आकाशवाणी सार (29-July-2020) AIR News Gist
Posted on July 29th, 2020 | Create PDF File
मुख्य समाचार-
* पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय ने पृथ्वी प्रणाली विज्ञान में उत्कृष्टता के लिए राष्ट्रीय पुरस्कारों की घोषणा की।
* पांच रफाल लडाकू विमान अंबाला वायुसेना अड्डे पर पहुंचे। भारत ने गोल्डन एरोज का स्वागत किया।
* रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा-रफाल के वायुसेना में शामिल होने से किसी भी खतरे से निपटने में देश की क्षमता और मजबूत हुई।
* मंत्रिमंडल ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को मंजूरी दी। प्रधानमंत्री ने कहा--शिक्षा नीति सुगमता, समता, गुणवत्ता, किफायत और जवाबदेही पर आधारित।
* कोविड महामारी से स्वस्थ होने की दर 64 दशमलव पांच-एक प्रतिशत हुई।
समाचार विस्तार से-
* सरकार ने नागरिक उड्डयन क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के नियमों में बदलाव को अधिसूचित कर दिया है। इसके अंतर्गत अप्रवासी भारतीय नागरिकों को एयर इंडिया में शत प्रतिशत हिस्सेदारी की अनुमति दी गई है। पिछले महीने सरकार ने एयर इंडिया के लिए बोली लगाने की अवधि तीसरी बार बढ़ाई थी। यह अवधि दो महीने के लिए 31 अगस्त तक बढ़ाई गयी थी। सरकारी क्षेत्र के प्रतिष्ठान एयर इंडिया में विनिवेश की प्रक्रिया 27 जनवरी को शुरू की गई थी।
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* मुंबई में बृहनमुंबई नगर निगम, नीति आयोग और टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च से संचालित सीरो सर्वे के आरंभिक दौर के परिणाम जारी कर दिए गए। परिणामों के अनुसार झुग्गी-झोंपड़ी बस्तियों के 57 प्रतिशत और आवासीय सोसायटियों के 16 प्रतिशत लोगों के कोरोना संक्रमित होने की आशंका है। हमारी संवाददाता ने बताया है कि जुलाई के पहले सप्ताह में चेम्बूर, उत्तरी वडाला और उत्तरी दहिसर क्षेत्रों में सीरो सर्वेक्षण कराया गया था और छह हजार 936 नमूने लिए गए थे।
सर्वे से जुड़े अभ्यासकों ने बताया कि हो सकता है टॉयलेट सरीखी साझा की जाने वाली सुविधाएं, घनी आबादी वाला इलाका और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन न होने की वजह से झुग्गी-झोंपड़ी इलाकों में रिहायशी इलाकों के मुकाबले तीन गुना, पांच गुना केस ज्यादा आए। कुल मिलाकर सर्वे में चालीस फीसदी लोग कोरोना से संक्रमित पाए गए। साथ ही यह भी पता लगा कि पुरूषों के मुकाबले महिलाएं अधिक संक्रमित हुई हैं। झुग्गियों वाले इलाकों में अधिक लोगों में संक्रमण के बावजूद सर्वे में पाया गया कि ज्यादा लोगों की इस महामारी में जान नहीं गई है।
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* अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान-एम्स, दिल्ली में आज नेशनल क्लिनिकल ग्रैंड राउंड का दूसरा सत्र शुरू होगा। इस प्रश्नोत्तर सत्र की अध्यक्षता एम्स के निदेशक डॉक्टर रणदीप गुलेरिया करेंगे, जिसका उद्देश्य कोविड-19 से जुडे मसलों पर महत्वपूर्ण चर्चा करना है। इस सत्र में अग्रणी स्वास्थ्य संस्थानों के वरिष्ठ चिकित्सक कोविड-19 के गम्भीर मामलों में एंटीवायरल और एंटी-आई.एल.सिक्स दवाओं के इस्तेमाल पर चर्चा करेंगे।
इस ऑनलाइन सत्र में देश और विदेश के विभिन्न मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों के डॉक्टर भाग ले रहे हैं।
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स कोविड-19 रोगियों के प्रबंधन, दिशा-निर्देश, नीतियों और अनुसंधान विकास के काम में व्यापक रूप से शामिल है। इस संस्थान ने गंभीर बीमारी की पांच हजार से अधिक रोगियों का प्रबंधन किया है। अपने अनुभवों को साझा करने और कोविड-19 से संबंधित आम मुद्दों के प्रबंधन पर चर्चा शुरू करने के प्रयास से एम्स ने नीति आयोग और स्वास्थ्य मंत्रालय के साथ मिलकर नेशनल क्लिीनिकल ग्रैंड्स राउंड की शुरूआत की है। इस कार्यक्रम के तहत कोविड-19 मामलों में शामिल चिकित्सक क्लिीनिकल मामले पर अपनी प्रस्तुति देते हैं। प्रबंधन के लिए आने वाली चुनौतियों पर देश और विदेश के प्रतिष्ठित विशेषज्ञों द्वारा चर्चा की जाती है। चिकित्सक प्रश्नोत्तर सत्र में रोगी प्रबंधन से जुड़े प्रश्न भी पूछ सकते हैं।
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* पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय ने पृथ्वी प्रणाली विज्ञान में उत्कृष्टता के लिए राष्ट्रीय पुरस्कारों की घोषणा कर दी है। इस वर्ष का लाइफ टाइम उत्कृष्टता पुरस्कार प्रोफेसर अशोक साहनी को भूगर्भ विज्ञान के क्षेत्र में उनके महत्वपूर्ण योगदान के लिए दिया गया है। राष्ट्रीय समुद्र विज्ञान संस्थान विशाखापत्तनम के डॉ वी वी एस सरमा और ध्रुवीय तथा समुद्री अनुसंधान केन्द्र, गोवा के डॉ0 रविचन्द्रन को ध्रुवीय और समुद्र अनुसंधान के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार दिया गया है। वायुमंडलीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी का राष्ट्रीय पुरस्कार डॉ एस सुरेश बाबू को प्रदान किया गया है।
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* तमिलनाडु राज्य में और केरल और कर्नाटक की सीमा पर वायनाड पर्वतमाला पर स्थित मुदुमलई बाघ अभयारण्य में पर्यटकों को जागरूक करने के लिए एक अभियान शुरू किया गया है। इसके अंतर्गत अभयारण्य में पॉलीथीन की थैलियों के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। इसके अलावा पर्यटकों को अपने खाने-पीने की बची हुई चीजें और उससे संबंधित कूडा-करकट स्वंय ही अभयारण्य के बाहर ले जाकर फेंकना होगा। 132 वर्ग किलोमीटर में फैले इस अभयारण्य में 103 बाघ हैं।
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* एशियाई विकास बैंक ने अपने एशिया प्रशान्त आपदा मोचन कोष से भारत को तीस लाख अमरीकी डॉलर के अनुदान की मंजूरी दी है। इससे देश में कोविड महामारी से निपटने के तात्कालिक उपायों में मदद मिलेगी। इस वर्ष 28 अप्रैल को बैंक ने भारत को कोविड महामारी का मुकाबला करने के लिए 15 अरब अमरीकी डॉलर की मदद की घोषणा की थी।
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* पांच रफाल लडाकू विमानों का पहला बेडा आज तीसरे पहर अंबाला पहुंचा। अंबाला वायुसेना केंद्र पर इन विमानों को वाटर कैनन सैल्यूट दिया गया। भारतीय वायु क्षेत्र में प्रवेश करने पर इस बेडे के साथ दो सुखोई विमानों ने भी उडान भरी। पश्चिमी अरब सागर में तैनात भारतीय नौसेना के युद्धपोत आई.एन.एस. कोलकाता ने रेडियो संपर्क के जरिए रफाल बेडे का स्वागत किया। वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आर.के.एस. भदौरिया तथा वायुसेना की पश्चिमी कमान के प्रमुख एयर मार्शल बी. सुरेश ने अंबाला हवाई अड्डे पर रफाल विमानों के पहले बेडे का स्वागत किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रफाल लड़ाकू विमानों के भारत पहुंचने का स्वागत किया है। श्री मोदी ने कहा कि राष्ट्र की रक्षा से बढ़कर कोई पुण्य नहीं है, कोई व्रत नहीं है और कोई यज्ञ भी नहीं है। प्रधानमंत्री ने इन विमानों का स्वागत करते हुए संस्कृत की सूक्ति टवीट की -- नभ: स्पृशं दीप्तम।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि रफाल लडाकू विमानों का भारत में आना देश के सैन्य इतिहास में नये युग की शुरुआत है। उन्होंने कहा है कि ये अत्याधुनिक विमान भारतीय वायुसेना की क्षमता में क्रांतिकारी परिवर्तन लाएंगे। उन्होंने इन विमानों को सुगमता से लाने के लिए भारतीय वायुसेना को बधाई दी। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि 17वीं स्क्वाड्रान के गोल्डन एरोज अपने उद्देश्य-उद्यम अजस्रम पर खरे उतरेंगे। श्री सिंह ने भारतीय वायुसेना में इन अत्याधुनिक विमानों के सही समय पर शामिल होने पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि इन विमानों की खरीद उचित समय पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के फैसले के कारण संभव हो सकी है, क्योंकि भारत और फ्रांस के बीच यह सौदा काफी समय से लंबित था। उन्होंने प्रधानमंत्री को इस निर्णायक साहस के लिए धन्यवाद दिया। रक्षा मंत्री ने फ्रांस की सरकार और संबंधित कंपनियों को भी कोविड महामारी के दौरान विभिन्न प्रतिबंधों के बावजूद समय पर इन विमानों तथा संबंधित आयुध की आपूर्ति के लिए धन्यवाद दिया।
रक्षा मंत्री ने कहा कि इन विमानों की उडान क्षमता, इनके हथियार तथा रडार और सेंसर जैसी विशिष्टताएं दुनिया में श्रेष्ठतम में से हैं। इन विमानों के प्राप्त करने से देश को किसी भी खतरे से मजबूती से निपटने में मदद मिलेगी। उन्होंने इस सौदे के खिलाफ लगाए गए आधारहीन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि इस बारे में पहले ही स्पष्टीकरण दिया जा चुका है।
इस बेडे में एक सीट वाले तीन तथा दो सीट वाले दो विमान हरियाणा के अंबाला हवाई अड्डे पर तैनात किए जाएंगे। ये पांच विमान 2016 में 59,000 करोड़ रुपये के अंतर-सरकारी सौदे के तहत खरीदे जा रहे 36 विमानों का हिस्सा हैं। फ्रांस में भारतीय दूतावास ने एक बयान में कहा, दस विमानों की डिलीवरी तय समय पर पूरी हो गई है लेकिन पांच विमान प्रशिक्षण मिशन के लिए फ्रांस में रहेंगे। सभी छत्तीस विमानों की डिलीवरी अगले वर्ष के अंत तक तय समय पर पूरी हो जाएगी।
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* केंद्रीय मंत्रिमंडल ने आज राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 को स्वीकृति प्रदान कर दी। इसमें जो बड़े सुधार किए गए हैं, उनमें वर्ष 2035 तक उच्च शिक्षा के क्षेत्र में सकल नामांकन दर को 50 प्रतिशत के लक्ष्य तक पहुंचाना और विद्यार्थियों को अलग-अलग स्तर पर शिक्षा छोड़ने या प्रवेश लेने की सुविधा प्रदान करना भी शामिल है। नई शिक्षा नीति में किए गए अन्य प्रमुख सुधारों में शिक्षा संस्थाओं को अकादमिक, प्रशासनिक और वित्तीय स्वायत्तता प्रदान करना और सभी प्रकार की उच्च शिक्षा के लिए एक ही विनियामक बनाना भी शामिल है। इसके अलावा तरह तरह के निरीक्षण के स्थान पर स्वीकृति लेने के लिए स्वघोषणा पर आधारित पारदर्शी प्रणाली कायम करने की बात भी नई शिक्षा नीति में कही गई है।
नीति के अनुसार क्षेत्रीय भाषाओं में ई-पाठ्यक्रमों का विकास किया जाएगा और वर्चुअल प्रयोगशालाएं बनाई जाएंगी।
एन ई टी एफ का भी गठन किया जाएगा। प्रारंभिक साक्षरता और गणित पर ध्यान केंद्रित करने के लिए राष्ट्रीय मिशन कायम किया जाएगा। पाठ्यक्रमों के शैक्षिक ढांचे में भी बड़े परिवर्तन किए गए हैं और कला तथा विज्ञान के बीच बड़ी विभाजन रेखा नहीं रखी गई है। नई शिक्षा नीति में व्यावसायिक और अकादमिक शिक्षा तथा शैक्षणिक और शिक्षणेत्तर गतिविधियों में भेद को भी समाप्त कर दिया गया है। बोर्ड की परीक्षाओं पर बहुत अधिक जोर नहीं दिया गया है और रटने के बजाए विद्यार्थियों के ज्ञान के वास्तविक परीक्षण पर जोर दिया गया है। नई नीति के अनुसार पांचवीं कक्षा तक शिक्षा का माध्यम मातृभाषा रहेगी और बच्चों के रिपोर्टकार्ड में उनके अंकों और ग्रेड की बजाए उनके कौशल और क्षमताओं का समग्र आकलन किया जाएगा।
सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल की बैठक में देश की नई शिक्षा नीति को मंजूरी दी गई है।
21वीं सदी के एक नई शिक्षा नीति को मंजूरी दी गई। यह बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि 34 साल से शिक्षा नीति में परिवर्तन नहीं हुआ था और इसलिए आज को जो यह परिवर्तन है और जो नई शिक्षा नीति जो है। मुझे विश्वास है कि पूरा समाज और सभी देशवासी इसका स्वागत करेंगे और दुनिया के शिक्षाविद् भी इसकी निश्चित रूप से सराहना करेंगे।
शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने इस फैसले को बहुत महत्वपूर्ण बताया।
आज हिंदुस्तान के इतिहास में एक ऐसा अवसर आया है जब इस देश की ऐसी शिक्षा नीति जो 1986 के बाद स्कूली शिक्षा और उच्च शिक्षा में उसकी परिवर्तनकारी सुधारों के लिए एक महत्वपूर्ण रास्ता प्रशस्त करेगा। नए भारत के निर्माण में ये नई शिक्षा नीति 2020 मील का पत्थर साबित होगी।
अब मानव संसाधन विकास मंत्रालय को शिक्षा मंत्रालय के नाम से जाना जाएगा।
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* कोविड-19 महामारी से निपटने के लिए केंद्र और राज्य सरकारों की टेस्ट-ट्रैक एंड ट्रीट यानी परीक्षण, निगरानी और उपचार रणनीति से केस फेटलिटी रेट अर्थात् मृत्यु दर को कम स्तर पर बनाए रखने में मदद मिली है। इतना ही नहीं, मृत्यु दर में लगातार और गिरावट आ रही है। भारत में कोविड-19 की वजह से मृत्यु दर, आज दो दशमलव दो तीन प्रतिशत रही और यह इस साल पहली अप्रैल के बाद से सबसे कम दर है। ठीक हुए लोगों की कुल संख्या बहुत जल्द दस लाख को पार करने वाली है। पिछले 24 घंटों में 35 हजार 286 रोगियों को इलाज के बाद अस्पतालों से छुट्टी दी गई, जिससे अब तक ठीक हुए कोविड रोगियों की संख्या बढ़ कर नौ लाख 88 हजार उनतीस हो गई है। देश की कोविड से स्वस्थ होने की दर 64 दशमलव पांच एक प्रतिशत हो गई है।
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* केंद्र के मार्गदर्शन में राज्य सरकारें कोविड-19 रोगियों की पहचान करने और उनका पृथकवास सुनिश्चित करने के लिए परीक्षण की सुविधाओं में लगातार बढ़ोतरी कर रही हैं। पिछले 24 घंटों में देशभर में चार लाख आठ हजार आठ सौ पचपन नमूनों का परीक्षण किया गया। इससे, देश में प्रति लाख परीक्षणों की संख्या बढ़ कर 12 हजार आठ सौ अट्ठावन हो गई है। अब तक कुल एक करोड़ 77 लाख परीक्षण किए जा चुके हैं। देश में कोविड-19 परीक्षण करने वाली प्रयोगशालाओं का नेटवर्क भी लगातार मजबूत हो रहा है। इस समय कुल एक हजार तीन सौ सोलह प्रयोगशालाएं हैं, जिनमें से 906 सरकारी और 410 निजी क्षेत्र में हैं।
समाचार पत्रों की सुर्खियों से-
* राजस्थान में जारी राजनीतिक संकट को सभी अखबारों ने प्रमुखता दी है। राजस्थान पत्रिका ने लिखा है-कैबिनेट बैठक में दूसरी बार निर्णय 31 जुलाई को शुरू हो सदन, निगाहें फिर राज्यपाल की ओर। अमर उजाला लिखता है-तीसरी बार भेजा सत्र बुलाने का प्रस्ताव, विश्सवासमत का अब भी जिक्र नहीं।
* आज देश में पहुंचेंगे पांच रफाल-दैनिक भास्कर ने लिखा है-, छह किलोमीटर इलाके में धारा 144, शाम सात बजे लाइटिंग जलाकर अम्बाला में होगा उद्घाटन। राजस्थान पत्रिका ने बताया है-अत्याधुनिक युद्धक विमान आज भारतीय वायुसेना की गोल्डन एरो-स्क्वॉड्रन में शामिल होंगे। इसी स्क्वॉड्रन ने ही लोंगेवाला में उड़ाए थे पाकिस्तानी टैंक।
* अमर उजाला ने चीन को एक और कारोबारी झटके की तैयारी शीर्षक से लिखा है-भारतीय मानकों पर खरे नहीं उतरे तो 372 चीनी उत्पादों पर लगेगी पाबंदी। वस्तुओं के आयात के लिए बीआईएस मार्क जरूरी। दैनिक जागरण का कहना है-ऐप पर पाबंदी से बौखलाया चीन।
* नवभारत टाइम्स की खबर है अनापत्ति पत्र के बिना जम्मू-कश्मीर में मिलेगी सेना, सीआरपीएफ, बीएसएफ को जमीन।
* जनसत्ता की सुर्खी है-देश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 15 लाख के पार।
* हिंदुस्तान के आर्थिक पन्ने की खबर है-अनलॉक होते ही नौकरी के अवसर 65 प्रतिशत बढ़े। जुलाई महीने में नई नौकरियों की संख्या बढ़कर डेढ़ लाख पहुंच गई।
* भारतीय भाषाओं के समाचार पत्र को मिलेंगे 80 प्रतिशत विज्ञापन। दैनिक भास्कर के अनुसार केंद्र सरकार बदलेगी विज्ञापन नीति।
* दैनिक जागरण ने अपनापन शीर्षक से लिखा है- मुस्लिम महिलाएं तैयार कर रही हैं रामलला के लिए राखी। प्रधानमंत्री और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को डाक से भेजी राखी।
* अपने जमाने की मशहूर अभिनेत्री कुमकुम के निधन का समाचार भी सभी अखबारों में है। दैनिक ट्रिब्यून ने लिखा है-उन्होंने मदर इंडिया, नया दौर समेत कई यादगार फिल्मों में अभिनय किया।
* हिदुस्तान की खबर है प्रतिष्ठित बुकर पुरस्कार की दौड़ में भारतवंशी अवनि दोशी। दोशी ने अपने पहले उपन्यास बर्न्ट शुगर में मां-बेटी के असामान्य और जटिल रिश्ते को ईमानदारी और वास्तविकता के साथ अभिव्यक्त किया है।