राज्य समसामयिकी 3 (22-July-2021)^आदर्श स्मारक योजना^(Adarsh Smaarak Scheme)
Posted on July 22nd, 2021
‘आदर्श स्मारक योजना’ के तहत आंध्र प्रदेश में तीन स्मारकों की पहचान की गई है, जिसका उद्देश्य उन्हें अतिरिक्त सुविधाएँ प्रदान कर पर्यटकों के अनुकूल बनाना है।
केंद्रीय मंत्री जी. किशन रेड्डी ने संसद को सूचित किया है कि ‘आदर्श स्मारक योजना’ के तहत गुंटूर के नागार्जुनकोंडा में मौजूद स्मारकों, श्रीकाकुलम के सालिहुंडम में बौद्ध अवशेषों और अनंतपुर में वीरभद्र मंदिर (लेपाक्षी) को ‘आदर्श स्मारक’ के रूप में चुना गया है तथा इसके तहत इन स्थानों पर वाई-फाई, कैफेटेरिया एवं व्याख्या केंद्र जैसी अतिरिक्त सुविधाएँ प्रदान की जाएंगी, ताकि इन क्षेत्रों को पर्यटन की दृष्टि से विकसित किया जा सके।
‘आदर्श स्मारक योजना’ की शुरुआत वर्ष 2014 में ऐतिहासिक स्मारकों में आगंतुकों (मुख्यतः शारीरिक रूप से अक्षम लोगों) को बेहतर सुविधाएँ उपलब्ध कराने लिये की गई थी।
यह योजना संस्कृति मंत्रालय के अंतर्गत आती है।
इन स्थलों पर नागरिक सुविधाओं में वृद्धि का प्रयास किया जा रहा है।
वर्तमान में आंध्र प्रदेश में केंद्रीय रूप से संरक्षित 135 स्मारक और स्थल मौजूद हैं।
राज्य समसामयिकी 3 (22-July-2021)आदर्श स्मारक योजना(Adarsh Smaarak Scheme)
‘आदर्श स्मारक योजना’ के तहत आंध्र प्रदेश में तीन स्मारकों की पहचान की गई है, जिसका उद्देश्य उन्हें अतिरिक्त सुविधाएँ प्रदान कर पर्यटकों के अनुकूल बनाना है।
केंद्रीय मंत्री जी. किशन रेड्डी ने संसद को सूचित किया है कि ‘आदर्श स्मारक योजना’ के तहत गुंटूर के नागार्जुनकोंडा में मौजूद स्मारकों, श्रीकाकुलम के सालिहुंडम में बौद्ध अवशेषों और अनंतपुर में वीरभद्र मंदिर (लेपाक्षी) को ‘आदर्श स्मारक’ के रूप में चुना गया है तथा इसके तहत इन स्थानों पर वाई-फाई, कैफेटेरिया एवं व्याख्या केंद्र जैसी अतिरिक्त सुविधाएँ प्रदान की जाएंगी, ताकि इन क्षेत्रों को पर्यटन की दृष्टि से विकसित किया जा सके।
‘आदर्श स्मारक योजना’ की शुरुआत वर्ष 2014 में ऐतिहासिक स्मारकों में आगंतुकों (मुख्यतः शारीरिक रूप से अक्षम लोगों) को बेहतर सुविधाएँ उपलब्ध कराने लिये की गई थी।
यह योजना संस्कृति मंत्रालय के अंतर्गत आती है।
इन स्थलों पर नागरिक सुविधाओं में वृद्धि का प्रयास किया जा रहा है।
वर्तमान में आंध्र प्रदेश में केंद्रीय रूप से संरक्षित 135 स्मारक और स्थल मौजूद हैं।