथ ही लोगों को हाथ मिलाने और गले गलने से भी बचना चाहिए। बाजार, मेडिकल स्टोर और अस्पतालों में लोग कम से कम एक मीटर की दूरी रखें। घर पर गैर-जरूरी सामाजिक समारोह से बचा जाना चाहिए और घर पर मेहमानों को नहीं बुलाना चाहिए। लोगों को अपनी आंख, नाक और मुंह को छूने से बचना चाहिए और लगातार हाथ साफ करते रहना चाहिए। हाथ को दोनों तरफ से कम से कम 20 सेकेण्ड तक धोना चाहिए। यदि कोई व्यक्ति खांसी या बुखार से पीडि़त है तो वह दूसरों के संपर्क में आने से बचे और डॉक्टर से तुरंत परामर्श ले। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना वायरस के बारे में जानकारी के लिए एक टॉल फ्री नम्बर- 1075 जारी किया है।
---------------------
* सैन्यकर्मियों की पत्नियों के कल्याण संगठन एडब्ल्यूडब्ल्यूओ ने कोविड-19 महामारी से निपटने के लिए लॉकडाउन के दौरान जरूरतमंद लोगों के वितरण के लिए आज दिल्ली सरकार को दो हजार पांच सौ से अधिक भोजन के पैकेट दिए। संगठन पांच दिन तक भोजन के पैकेट निःशुल्क बांटेगा। इन्हें सैन्यकर्मियों की पत्नियों ने तैयार किया है। ये पैकेट दिल्ली की विभिन्न कालोनियों में अधिकारियों, जूनियर कमीशंड अधिकारियों और अन्य रैंक के सैन्य कर्मियों के परिवारों ने तैयार किए हैं।
---------------------
*इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय-इग्नू के कर्मचारियों ने एक दिन का वेतन कोरोना वायरस से निपटने के लिए दान देने का फैसला किया है।
इग्नू के उप-कुलपति प्रोफेसर नागेश्वर राव ने कहा कि मुख्यालय, क्षेत्रीय केंद्रों और क्षेत्रीय शिक्षा केंद्रों में कर्मचारियों ने एक दिन का वेतन दिया है।
समाचार पत्रों की सुर्खियों से-
* केन्द्र सरकार का यह स्पष्टीकरण कि लॉकडाउन बढ़ाने का कोई इरादा नहीं है, हिन्दुस्तान सहित सभी अखबारों की पहली खबर है। पत्र लिखता है - कैबिनेट सचिव ने समय सीमा बढ़ाने की अफवाहों को नकारा। दैनिक जागरण ने लिखा है - अटकलों पर लगा विराम और नहीं बढ़ेगा लॉकडाउन।
* प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का समाज सेवा में लगे संगठनों के माध्यम से यह कहना कि कोरोना पर फैले अंधविश्वास को दूर करें सामाजिक संगठन नवभारत टाइम्स सहित सभी अखबारों में है।
* कोरोना वायरस के संक्रमण के मामलों के बीच गौतम बुद्ध नगर के जिला अधिकारी को पद से हटाने और मुख्यमंत्री के फटकार की खबर जनसत्ता में प्रमुखता से है।
* नवभारत टाइम्स के अर्थ जगत की खबर है - उद्योगों के लिए राहत पैकेज की तैयारी। प्रधानमंत्री कार्यालय, वित्त मंत्रालय और नीति आयोग के वरिष्ठ अधिकारियों के बीच इस मुद्दे पर बैठकें जारी। हिन्दुस्तान ने लिखा है कि सरकार ने उद्योग जगत के लिए कई रियायतों की घोषणा की है।
* सरकारी स्कूलों में आठवीं क्लास तक सभी छात्रों को पदोन्नत करके अगली कक्षा में भेजने का दिल्ली सरकार का फैसला हिन्दुस्तान में है। राष्ट्रीय स्तर की प्रवेश परीक्षाओं के लिए ऑनलाइन आवेदन की तारीख भी एक महीने आगे बढ़ाए जाने को पत्र ने इसके साथ ही दिया है।
* जनसत्ता लिखता है - ओलिंपिक पर आइओसी ने की नई तारीख की घोषणा, खेलों का आगाज अब अगले साल 23 जुलाई से नौ अगस्त तक आयोजित किए जाएंगे।
* दैनिक जागरण ने 90 दिनी फूड चैलेंज, जितनी भूख उतना भोजन शीर्षक से लिखा है कि सेना के एक रिटायर्ड कर्नल का ध्येय है - अन्न न जाए डस्टबीन में, अन्न न जाए नाली में, जितनी भूख हो उतना भोजन रखें अपनी थाली में। पत्र आगे लिखता है कि उनका कहना है - ऐसे समय जब पूरा विश्व कोरोना संकट से जूझ रहा है, भोजन को नष्ट होने से बचाना परम आवश्यक है।