राष्ट्रीय समसामयिकी 3 (25-January-2022)
अबाइड विद मी
(Abide With Me)

Posted on January 25th, 2022 | Create PDF File

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‘अबाइड विद मी’ (Abide With Me) एक ईसाई भजन है।

 

यह गीत प्री-मॉर्डन वर्ल्ड में स्कॉटलैंड के एंगलिकन मिनिस्टर हेनरी फ्रांसिस लाइट (Henry Francis Lyte) ने लिखा था। यह एक तरह से चर्च में गाया जाने वाला धार्मिक गीत है, जिसे हिम (Hymn) कहा जाता है।

 

यह विशेष स्तुति गीत, सादगी और दुखी अवसर पर गाए जाने वाला भजन है, जो अक्सर अंग्रेजी संगीतकार विलियम हेनरी मोंक की धुन पर गाया जाता है। यही गीत 1950 से भारतीय बीटिंग रिट्रीट समारोह में बजाया जाता रहा है।

 

कवि अल्लामा इकबाल द्वारा रचित ‘सारेजहाँ से अच्छा’ की धुन पर सैनिकों के रायसीना हिल से नीचे उतरने से पहले ‘ब्रास बैंड’ द्वारा बजाया जाने वाला यह गीत बीटिंग रिट्रीट हमेशा आखिरी अंश होता है।

 

हाल ही में, केंद्र सरकार द्वारा ‘अबाइड विद मी’ गीत को ‘बीटिंग रिट्रीट समारोह’ से हटा दिया गया है।

 

‘अबाइड विद मी’ की जगह कवि प्रदीप की मौलिक कृति ‘ऐ मेरे वतन के लोगों’ को बजाया जाएगा। इस गीत की रचना कवि प्रदीप ‘भारत-चीन युद्ध’ के दौरान की गई थी, जोकि भारतीय राष्ट्रवाद की एक झांकी बन बन गया।

 

इस गीत को पहली बार 27 जनवरी, 1963 को सी रामचंद्र द्वारा बनाई गयी धुन पर लता मंगेशकर द्वारा गाया गया था।

 

‘बीटिंग रिट्रीट समारोह’ :

 

यह आधिकारिक तौर पर गणतंत्र दिवस उत्सव के अंत को दर्शाता है।

 

यह गणतंत्र दिवस के तीसरे दिन 29 जनवरी की शाम को आयोजित किया जाता है।

 

इसका आयोजन रक्षा मंत्रालय के ‘अनुभाग डी’ द्वारा किया जाता है।