आकाशवाणी सार (10-Nov-2019) AIR News Gist
Posted on November 11th, 2019 | Create PDF File
मुख्य समाचार-
*गंभीर चक्रवाती तूफान बुलबुल से पश्चिम बंगाल के तटवर्ती क्षेत्रों और बंगलादेश में भारी वर्षा हुई है।
*स्पेन में छह महीने के अन्दर दूसरा आम चुनाव।
*देश के विभिन्न हिस्सों में मिलाद-उन-नबी का त्यौहार परम्परागत हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है।
*भारतीय जनता पार्टी ने महाराष्ट्र में सरकार बनाने से इंकार किया। शिवसेना पर जनादेश के साथ विश्वासघात का आरोप लगाया।
*धर्म गुरुओं ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के साथ बैठक की। अयोध्या फैसले के बाद शांति और व्यवस्था कायम रखने में पूरा समर्थन देने का भरोसा दिलाया।
*अमरीका की एक अदालत ने पति या पत्नी को वर्क परमिट देने वाला एच-वन बी वीज़ा नियम बरकरार रखा।
*भारतीय निशानेबाज़ों ने 2020 तोक्यो ओलंपिक्स के लिए रिकॉर्ड 15 कोटा स्थान हासिल किए।
समाचार विस्तार से-
*अयोध्या मामले पर उच्चतम न्यायालय के फैसले का देश-विदेश में व्यापक स्वागत किया गया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि समाज के हर वर्ग के द्वारा इस फैसले का स्वागत किया जाना, इस बात का प्रमाण है कि भारत की प्राचीन संस्कृति और परंपरा सामाजिक सौहार्द की रही है। श्री मोदी ने देश को संबोधित करते हुए कहा कि यह समय गिले-शिकवे को भूलने का है और नए भारत में भय, कटुता और नकारात्मकता की कोई जगह नहीं है। प्रधानमंत्री ने कहा कि अयोध्या मामले में उच्चतम न्यायालय का फैसला और करतारपुर गलियारे की शुरुआत, बर्लिन की दीवार के गिरने से पैदा हुई एकता जैसा है।
9 नवम्बर को करतारपुर साहिब कॉरिडोर की शुरूआत हुई है। इसमें भारत का भी सहयोग रहा है पाकिस्तान का भी। अयोध्या पर फैसले के साथ ही 9 नवंबर की यह तारीख हमें साथ रहकर आगे बढ़ने की सीख भी दे रही है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि इसे भारत की न्यायपालिका के एक स्वर्णिम अध्याय के रूप में जाना जाएगा, क्योंकि इस फैसले से दशकों पुराना मामला समाप्त हो गया है और पूरे देश ने इसका दिल से स्वागत किया है।
फैसला आने के बाद जिस प्रकार हर वर्ग ने, हर समुदाय ने, हर पंथ के लोगों ने पूरे देश ने खुले दिल से इसे स्वीकार किया है। वो भारत की पुरातन संस्कृति, परंपराओं और सद्भाव की भावना को प्रतिनिधित्व करता है।
प्रधानमंत्री ने लोगों से अपील की कि वे नए सिरे से शुरुआत करें और यह सुनिश्चित करें कि 'सबका साथ-सबका विकास' के अनुरूप राष्ट्र के विकास में हर किसी का योगदान हो।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा है कि इस फैसले से न्यायिक प्रणाली में देश की जनता का विश्वास बढ़ेगा।
गृह मंत्री अमित शाह ने इस फैसले का स्वागत करते हुए कहा है कि यह आदेश एक महत्वपूर्ण पड़ाव साबित होगा और इससे भारत की एकता तथा अखण्डता और मज़बूत होगी। श्री शाह ने अपने ट्वीट संदेशों में सभी समुदायों और धर्मों के लोगों से उच्चतम न्यायालय के फैसले को सहजता से स्वीकार करने और एक भारत, श्रेष्ठ भारत के प्रति समर्पित रहने का आह्वान किया है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इस फैसले से भारत की संवैधानिक और लोकतांत्रिक प्रणाली की शक्ति का पता चलता है।
विवाद का पटाक्षेप जिस शांति और सौहार्दपूर्ण तरीके से आज संपन्न किया है। मैं इसके लिए श्रीराम जन्म भूमि से संबंधित फैसले का हृदय से स्वागत करता हूं। न्यायपालिका का अभिनन्दन करता हूं।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि उच्चतम न्यायालय के फैसले को किसी पक्ष की जीत या हार के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए।
दशकों तक चली लंबी न्यायिक प्रक्रिया के बाद यह विधिसम्मत अंतिम निर्णय हुआ है। इस लंबी प्रक्रिया से श्रीरामजन्म भूमि से होने से संबंधित सभी पहलुओं का बारीकी से विचार-विमर्श हुआ है। इस निर्णय को जय-पराजय की दृष्टि से बिल्कुल नहीं देखना चाहिए।
गृहमंत्री राजनाथ सिंह, भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा, प्रकाश जावड़ेकर और मुख्तार अब्बास नकवी सहित कई केन्द्रीय मंत्रियों ने भी इस निर्णय का स्वागत किया है।
वरिष्ठ भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी ने कहा कि उनके रुख की पुष्टि हुई है और वे इस फैसले से स्वयं को धन्य महसूस कर रहे हैं।
कांग्रेस ने भी राम मंदिर निर्माण के पक्ष में आए इस फैसले का सम्मान किया है। पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी की अध्यक्षता में कार्यकारिणी की बैठक में पारित संकल्प में पार्टी ने सभी पक्षों और समुदायों से धर्म निरपेक्ष मूल्यों और संविधान में निहित भाईचारे की भावना का पालन करने की अपील की है।
बहुजन समाज पार्टी अध्यक्ष मायावती ने कहा कि बाबा साहेब भीमराव आम्बेडकर के धर्म निरपेक्ष संविधान के तहत सभी पक्षों को सर्वसम्मति से लिए गए इस ऐतिहासिक फैसले का सम्मान करना चाहिए।
वाम दलों ने कहा है कि राम मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त करने वाले इस निर्णय को किसी भी याचिकाकर्ता की जीत के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए।
मामले के एक पक्षकार उत्तर प्रदेश सुन्नी केन्द्रीय वक्फ बोर्ड ने भी इस फैसले का स्वागत करते हुए कहा है कि इस फैसले को चुनौती देने की कोई योजना नहीं है। बोर्ड के अध्यक्ष ज़फर अहमद फारूकी ने कहा कि इस फैसले का अध्ययन करने के बाद ही बोर्ड इस मामले में कोई बयान जारी करेगा।
मेरा यह कहना है कि शुरू यह हम लोगों का स्टैंड रहा है कि जो सुप्रीम कोर्ट का फैसला आएगा उसको हम मानेंगे, वो फैसला आ गया है उसका हम स्वागत कर रहे हैं । उसे मानेंगे और हमारी तरफ से कोई रिव्यू की कार्रवाई नहीं होगी।
एक अन्य याचिकाकर्ता इकबाल अंसारी ने फैसले पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि वे इस फैसले को चुनौती नहीं देंगे।
राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष गयारुल हसन रिज़वी ने कहा कि इस फैसले से मुस्लिम समुदाय खुश है।
भारतीय अमरीकी समुदाय ने कहा है कि यह फैसला हिंदुओं और मुस्लिमों - दोनों की जीत है। हिंदू अमेरिकन फाउंडेशन ने एक बयान में कहा कि यह फैसला पुरातत्वविदों, इतिहासकारों और भारतीय न्यायिक प्रणाली की जीत भी है।
अमरीकी संस्था फाउंडेशन फॉर इंडिया एंड इंडियन डायस्पोरा स्टडीज ने कहा है कि यह एक संतुलित फैसला है, जो किसी चुनौतीपूर्ण मुद्दे का शांतिपूर्ण, सामूहिक और निष्पक्ष तरीके से समाधान कर सकने के मामले में भारतीय न्याय प्रणाली की परिपक्वता को दर्शाता है।
अमरीकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मोर्गन ऑर्टेगस ने इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अन्य भारतीय नेताओं के बयानों की प्रशंसा करते हुए सभी पक्षों से शांति बनाए रखने की अपील की है।
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*समूचे मध्य प्रदेश में भी ईद-ए-मिलाद-ऊन-नबी पारंपरिक उल्लास के साथ मनाया जा रहा है।
राजधानी भोपाल में ईद-मिलाद-उल-नवी के दिन लोगों ने अपने दिन की शुरूआत मस्जिदों और ईमानबाड़ों और दरगाहों पर सुबह की नमाज के साथ की। देश में सांप्रदायिकता और आतंकवाद के खात्मे के लिए भी लोग प्रार्थना कर रहे हैं। इस अवसर पर निकाला जाने वाला पांरपरिक जुलूस आज आयोजित नहीं किया जाएगा। मध्य प्रदेश में मुस्लिम संगठनों ने घोषणा की है। सुप्रीम कोर्ट के अयोध्या मसले पर फैसले को देखते हुए और राज्य में शांति और सदभाव बनाए रखने के लिए यह निर्णय लिया गया है। वहीं सभी जिलों में प्रशासन सतर्क और किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गये हैं।
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*दिल्ली में तीन दिवसीय संस्कृति भारती विश्व सम्मेलन का आज दूसरा दिन है। इसका उद्देश्य संस्कृत भाषा के विचारों, सिद्धांतों और अनुसंधान पर विमर्श करना है। सम्मेलन में संस्कृति प्रदर्शनी भी लगाई गई है, जिसमें कई पाण्डुलिपियां, मॉडल और ऐसी तालिकाएं प्रदर्शित की गई हैं, जो संस्कृत के क्रमिक विकास को दर्शाती हैं।
सम्मेलन में बड़ी संख्या में 21 देशों और 542 जिलों के संस्कृत प्रेमी हिस्सा ले रहे हैं।
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*प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कल पंजाब के गुरदासपुर में डेरा बाबा नानक में करतारपुर गलियारे की एकीकृत चौकी का उद्घाटन किया, जिसके बाद सिख श्रद्धालुओं का पहला जत्था कल करतारपुर गलियारे से होता हुआ पाकिस्तान में गुरुद्वारा करतारपुर साहिब पहुंचा।
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*पैगम्बर मोहम्मद साहब का जन्मदिवस- मिलाद-उन-नबी आज देश के विभिन्न भागों में परम्रागत हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। उनका जन्म 572 ईसवी में सऊदी अरब के शहर मक्का में हुआ था। पैगम्बर साहब के जीवन और शिक्षाओं की जानकारी देने के लिए जगह-जगह पर मिलाद महफिलों और सीरत सम्मलेनों का आयोजन किया गया है। इस अवसर पर जुलुस भी निकाले जा रहे हैं।
मध्य प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में ईद मिलाद-उन नबी धार्मिक उत्साह के साथ मनायी जा रही है। लोगों ने देश में सांप्रदायिकता और आतंकवाद के खातमे के लिए दुआ मांगी। पैगम्बर मोहम्मद के जीवन और शिक्षाओं पर केन्द्रित मिलाद महफिल और सीरत सम्मलेन भी आयोजित किये गये। आज अयोध्या फैसले के मद्देनज़र प्रशासन की सलाह के बाद प्रदेश की मुस्लिम संगठनों ने राज्य में शांति और सद्भाव बनाए रखने के लिए जुलुस नहीं निकालने का फैसला किया है। वहीं सभी जिलों में पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियां अर्लट पर हैं और किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये गये हैं।
राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर लोगों को बधाई दी है।
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*बंगाल की खाड़ी से उठा जबरदस्त चक्रवात बुलबुल कल रात पश्चिम बंगाल पहुंचने के बाद आज तड़के बंगलादेश की ओर बढ़ गया । प्रारंभिक जानकारी के अनुसार तूफान से पश्चिम बंगाल में दो लोगों की मृत्यु हो गई। राज्य के उत्तरी और दक्षिण चौबीस परगना, पूर्वी और पश्चिमी मेदिनीपुर, हावड़ा, हुगली और कोलकाता जैसे कई स्थानों पर पेड़ उखड़ गए जबकि कई मकानों को नुकसान पहुंचा है। तूफान के असर से हुई भारी बारिश से कई इलाके पानी में डूब गए हैं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बैनर्जी से बातचीत की और स्थिति से निपटने के लिए राज्य को हर संभव सहायता देने का आश्वासन दिया।
मौसम में सुधार के बाद पश्चिम बंगाल में स्थिति धीरे-धीरे सामान्य हो रही है। चक्रवात से फसलों को नुकसान हुआ है।
चक्रवाती बुलबुल से दक्षिण परगना के बक्खली, सागर, नामखाना, काकद्वीप और पूर्वी मिदनापुर जिले के दीघा, तमलुक, कंठी, रामनगर में तबाही हुई है। चक्रवात से फसलों को भारी नुकसान हुआ है। राहत और बहाली के काम की स्थिति का जायजा लेने के लिए प्रधानमंत्री कार्यालय और राज्य सरकार के बीच वीडियो कांफ्रेंसिंग से बात हुई। राज्य सरकार ने नुकसान का आकलन करने के लिए प्रभावित जिलों में टीम भेज रही है। राज्य ने सात जिलों में तूफान से प्रभावितों को मुआवजा देने का भी आश्वासन दिया।
ओडिशा में, जाजपुर, जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, भद्रक और बालासोर जिले तूफान की चपेट में आए हैं। वहां उखड़े हुए पेड़ों को हटाने के बाद आज सुबह तक बिजली की आपूर्ति और संचार सेवाएं बहाल कर दी गई है।
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*उच्चतम न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश न्यायमूर्ति रंजन गोगोई गुवाहाटी में कोर्ट्स ऑफ इंडिया नाम की पुस्तक के असमिया संस्करण का विमोचन करेंगे। उच्चतम न्यायालय के कई न्यायाधीश, असम के मुख्यमंत्री और प्रकाशन विभाग तथा आकाशवाणी के समाचार सेवा प्रभाग की प्रधान महानिदेशक ईरा जोशी भी इस समारोह में मौजूद रहेंगी। इस पुस्तक के बारे में प्रधान महानिदेशक ईरा जोशी ने कहा -
यह किताब सुप्रीम कोर्ट ऑफ इंडिया के लिए पब्लिश की है। यह किताब नाम से जितनी भारी लगती है, उतनी भारी नहीं है। इसमें बहुत ही सरल तरीके से दिया गया है और बहुत की इंट्रेस्टिंग फोटोग्राफ्स भी हैं। एट सेंचुरी की लीजिए, फिफ्थ सेंचुरी की लीजिए। भारत में किस-किस प्रदेश में कैसे कैसे कोर्ट्स शुरू हुए मिनिएचर पोइंट्स भी कोर्ट्स दिखाये गये हैं।
इस पुस्तक का प्रकाशन सूचना और प्रसारण मंत्रालय के प्रकाशन विभाग ने किया है।
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*स्पेन में खंडित राजनीतिक परिदृश्य में बदलाव के बाद सिर्फ छह महीने में दूसरी बार आम चुनाव के लिए आज वोट डाले जा रहे हैं। कार्यवाहक प्रधानमंत्री पेड्रो सांचेज अप्रैल में हुए चुनाव में अपनी सोशलिस्ट पार्टी को बहुमत दिलाने में नाकाम रहे थे जिसकी वजह से वहां दूसरी बार आम चुनाव कराया जा रहा है। स्पेन में 2015 से स्थिर सरकार का गठन नहीं हो पाया है।
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*आस्ट्रेलिया में न्यू साऊथ वेल्स और क्वीन्सलैंड प्रांतों के जंगलों में लगी आग से कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई है। इन दोनों प्रांतों में सौ से अधिक जगहों पर आग की लपटें दिखाई दे रही हैं, हालांकि दमकल की टीमें आग पर काबू पाने के काम में लग गई हैं। प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने कहा है कि आग पर काबू पाने के लिए 1300 फायरमैन को तैनात किया गया ।
समाचार पत्रों की सुर्खियों से-
*अयोध्या मामले पर सर्वोच्च अदालत के ऐतिहासिक फैसले को आज प्रकाशित सभी अख़बारों ने बड़े अक्षरों में अलग-अलग शीर्षकों से दिया है। फैसले के एक हज़ार पैंतालीस पन्नों में से ख़ास बातों का ज़िक्र और सबूतों के आधार पर किये गये सर्वसम्मत फैसले की देशभर में स्वीकारोक्ति को भी अख़बारों ने अपने-अपने तरीके से दिया है।
*करतारपुर गलियारा देश को समर्पित करने और गुरु नानकदेव के पांच सौ पचासवें प्रकाश पर्व से जुड़े समारोहों में प्रधानमंत्री के भाग लेने की ख़बरें चित्र सहित अख़बारों के पहले पन्ने पर छाई हुई हैं। तीर्थयात्रियों के पहले जत्थे के गुरुद्वारा दरबार साहिब पहुंचने को भी अख़बारों ने चित्र के साथ दिया है।
*महाराष्ट्र में कल शाम, राज्यपाल द्वारा सबसे बड़ा दल होने के नाते भारतीय जनता पार्टी को सरकार बनाने की अपनी इच्छा से अवगत कराने की ख़बर भी पहले पन्ने पर है।