अर्थव्यवस्था समसामयिकी 1(18-June-2022)
2020-21 में देश की 0.7% आबादी ‘अस्थायी आगंतुक’: भारत में प्रवासन रिपोर्ट
(0.7% of country's population 'temporary visitors' in 2020-21: Migration report in India)

Posted on June 19th, 2022 | Create PDF File

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सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय (MoSPI) द्वारा जारी ‘भारत में प्रवासन रिपोर्ट’ 2020-21 (Migration in India Report 2020-21) के अनुसार, देश की 0.7 प्रतिशत आबादी जुलाई 2020-जून 2021 के दौरान घरों में ‘अस्थायी आगंतुक’  (Temporary Visitor) थी।

 

अस्थायी आगंतुक’ :

 

‘अस्थायी आगंतुकों’ (Temporary Visitor) को उन लोगों के रूप में वर्गीकृत किया जाता है जो मार्च 2020 के बाद आए और लगातार 15 दिनों या उससे अधिक, लेकिन 6 महीने से कम की अवधि के लिए घर में रहे। इनमें से 84% आगंतुक महामारी से जुड़े कारणों से अपने स्थान से चले गए थे।

 

प्रवासन :

 

परिभाषा : ‘इंटरनेशनल ऑर्गनाइजेशन फॉर माइग्रेशन’ (UN Migration Agency) के अनुसार, एक प्रवासी को किसी भी ऐसे व्यक्ति के रूप में परिभाषित किया गया है जो अपने निवास स्थान से दूर एक अंतरराष्ट्रीय सीमा या राज्य के भीतर किसी अन्य जगह पर बसने के लिए जा रहा है या चला गया है।

 

यह प्रवासन या तो स्वैच्छिक या जबरन दोनों प्रकार का हो सकता है। जबरन प्रवासन, आपदाओं की बढ़ती परिमाण या आवृत्ति, आर्थिक चुनौतियों और अत्यधिक गरीबी या संघर्ष की स्थितियों के परिणामस्वरूप हो सकता है।

 

अंतर्राष्ट्रीय प्रवासन की चुनौतियों और कठिनाइयों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रतिवर्ष 18 दिसंबर को ‘अंतर्राष्ट्रीय प्रवासी दिवस’ मनाया जाता है।

 

अंतर्राष्ट्रीय प्रवासी दिवस 2021 का विषय ‘मानव गतिशीलता की क्षमता का दोहन’ था।

 

17 सतत विकास लक्ष्यों में से 11 लक्ष्यों में प्रवास या गतिशीलता के लिए प्रासंगिक लक्ष्य और संकेतक शामिल हैं।